समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,16 नवम्बर। उत्तर प्रदेश के झांसी मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार रात हुई दर्दनाक घटना ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। न्यूबॉर्न इंटेंसिव केयर यूनिट (NICU) में लगी आग से 10 नवजात शिशुओं की जान चली गई, जबकि 37 बच्चों को बचा लिया गया। घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सक्रिय हो गए हैं और उन्होंने इस मामले में कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
सीएम योगी ने जताया दुख
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की। उन्होंने तुरंत मामले का संज्ञान लेते हुए डिप्टी सीएम बृजेश पाठक को स्वास्थ्य सचिव के साथ मौके पर भेजा।
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक पहुंचे मेडिकल कॉलेज
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने हादसे को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और मेडिकल कॉलेज प्रशासन को फटकार लगाई।
- फौरी कार्रवाई: पाठक ने अस्पताल प्रशासन को निर्देश दिए कि बचाव और सुरक्षा उपायों को प्राथमिकता दी जाए।
- घटनास्थल की जांच: फायर ब्रिगेड और प्रशासनिक अधिकारियों ने NICU का निरीक्षण किया और आग के कारणों का पता लगाने के लिए फॉरेंसिक टीम को बुलाया गया।
सीएम ने मांगी 12 घंटे में रिपोर्ट
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना की जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग को 12 घंटे के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश दिया है।
- जिम्मेदारों पर होगी सख्त कार्रवाई: सीएम ने साफ कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और इस लापरवाही के लिए सख्त दंड दिया जाएगा।
- जांच टीम का गठन: घटना की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय समिति बनाई गई है, जो फायर सुरक्षा उपायों और मेडिकल कॉलेज की व्यवस्थाओं की समीक्षा करेगी।
प्रशासन की लापरवाही पर सवाल
इस घटना ने अस्पताल प्रशासन और फायर सेफ्टी सिस्टम की खामियों को उजागर कर दिया है।
- सुरक्षा उपायों की कमी: NICU जैसे संवेदनशील विभाग में फायर अलार्म और सुरक्षा उपाय क्यों नहीं थे?
- शॉर्ट सर्किट की आशंका: शुरुआती जांच में शॉर्ट सर्किट को आग लगने का कारण माना जा रहा है, लेकिन समय पर बिजली कटौती क्यों नहीं की गई?
- फायर ऑडिट: अस्पताल में नियमित फायर ऑडिट किया गया था या नहीं, इस पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
आक्रोश और शोक का माहौल
घटना के बाद पूरे झांसी में शोक और आक्रोश का माहौल है। परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
- विपक्ष का हमला: विपक्षी दलों ने इसे सरकार की नाकामी बताया है। अखिलेश यादव ने घटना को “सरकार की लापरवाही का परिणाम” करार दिया।
- प्रियंका गांधी का बयान: कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने भी इस घटना पर दुख जताते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की।
निष्कर्ष
झांसी मेडिकल कॉलेज में आग लगने की यह घटना एक बड़ी प्रशासनिक लापरवाही को उजागर करती है। सीएम योगी आदित्यनाथ की त्वरित कार्रवाई और जांच का आदेश यह दिखाता है कि सरकार मामले को गंभीरता से ले रही है। हालांकि, यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों और अस्पतालों में सुरक्षा उपायों को प्राथमिकता दी जाए। इस हादसे ने न केवल प्रदेश बल्कि पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। अब सभी की नजरें जांच रिपोर्ट और दोषियों पर सख्त कार्रवाई पर टिकी हैं।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.