समग्र समाचार सेवा
जालंधर, 18जनवरी। पंजाब सरकार के शिक्षा विरोधी रवैये एवम शिक्षक विरोधी नीतियों के खिलाफ़ पंजाब एवम चंडीगढ़ कालेज टीचर यूनियन और गैर सरकारी एडेड कलेजेस मैनेजमेंट्स फेडरेशन ऑफ पंजाब एंड चंडीगढ़ की और से जालंधर के डिप्टी कमिश्नर आई.ए.एस जसप्रीत सिंह को ज्ञापन सौंपा गया। इस प्रतिनिधिमंडल में यूनिट के सदस्यों के साथ प्रिंसिपल साहिबान भी उपस्थित रहे। एच. एम वी की प्रिंसिपल प्रो डॉ अजय सरीन, एस डी कालेज की प्रिंसिपल डा पूजा प्राशर, डी ए वी नकोदर के प्रिंसिपल डा अनूप वत्स और दोआबा कालेज के प्रिंसिपल डा प्रदीप भंडारी सहित भारी संख्या में अध्यापकों ने डी सी को ज्ञापन सौंपा।
विभिन्न प्रिंसिपल्स ने बताया कि आज सभी कालेजों में तालाबंदी की गई थी, जिसे प्रिंसिपल फेडरेशन का भी सहयोग था। इस हड़ताल के तीन मुख्य कारण रहे पहला केंद्रीय एडमिशन पोर्टल के माध्यम से एडमिशन, टीचर्स की रिटायर्डमेंट की उमर 60 से घटाकर 58 वर्ष करना तथा तीसरा सभी पोस्ट्स की 95% की ग्रांट की मांग है।
पी सी सी टी यू के जिला प्रधान डा संजीव धवन एवम महिला विंग कनवीनर, जी एन डी यू, पी सी सी टी यू व
एच.एम.वी यूनिट प्रधान डा. आशमीन कौर के नेतृत्व में सभी कालेजों के यूनियन सदस्य, एजीक्यूटीव सदस्यों ने बड़ी संख्या में डी सी ऑफिस पहुंचकर यूनियन का साथ दिया। उनका कहना था कि सरकार को उनकी मांगें माननी ही पड़ेगी क्योंकि सरकार की नीतियां शिक्षा के हक़ में नहीं हैं।
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