समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,25 जनवरी। सोशल मीडिया दिग्गज Meta (पूर्व में Facebook) एक बार फिर सुर्खियों में है। हाल ही में, कंपनी ने कंटेंट मॉडरेशन प्रणाली में बदलाव करने और “अधिक अभिव्यक्ति” (More Speech) को बढ़ावा देने की बात कही है। लेकिन क्या यह बदलाव वास्तव में निष्पक्षता लाएगा, या यह पूर्वाग्रहों से ग्रस्त रहेगा?
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