शिक्षा राज्य मंत्री डॉ सुभाष सरकार ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर शिक्षा मंत्रालय शास्त्री भवन में आयोजित किया रक्तदान शिविर

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 25सितंबर। भारत के शिक्षा राज्य मंत्री डॉ सुभाष सरकार ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर शिक्षा मंत्रालय शास्त्री भवन में खुद और मंत्रालय के कर्मचारियों और सहकर्मियों के साथ मिलकर रक्तदान शिविर को लगाकर रक्तदान किया। आर एम मल अस्पताल के निदेशक व मेडिकल सुपरिंटेंडेंट प्रोफेसर डॉक्टर एके राणा साहब ने तुरंत एक अच्छी टीम को भेजा जिसका नेतृत्व अस्पताल के ब्लड बैंक की इंचार्ज डॉ किरण चौधरी कर रही थी।


इस अवसर पर सभी लोगों ने मंत्रालय के अंदर ही रक्तदान किया और पूरे रक्त को डॉ राम मनोहर लोहिया अस्पताल भेज दिया गया जिससे जो भी जो व्यक्ति को रक्त की जरूरत हो वह इस रक्त को लेकर अपने जीवन को बचा सके। इस अवसर पर मंत्री जी ने बताया कि वह मोदी जी के जन्मदिन से लेकर अभी तक समर्पण और सेवा दिवस मना रहे हैं उनका यह आगे भी अभियान चलता रहेगा और इसमें खुद ब्लड देकर जनता को एक शिक्षा देना चाहते हैं कि रक्तदान महादान है इससे बड़ा कोई दान नहीं है क्योंकि इसमें हम दधीचि ऋषि के जैसे ही रक्त देकर दूसरे की जीवन को बचाते हैं।

रक्त की कमी होने पर उसे हमें रक्त के द्वारा ही पूरी कर सकते हैं और कोई भी दवा नहीं है जिससे हम रक्त की पूरी कर सकें इसलिए ही इस दान को महादान कहा गया है। इस अवसर पर डॉ राम मनोहर लोहिया अस्पताल की ब्लड बैंक इंचार्ज डॉ किरण चौधरी जी ने कहा कि मंत्री जी ने यह काम कर कर जनता के बीच में एक उदाहरण पेश किया है उनको देखकर बहुत सारे लोग भी इस तरह से रक्त देने के लिए प्रेरित होंगे।
डॉ किरण चौधरी जी ने कहा कि वह उम्रदराज है लेकिन वह अब भी बहुत अच्छी तरह से स्वस्थ हैं और नुक्कड़ नाटक के माध्यम से भी वह राम मनोहर लोहिया अस्पताल की टीम को लेकर जन जागृति करना चाहती हैं जिससे सभी लोग दान करें और लोगों की जान को बचाएं।

बता दें कि इस अवसर पर शिक्षा मंत्री डॉ सुभाष सरकार ने अपने घर पर नामी-गिरामी चिकित्सक प्रोफेसर डॉक्टर राम को भी शाल देकर सम्मानित किया उनमें विशिष्ट चिकित्सक तथा शिक्षक प्रोफेसर डॉ राम और नॉर्थ एवेन्यू थाने के श्री सहदेव सिंह तोमर जी का नाम भी शामिल है।
डॉक्टरों ने कोरोना के समय पर जनता की बहुत ज्यादा सेवा की है और इस माध्यम से वह दुनिया को जताना चाहते हैं कि डॉक्टर बहुत मूल्यवान हैं कोरोना बीमारी के समय पर हजारों डॉक्टर बीमार हो गए और सैकड़ों डॉक्टरों की मौत भी हो गई। डॉक्टर्स के अलावा कोरोना काल में पुलिस की सेवा और उनका सहयोग भी जनता के लिए मुल्यवान है।

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