विदेश मंत्रालय के सचिव संजय भट्टाचार्य ने किया ऐलान, भारतीय नागरिकों को जल्द मिल सकती है ई-पासपोर्ट सर्विस

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 9जनवरी। विदेश मंत्रालय के सचिव संजय भट्टाचार्य ने एक ट्वीट कर यह जानकारी दी है कि जल्द ही देश में लोगों को ई-पासपोर्ट सर्विस मिल सकती है। उनका यह ट्वीट कोरोना काल में बहुत ही अहम माना जा रहा है क्योंकि कोरोना काल के दौरान ही ज्यादातर ऑफिसियल कार्यों को ऑफलाइन मोड से हटाकर ऑनलाइन किया जा रहा है। इसका एक कारण यह भी है कि कोरोना संक्रमण के अदान- प्रदान की संभावना काफी हद तक कम हो जाएगी।
केंद्र सरकार ने पहले ही पासपोर्ट बनवाने के नियमों को काफी सरल कर दिया है। अब आप घर बैठे-बैठे पासपोर्ट के लिए अप्लाई और पासपोर्ट ऑफिस में जाने का समय निर्धारित भी कर सकते हैं। इस तरह अब बहुत ही मामूली प्रक्रिया के बाद पासपोर्ट तैयार होकर आपके घर आ जाता है।

विदेश मंत्रालय के सचिव संजय भट्टाचार्य ने एक ट्वीट में कहा था कि भारतीय नागरिकों को जल्द ही ई-पासपोर्ट मिलने की संभावना है।

ई-पासपोर्ट आने से पासपोर्ट के गुम होने, जलने या गलने के झंझट से भी छुटकारा मिल जाएगा। ई-पासपोर्ट कागजी पासपोर्ट से ज्यादा सुरक्षित और सुगम होगा। मौजूदा समय में भारत का पासपोर्ट बुकलेट के रूप में होता है। विदेश मंत्रालय के सचिव का कहना है कि ई-पासपोर्ट बायोमेट्रिक डेटा के साथ सुरक्षित होंगे और विश्व स्तर पर इमिग्रेशन की जरूरतों को पूरा करेगा।

सरकार का कहना है कि ई-पासपोर्ट जालसाजी पर भी लगाम लगाएगा और यात्रियों के लिए तेजी से इमिग्रेशन में मदद करेगा। विदेश मंत्रालय का कहना है कि ई-पासपोर्ट अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (ICAO) के मानकों का पालन करेगा।

ट्रायल के आधार पर विदेश मंत्रालय ने लगभग 20,000 आधिकारियों और राजनयिकों को ई-पासपोर्ट जारी किए हैं। ई-पासपोर्ट में इलेक्ट्रॉनिक माइक्रोप्रोसेसर चिप लगा होता है। पासपोर्ट के आगे चिप ई-पासपोर्ट के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त लोगो लगा होगा।

ई-पासपोर्ट के लिए विदेश मंत्रालय ने टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के साथ एक समझौता किया है। पासपोर्ट सेवा प्रोग्राम के दूसरे चरण के तहत माइक्रोचिप लगे ई-पासपोर्ट के लिए यह समझौता किया गया है।

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