समग्र समाचार सेवा
निकोसिया/नई दिल्ली, 16 जून:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मंगलवार को साइप्रस के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ मैकारियोज़ III’ से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें भारत और साइप्रस के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने, और वैश्विक शांति और सहयोग को बढ़ावा देने में अहम योगदान के लिए प्रदान किया गया।
निकोसिया में आयोजित एक गरिमामयी समारोह में प्रधानमंत्री मोदी ने यह सम्मान स्वीकार किया। अपने संबोधन में उन्होंने इसे 130 करोड़ भारतीयों को समर्पित करते हुए, कहा:
“यह सम्मान नरेंद्र मोदी का नहीं, बल्कि 1.4 अरब भारतीयों की शक्ति और आकांक्षाओं का सम्मान है।”
साझा मूल्यों और वैश्विक एकता का प्रतीक
यह पुरस्कार साइप्रस के पहले राष्ट्रपति मैकारियोज़ III के नाम पर रखा गया है और देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान माना जाता है। पीएम मोदी ने इसे भारत की संस्कृति, विरासत और ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की विचारधारा का सम्मान बताया।
उन्होंने कहा:
“यह सम्मान भारत और साइप्रस की मित्रता, हमारे साझा मूल्यों और साइप्रस की भारत को समझने की भावना को समर्पित है।”
रणनीतिक और सांस्कृतिक रिश्तों को नया बल
प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा दो दशकों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की साइप्रस की पहली आधिकारिक यात्रा है। इस दौरान व्यापार, तकनीक, समुद्री सुरक्षा और सांस्कृतिक आदान-प्रदान जैसे क्षेत्रों में सहयोग को नई दिशा मिली है।
साइप्रस 2026 में यूरोपीय संघ की परिषद की अध्यक्षता करने जा रहा है, ऐसे में यह दौरा दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करता है।
भारत की वैश्विक भूमिका का प्रतीक
यह सम्मान पीएम मोदी को हाल के वर्षों में विश्व के कई देशों से मिले सम्मान की श्रृंखला में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यह भारत के बढ़ते वैश्विक प्रभाव और नरेंद्र मोदी के सशक्त नेतृत्व को वैश्विक स्तर पर मिली पहचान को दर्शाता है।
प्रधानमंत्री ने अंत में कहा:
“मैं इस सम्मान को गहरे सम्मान और कृतज्ञता के साथ स्वीकार करता हूँ । यह हम सभी भारतीयों के लिए गर्व का क्षण है।”
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