साइप्रस में बोले पीएम मोदी: “भारत जल्द बनेगा दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था”, व्यापार साझेदारी को बताया नया युग
समग्र समाचार सेवा
लिमासोल/नई दिल्ली, 16 जून: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को साइप्रस के लिमासोल में आयोजित एक उच्च स्तरीय व्यापार गोलमेज सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि भारत निकट भविष्य में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है। यह दौरा पीएम मोदी के तीन देशों के यात्रा कार्यक्रम की शुरुआत है, और पिछले 23 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली साइप्रस यात्रा है।
पीएम मोदी ने अपने भाषण में बीते 11 वर्षों में भारत की तेजी से बदलती अर्थव्यवस्था, सुधारों और व्यवसाय अनुकूल माहौल की विशेषताएं गिनाईं। उन्होंने कहा, “यह सम्मान सिर्फ मेरा नहीं, 1.4 अरब भारतीयों का है। जीएसटी, कॉर्पोरेट टैक्स में कटौती, और व्यापार कानूनों का सरलीकरण हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण हैं।”
भारत-साइप्रस: व्यापार सहयोग की नई दिशा
मोदी ने साइप्रस को विश्वसनीय आर्थिक साझेदार बताते हुए निवेश, एआई, क्वांटम टेक्नोलॉजी, सेमीकंडक्टर, पर्यटन और वित्तीय सेवाओं जैसे क्षेत्रों में सहयोग का आह्वान किया। उन्होंने न्यू इंडिया में उभरते अवसरों को उजागर किया।
इस अवसर पर गुजरात के GIFT सिटी स्थित NSE इंटरनेशनल एक्सचेंज और साइप्रस स्टॉक एक्सचेंज के बीच एक अहम समझौता हुआ। इसके साथ ही NPCI इंटरनेशनल (NIPL) और Eurobank Cyprus ने मिलकर UPI आधारित क्रॉस-बॉर्डर पेमेंट सुविधा शुरू करने का निर्णय लिया।
त्रिपक्षीय सहयोग और EU संबंध
प्रधानमंत्री ने इंडिया-ग्रीस-साइप्रस (IGC) बिजनेस एंड इन्वेस्टमेंट काउंसिल की घोषणा की, जो शिपिंग, लॉजिस्टिक्स, ग्रीन एनर्जी और डिजिटल सेवाओं में त्रिपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देगी।
2026 में साइप्रस के EU काउंसिल प्रेसिडेंसी संभालने के मद्देनज़र दोनों देशों ने भारत-यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौते (FTA) को 2025 तक अंतिम रूप देने की आशा जताई।
CEO मीटिंग और प्रतिक्रिया
बैठक में बैंकों, रक्षा, लॉजिस्टिक्स, आईटी और एआई क्षेत्र के प्रमुख CEOs ने हिस्सा लिया। पीएम मोदी ने बताया कि भारत वैश्विक डिजिटल लेनदेन का 50% हिस्सा अकेले करता है। X पर पोस्ट करते हुए उन्होंने लिखा: “भारत और साइप्रस के बीच व्यापारिक संबंधों को नई ऊँचाई देने का अवसर मिला।”
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