मोदी जी ने खादी के विचार को पुनर्जीवित कर इसे आम लोगों के बीच पहुंचाकर खादी को लोकप्रिय बनाने का काम किया है- अमित शाह
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने शनिवार को गुजरात के अहमदाबाद में ‘माटी कला महोत्सव’ को संबोधित किया
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 3दिसंबर। केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने शनिवार को गुजरात के अहमदाबाद में माटी कला महोत्सव को संबोधित किया। इस अवसर पर केन्द्रीय मंत्री श्री नारायण राणे और श्री भानुप्रताप सिंह वर्मा सहित अऩेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
अपने संबोधन में अमित शाह ने कहा कि खादी माटी कला महोत्सव एक बहुआयामी विचार है जिसे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने आगे बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि खादी के विचार को सबसे पहले महात्मा गांधी ने आज़ादी के आंदोलन के साथ जोड़कर सबके सामने रखा और इसके माध्यम से बापू ने गरीबी में जीते हुए सभी लोगों को खादी के माध्यम से रोज़गार के साथ जोड़ने का काम किया। इसके साथ ही गांधी जी ने विदेशी कपड़ों की मांग को कम कर स्वदेशी और स्वराज की भावना जागृत कर उसे गांव-गांव तक पहुंचाने का काम किया। श्री शाह ने कहा कि आज भी खादी का विचार बहुआयामी और बहुद्देश्यीय है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने खादी के विचार को ना सिर्फ पुनर्जीवित किया है बल्कि इसे आगे बढ़ाकर और आम लोगों के बीच पहुंचाकर खादी को लोकप्रिय बनाने का काम किया है।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने वोकल फॉर लोकल के नारे में स्वदेशी और रोज़ग़ार को जोड़ने का काम किया है। उन्होंने कहा कि मोदी जी की दूरदर्शिता के कारण ही खादी का जर्जर हो चुका आंदोलन आज नए आयामों को छू रहा है। मोदी जी के नेतृत्व में भारत आज दुनिया की सबसे तेज गति से बढ़ने वाली इकॉनमी बना है। श्री शाह ने कहा कि मोदी जी के नेतृत्व में देश का आर्थिक विकास तो हो ही रहा है, इसके साथ ही अर्थतंत्र को सर्वसमावेशक बनाने के लिए भी प्रधानमंत्री मोदी ने कई कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि खादी के टर्नओवर को 3 गुना करने का अर्थ है लाखो-करोड़ों लोगों को रोज़ग़ार देना और जब करोड़ों लोग आत्मनिर्भर बनते हैं तब बढ़ने वाला जीडीपी का आंकड़ा मानवीय हो जाता है। इससे करोड़ों लोगों के जीवन में आत्मविश्वास, आत्मनिर्भरता और सुख भी आता है। उन्होंने कहा कि आज इस खादी माटी कला महोत्सव में 300 इलेक्ट्रिक पॉटर व्हील्स, 40 एग्रो-बेस्ड फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री टूल किट, 40 बहनों को अगरबत्ती बनाने की मशीनें, 20 प्लम्बिंग किट और 200 से अधिक पारंपरिक चरखे दिए गए हैं।
अमित शाह ने कहा कि एक सेन्ट्रल सिल्वर प्लांट (CSP) का उद्घाटन हुआ है जो खादी के उत्पादन के लिए बहुत ज़रूरी है। उन्होंने कहा कि 30 साल पहले बने इस CSP को 10 करोड़ रूपए की लागत से मॉडर्नाइज़ किया गया है, जिससे उत्पादन बढ़ेगा, गुणवत्ता सुधरेगी और खादी कातने वाले लोगों का सारा मैटीरियल इस्तेमाल हो जाएगा। श्री शाह ने कहा कि आज यहां 8 नवनिर्मित डाक घरों का भी ऑनलाइन उद्घाटन हुआ है जहां मेल, पार्सल बुकिंग, आधार सेवाएं, बैंकिंग डाक सेवाएं, जीवन बीमा, ग्रामीण डाक जीवन बीमा और पेंशन भोगियों के लिए डिजिटल प्रमाणपत्र जैसी कई सुविधाएं मिलेंगी। उन्होंने कहा कि अब गांधीनगर क्षेत्र के सभी लोगों को पासपोर्ट लेने के लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं है, अब उनके नज़दीक के डाकघर से अर्जी प्रोसेस करा सकते हैं। उन्होंने कहा कि गांधीनगर क्षेत्र में इन्हीं डाकघरों ने 53,000 राष्ट्रीय ध्वज हर घर तिरंगा अभियान के तहत भेजे थे। श्री शाह ने कहा कि जब प्रधानमंत्री मोदी ने इस अभियान की कल्पना की थी, तब किसी को अनुमान नहीं था कि यह अभियान राष्ट्रभक्ति के जागरण का एक अद्भुत अभियान बन जाएगा। उन्होंने कहा कि कश्मीर से कन्याकुमारी और द्वारका से लेकर कामाख्या तक कोई घर, ऑफिस, दुकान ऐसी नहीं थी, जहां हमारा प्यारा तिरंगा नहीं फहराया गया और इस अभियान ने राष्ट्र भक्ति की जोत को फिर से जगाया।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि आज पीएमईजीपी के तहत गुजरात सहित पूरे भारत में 5000 लाभार्थियों को लगभग 200 करोड़ के मार्जिन मनी का ऑनलाइन पेमेंट भी हुआ है जिससे उन्हें 600 करोड़ रुपए का लोन मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि खादी ग्रामोद्योग ने विगत 9 सालों में बहुत प्रगति की है। श्री शाह ने कहा कि मोदी जी ने खादी को प्राथमिकता दी और उसका परिणाम है कि 2022-23 में खादी का कुल कारोबार 1,35,000 करोड़ रूपए को पार कर गया है। इस 135000 करोड़ रूपए के टर्नओवर में कम से कम 1 लाख लोगों का योगदान है। आज लाखों लोगों ने अपनी आजीविका 135000 करोड़ के टर्नओवर के माध्यम से प्राप्त की है और सम्मान के साथ जी रहे हैं।
अमित शाह ने गुजरात और देश की जनता से अनुरोध किया कि हर परिवार साल में कम से कम 5000 रूपए की खादी या खादी ग्रामोद्योग के उत्पाद खरीद कर इसे बढ़ावा दें। उन्होंने कहा कि अगर देश का हर परिवार 5000 रूपए का खादी खरीदता है तो देश में बेरोजगारों की संख्या में आधे से अधिक की कमी हो जाएगी।
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