विदेशी मीडिया में मोदी के चर्चे: भारत दुनिया की तीसरी शक्ति के रूप में उभरने वाला

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 6जनवरी। विदेशी मीडिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत की बढ़ती शक्ति की जमकर तारीफ हो रही है। जापान की एक मीडिया कंपनी ने दावा किया है कि साल 2023 भारत के नाम रहने वाला है। साथ ही भारत दुनिया की तीसरी शक्ति के रूप में उभरने वाला है।

इस रिपोर्ट में चीन और अमेरिका के बारे में भी बात की गई है। जापानी मीडिया कंपनी निक्केई एशिया के प्रधान संपादक शिगेसाबुरो ओकुमुरा ने अपने एक लेख में कहा है 2023 को भारत के दुनिया के तीसरे ध्रुव के रूप में उभरने के लिए याद किया जाएगा। उन्होंने लिखा, एक साल पहले मैंने 2022 के लिए अपने पूर्वानुमान में शी जिनपिंग की बढ़ती ताकत और जो बाइडेन के कमजोर नेतृत्व की भविष्यवाणी की थी। मैं लगभग सही था, लेकिन वास्तविकता मेरी अपेक्षा से थोड़ी अलग निकली। उन्होंने कहा, शी जिनपिंग ने चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव के रूप में तीसरा कार्यकाल हासिल किया। लेकिन नवंबर में जारी व्हाइट पेपर के विरोध के बाद उनकी जीरो कोविड नीति को अचानक हटाने के फैसले से पता चला कि वह सर्वशक्तिमान नहीं हैं। उनकी विश्वसनीयता और गरिमा को नुकसान पहुंचा है।

इसके अलावा अमेरिका और चीन के बीच तनाव का लाभ भी भारत को होगा। टेक्नोलॉजी सप्लाई चेन के पुनर्निर्माण से भारत को लाभ होगा। एप्पल भारत में आईफोन बना रहा है।

उन्होंने आगे कहा, भारत की ताकत इसकी स्वतंत्र विदेश नीति और परिपक्व कूटनीति है। अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ क्वाड का सदस्य रहते हुए भारत रूस के साथ सैन्य अभ्यास में भाग लेता है और मॉस्को से हथियारों और तेल का आयात करता है। बीजिंग के साथ सीमा विवाद के बावजूद भारत ब्रिक्स का सम्मान करता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जून में एक शिखर सम्मेलन के दौरान रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और शी जिनपिंग के साथ शामिल हुए। उन्होंने अपने लेख के अंत में निष्कर्ष निकाला कि नया साल तीन ध्रुवों वाली दुनिया की शुरुआत कर सकता है। इसमें अमेरिका, चीन और भारत शामिल होगा। कहा जा सकता है कि भारत के तीसरे ध्रुव के रूप में उभार को दुनिया अनदेखा नहीं कर सकती और उन्हें भारत को गम्भीरता से लेना ही होगा।

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