महाराष्ट्र चुनाव में बांटा जा रहा पैसा? संजय राउत ने विपक्ष पर लगाए गंभीर आरोप, EC से भी किया सवाल

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,12 नवम्बर। महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है। शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के नेता संजय राउत ने विपक्ष पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसमें उन्होंने दावा किया कि महाराष्ट्र चुनाव में पैसा बांटा जा रहा है। राउत का यह बयान राज्य में चुनावी आचार संहिता के उल्लंघन के आरोपों के बीच आया है, और उन्होंने इस मुद्दे को लेकर चुनाव आयोग (EC) से भी सवाल उठाए हैं।

संजय राउत का आरोप

संजय राउत ने विपक्षी दलों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वे चुनाव जीतने के लिए मतदाताओं को पैसा बांट रहे हैं। राउत ने यह भी आरोप लगाया कि विपक्षी दलों ने अपनी चुनावी रणनीति को आर्थिक रूप से प्रभावित करने के लिए बड़े पैमाने पर रिश्वत देने की योजना बनाई है। उनका यह बयान राज्य में चुनावी प्रक्रिया पर सवाल उठाता है, और इससे आचार संहिता के उल्लंघन की संभावना जताई जा रही है।

राउत ने विशेष रूप से भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) और उसके सहयोगी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि यह एक जानबूझकर की जा रही रणनीति है, जो लोकतांत्रिक प्रक्रिया को प्रभावित कर सकती है। उन्होंने यह भी दावा किया कि भाजपा सत्ता में बने रहने के लिए इस तरह के पैसे का इस्तेमाल कर रही है, ताकि उसे वोट मिल सकें।

चुनाव आयोग से सवाल

संजय राउत ने चुनाव आयोग (EC) से सवाल करते हुए कहा कि जब इतनी बड़ी मात्रा में पैसा बांटा जा रहा है, तो क्या चुनाव आयोग इसे रोकने में सक्षम है? उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को इस मामले में सख्त कदम उठाना चाहिए और सुनिश्चित करना चाहिए कि चुनाव निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से हो। राउत ने चुनाव आयोग से यह भी अनुरोध किया कि वह इन आरोपों की जांच कराए और सुनिश्चित करे कि चुनावी प्रक्रिया में किसी प्रकार का अनुशासनहीनता न हो।

विपक्ष की प्रतिक्रिया

विपक्षी दलों ने संजय राउत के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि यह केवल आरोपों का एक हिस्सा है, जो राजनीति में हमेशा होते रहते हैं। भाजपा और उसके सहयोगी दलों ने कहा कि इन आरोपों का कोई ठोस प्रमाण नहीं है और यह सिर्फ चुनावी प्रचार का एक तरीका है। भाजपा ने यह भी कहा कि वे पूरी तरह से आचार संहिता का पालन कर रहे हैं और किसी भी तरह के पैसे के वितरण से बचने की कोशिश कर रहे हैं।

चुनावी माहौल

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में विपक्ष और सत्ताधारी दलों के बीच तीव्र मुकाबला हो रहा है। राज्य में लगातार हो रही राजनीतिक हलचल और बयानबाजी से चुनावी माहौल गरमाया हुआ है। राउत के आरोप के बाद राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज हो गया है। चुनाव आयोग इस मामले में अपनी भूमिका निभाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन सवाल यह है कि क्या वह इस मामले में सख्त कदम उठाएगा और क्या मतदाता इस प्रकार के आरोपों से प्रभावित होंगे।

निष्कर्ष

महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में संजय राउत के आरोपों ने राज्य में चुनावी प्रक्रिया को लेकर नए सवाल खड़े कर दिए हैं। चुनावी धन का वितरण हमेशा से एक संवेदनशील मुद्दा रहा है, और जब यह आरोप सामने आते हैं, तो चुनाव आयोग की भूमिका और उसकी निष्पक्षता पर सवाल उठते हैं। अगर इन आरोपों की जांच होती है, तो इससे यह भी स्पष्ट हो सकेगा कि चुनावी प्रक्रिया कितनी पारदर्शी और निष्पक्ष है। अब यह देखना होगा कि चुनाव आयोग इस मामले में क्या कदम उठाता है और चुनावी माहौल को प्रभावित करने वाले इस मुद्दे को किस तरह से सुलझाया जाएगा।

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