नुपी लाल दिवस: राष्ट्रपति मुर्मु इंफाल में वीर महिलाओं को देंगी श्रद्धांजलि

इंफाल में 86वें नुपी लाल दिवस पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ऐतिहासिक आंदोलन का नेतृत्व करने वाली महिलाओं को देंगी श्रद्धांजलि

  • राष्ट्रपति मुर्मु इंफाल स्थित नुपी लाल मेमोरियल कॉम्प्लेक्स में श्रद्धांजलि देंगी।
  • महिला योद्धाओं द्वारा 1904 और 1939 में ब्रिटिश शासन के खिलाफ हुए नुपी लाल आंदोलनों का स्मरण।
  • सेनापति जिले में जनसभा, कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन।
  • इंफाल शहर में मार्गों की मरम्मत, सजावट और सुरक्षा इंतज़ामों की व्यापक तैयारी।

समग्र समाचार सेवा
इंफाल, 12 दिसंबर:राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु अपने दो दिवसीय मणिपुर दौरे के दूसरे दिन आज इंफाल में आयोजित 86वें नुपी लाल दिवस कार्यक्रम में भाग लेंगी। नुपी लाल मेमोरियल कॉम्प्लेक्स में वह उन बहादुर महिलाओं को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगी, जिन्होंने 1904 और 1939 में ब्रिटिश शासन के खिलाफ संगठित प्रतिरोध आंदोलनों का नेतृत्व किया था। मणिपुर के इतिहास में ये दोनों आंदोलन महिला नेतृत्व, साहस और सामूहिक संघर्ष की अनोखी मिसाल माने जाते हैं।

कार्यक्रम के बाद राष्ट्रपति सेनापति जिले की यात्रा करेंगी, जहां वह एक जनसभा को संबोधित करेंगी। इस अवसर पर कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी जाएगी, जबकि कुछ का उद्घाटन भी किया जाएगा। ये परियोजनाएं क्षेत्र के बुनियादी ढांचे और सामाजिक-आर्थिक प्रगति को गति देने के उद्देश्य से शुरू की जा रही हैं।

राष्ट्रपति के दौरे को देखते हुए इंफाल में बुधवार से ही तैयारियों को तेज कर दिया गया था। एयरपोर्ट से नुपी लाल मेमोरियल कॉम्प्लेक्स तक के सात किलोमीटर लंबे मार्ग को दुरुस्त किया गया। सड़कों के किनारे झंडे, बैनर और स्वागत होर्डिंग लगाए गए हैं।

दौरे के पहले दिन गुरुवार शाम राष्ट्रपति ने सिटी कन्वेंशन सेंटर में आयोजित नागरिक अभिनंदन कार्यक्रम में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने विभिन्न विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी और उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि मणिपुर साहस, लचीलेपन और सांस्कृतिक समृद्धि से भरा राज्य है, और खेल, कला, संस्कृति तथा सार्वजनिक सेवा समेत कई क्षेत्रों में यहां के लोगों ने देश को गौरवान्वित किया है।

राष्ट्रपति ने हाल की हिंसा के बाद राज्य की पीड़ा का उल्लेख करते हुए कहा कि केंद्र सरकार जनता की चिंताओं को दूर करने और मणिपुर में स्थिरता व सद्भाव को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य दक्षिण-पूर्व एशिया के साथ भारत के संबंधों का महत्वपूर्ण प्रवेश द्वार है, और यहां की युवा शक्ति व सशक्त महिलाएं मणिपुर की पहचान को और मजबूत करती हैं।

उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि घाटी और पहाड़ी क्षेत्रों के लोग मिलकर शांति व सद्भाव बनाए रखेंगे और मणिपुर को नई ऊंचाइयों की ओर ले जाएंगे।

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