समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली ,12 मार्च। DCW प्रमुख स्वाति मालीवाल ने आपबीती सुनाते हुए अपने पिता पर संगीन आरोप लगाए हैं। उन्होंने बताया कि बचपन में उनके पिता उनका यौन उत्पीड़न किया करते थे और बहुत मारते थे। इसलिए स्वाति मालीवाल को अपने पिता से बहुत डर लगता था।
सेक्सुअल हैरेसमेंट एक ऐसी समस्या है जिसके बारे में कई लोग खुलकर बात नहीं कर पाते…..क्योंकि समझा जाता है कि ये एक शर्म की बात है और जिसके साथ ये हुआ है वो ही इसका दंश झेलती हैं। कई महिलाएं तो बदनामी के डर से शिकायत नहीं करती हैं।
मगर कुछ महिलाएं ऐसी भी होती हैं जो निडर होती हैं और सेक्सुअल हैरेसमेंट तक खुलकर बात करती हैं। हाल ही में दिल्ली महिला आयोग की चीफ स्वाति मालीवाल ने अपनी निजी जिंदगी से जुड़ी आपबीती सुनाते हुए अपने पिता पर संगीन आरोप लगाए हैं। आइए विस्तार से जानते हैं….
बचपन में पिता ने किया यौन उत्पीड़न
दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख स्वाति मालीवाल ने शनिवार को कबूल किया कि जब वह बच्ची थीं तब उनके पिता ने उनका यौन शोषण किया था। बता दें मालीवाल DCW अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पुरस्कार समारोह में भाग ले रही थीं।
तब उन्होंने संवाददाताओं से बात की और कहा, “जब मैं छोटी बच्ची थी तब मेरे पिता ने मेरा यौन उत्पीड़न किया था। मैं उस समय बहुत छोटा था। वह मुझे पीटता करते थे तो मैं पलंग के नीचे छिप जाती थी।”
चोटी पकड़कर मारते थे…….मेरे पिता
मालीवाल ने बताया कि उनके साथ यौन शोषण 4th क्लास तक होती रही…..जिस घटना को वो आज तक नहीं भूली हैं। उन्होंने बताया उनके पिता चोटी पकड़कर मारते थे और दीवार पर सिर टकराते थे। इस दौरान उनके सिर में चोट भी लग जाती थी और खून भी बहने लगता था। यह पीड़ा असहनीय थी। हालांकि, वह मानती हैं कि जब इंसान ज्यादा अत्याचार सहता है तभी वह दूसरों का दर्द समझ पाता है।
यही दर्द उसके अंदर आग पैदा करता है। इस आग से वह पूरा सिस्टम हिला देता है। उनके साथ भी शायद यही हुआ है।
पिछले छह सालों में एक लाख मामले हुए दर्ज
अवॉर्ड शो में मालीवाल ने कहा कि जो शख्स पहले DCW चीफ थीं। उन्होंने आठ साल के कार्यकाल में सिर्फ एक केस की सुनवाई की थी। हालांकि, हमने पिछले छह वर्षों में एक लाख से अधिक ऐसी कहानियां सुनी हैं।
स्वाति मालीवाल ने कहा, “हर दिन, हमें 181 महिला हेल्पलाइन पर 2000 से 4000 कॉल आती हैं और हम लाखों महिलाओं की सीधी मदद करते हैं।” होली पर तीन लोगों और एक नाबालिग द्वारा एक जापानी पर्यटक से छेड़छाड़ के मामले पर दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी करेंगी।
उन्होंने कहा, “वह महिला मदद के लिए चिल्ला रही थी, लेकिन वे लोग नहीं रुके। हम दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी कर रहे हैं। ताकि उन लोगों की पहचान की जाए और उन्हें जेल के पीछे डाल दिया जाए।”
स्वाति मालीवाल से पहले दक्षिण भारतीय की अभिनेत्री खुशबू सुंदर ने भी अपने पिता पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। उनके साथ यौन उत्पीड़न तब हुआ जब वो 8 साल की थीं। वो कहते हैं ना जब किसी का यौन उत्पीड़न होता है तो भले वो इस सदमे से उबर जाए लेकिन इसका असर ताउम्र रहता है।
सेक्सुअल हैरेसमेंट जैसी हरकत को भूलना आसान नहीं है और कई लोग तो इसे जिंदगी भर सहते रहते हैं। मगर क्यों? यही डर और खामोशी हमें परेशान करती है और आरोपी को बढ़ावा देती है। एक बात जो सबके लिए समझनी जरूरी है वो ये कि अगर आप शिकायत नहीं करेंगी तो आपके साथ गलत हरकत करने वाले लोगों का हौसला और बढ़ेगा।
इसे तोड़ना जरूरी है और आवाज़ उठाना भी जरूरी है। अगर आप खुद डर रही हैं तो किसी महिला संगठन या फिर ऑनलाइन पुलिस कंप्लेंट का सहारा लिया जा सकता है।
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