मेरा विजन फिल्मों की शूटिंग और पोस्ट-प्रोडक्शन के लिए भारत को सबसे पसंदीदा केन्द्र बनाना है: अनुराग ठाकुर
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 21नवंबर। पूरी दुनिया की बेहतरीन फिल्मों और इसके उत्कृष्ट रचनाकारों को एक बार फिर एक मंच पर लाकर भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (इफ्फी) के 53वें संस्करण का शुभारंभ आज 20 नवंबर को गोवा के पणजी में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी इंडोर स्टेडियम में एक भव्य उद्घाटन समारोह के साथ किया गया। राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम और एंटरटेनमेंट सोसायटी ऑफ गोवा द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस फिल्म फिएस्टा के इस संस्करण में 79 देशों की 280 बेहतरीन फिल्में दिखाई जाएंगी। भारतीय पैनोरमा खंड में प्रविष्टियों की एक विस्तृत श्रृंखला के तहत 25 फीचर और 20 गैर-फीचर फिल्में दिखाई जाएंगी।
फिल्मी उत्कृष्टता के इस नौ दिवसीय महोत्सव के लिए शुभ दीप प्रज्ज्वलित करते हुए केंद्रीय सूचना व प्रसारण और युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री श्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि उनका विजन हमारे देश के लोगों की प्रतिभा और हमारे उद्योग जगत की हस्तियों के नवाचार के दम पर फिल्मों की शूटिंग व पोस्ट-प्रोडक्शन के लिए भारत को सबसे पसंदीदा केंद्र बनाना है। उन्होंने विस्तार से बताया, ‘इफ्फी के लिए मेरा विजन केवल एक आयोजन तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इस बात से भी संबंधित है कि इफ्फी का स्वरूप उस समय क्या होना चाहिए जब अमृत महोत्सव से अमृत काल में प्रवेश करने के बाद भारत अपनी आजादी के 100वें वर्ष का उत्सव मनाएगा! हमारा लक्ष्य क्षेत्रीय फिल्म महोत्सवों का स्तर बढ़ाकर भारत को कंटेंट सृजन, विशेषकर क्षेत्रीय सिनेमा का एक पावरहाउस बनाना है।’
ठाकुर ने कहा, “आईएफएफआई युवा और स्थापित फिल्म निर्माताओं को अपना नेटवर्क बनाने, अपने विचार पेश करने, आपस में सहयोग करने और सिनेमा की दुनिया से सर्वश्रेष्ठ अनुभव प्राप्त करने के लिए अद्वितीय अवसर और अभूतपूर्व संभावनाएं प्रस्तुत कर रहा है। सिनेमा किसी भी देश की समृद्ध संस्कृति, विरासत, धरोहर, आशाओं एवं सपनों, आकांक्षाओं, महत्वाकांक्षाओं और सबसे महत्वपूर्ण रूप से इतिहास के किसी विशेष समय में वहां के लोगों की सामूहिक अंतरात्मा के संगम को पेश करता है और तराशता है।”
एशिया के इस सबसे पुराने फिल्म महोत्सव की स्मृति को रेखांकित करते हुए श्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव की अवधारणा ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की थीम में निहित है, जो शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के सार का प्रतीक है जिसके अनुसार पूरी दुनिया को एक परिवार माना जाता है। उन्होंने कहा ‘‘भारत की बढ़ती वैश्विक भूमिका और जी20 की अध्यक्षता प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में ‘एक धरती, एक परिवार, एक भविष्य’ की इसी थीम पर केंद्रित है।’’
केन्द्रीय मंत्री ने कहा “पहली बार इफ्फी में भारतीय और वैश्विक सिनेमा तथा फौदा सीरीज के चौथे सीजन, जिसमें आज की दुनिया के बड़े इजराइली सितारों ने अभिनय किया है, सहित ओटीटी पर चलने वाली विभिन्न सीरीज का प्रीमियर होगा। मैं यह भी बताना चाहूंगा कि इस शो का अगला सीजन भी इफ्फी में लॉन्च किया जाएगा।”
फ्रांस के साथ अपने मजबूत संबंधों का सम्मान करने के लिए कंट्री ऑफ फोकस
इफ्फी में कंट्री ऑफ फोकस सत्र पर प्रकाश डालते हुए, मंत्री महोदय ने कहा कि इस साल भारत-फ्रांस संबंधों के 75 साल पूरे हो रहे हैं, जिसे दोनों देशों के नेताओं- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के बीच एक बैठक के जरिए रेखांकित किया गया और भारत इस वर्ष फेस्टिवल डी कान में कंट्री ऑफ ऑनर था। 75वें कान फिल्म समारोह में मार्श डी फिल्म्स में भारत के ‘कंट्री ऑफ ऑनर’ की भावना को जारी रखते हुए, मुझे इफ्फी के 53वें संस्करण में ‘कंट्री ऑफ फोकस’ के रूप में फ्रांस का स्वागत करते हुए खुशी हो रही है।”
‘आने वाले समय के क्रिएटिव माइंड्स की संख्या हर साल बढ़ती जाएगी’
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने दर्शकों को यह भी बताया कि इसके दूसरे संस्करण में, निर्देशन, संपादन, पार्श्व गायन, पटकथा लेखन, एनिमेशन और अभिनय जैसी 10 श्रेणियों में एक प्रतिष्ठित जूरी ने एक कठोर प्रक्रिया के बाद लगभग 1000 प्रविष्टियों में से 75 ‘क्रिएटिव माइंड्स ऑफ़ टुमॉरो’ का चयन किया। इनमें लाइफटाइम अवार्डी, एनएफए, ग्रैमी और ऑस्कर विजेता शामिल हैं। सूचना और प्रसारण मंत्री ने कहा, “ये 19 राज्यों का प्रतिनिधित्व करते हैं, जैसे जयंतिया हिल्स (मेघालय), लखीमपुर (असम), खोरदा (ओडिशा) और उनमें से सबसे कम उम्र 18 वर्ष है!”
सूचना और प्रसारण मंत्री ने इस वर्ष सत्यजीत रे लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड जीतने के लिए प्रसिद्ध स्पेनिश फिल्म निर्माता कार्लोस सौरा को बधाई दी। उन्होंने यह भी घोषणा की कि इंडियन फिल्म पर्सनैलिटी ऑफ द ईयर पुरस्कार दक्षिण भारतीय अभिनेता चिरंजीवी को प्रदान किया जाएगा। श्री अनुराग ठाकुर ने यह भी कहा कि आईएफएफआई का यह संस्करण प्रमुख मणिपुरी फीचर फिल्मों और गैर-फीचर फिल्मों के विशेष रूप से तैयार किए गए पैकेज को प्रदर्शित करके मणिपुरी सिनेमा के 50 साल पूरे होने का उत्सव मनाएगा।
श्री अनुराग ठाकुर ने फिल्म बाजार के महत्व की ओर भी ध्यान दिलाया, जिसे आईएफएफआई के साथ-साथ आयोजित किया जा रहा है। सूचना और प्रसारण मंत्री ने कहा, “पहली बार, आईएफएफआई ने कंट्री पवेलियन की शुरुआत करके फिल्म बाजार का दायरा बढ़ाया है। मैं आपको 40 से अधिक पवेलियनों का पता लगाने के लिए आमंत्रित करता हूं जो फिल्म बाजार के 15वें संस्करण को प्रदर्शित करेंगे। पहली बार आईएफएफआई में सिनेमा की दुनिया से नवीनतम नवाचारों को प्रदर्शित करने के लिए एक प्रौद्योगिकी केन्द्र होगा।”
समावेशी इफ्फी
श्री ठाकुर ने कहा कि इस फिल्म महोत्सव को अधिक समावेशी और सभी के लिए सुलभ बनाने के उद्देश्य से दिव्यांगजन स्क्रीनिंग के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं। उन्होंने बताया, “दिव्यांगजनों की पहुंच संबंधी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए, इस खंड की फिल्में ऑडियो-विजुअल की सुविधाओं से लैस होंगी, जिसमें ऑडियो विवरण और सबटाइटल शामिल होंगे। फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एफटीआईआई) ने दिव्यांगजनों के लिए दो विशेष पाठ्यक्रम – ऑटिस्टिक व्यक्तियों के लिए तैयार ‘स्मार्टफोन फिल्म मेकिंग’ और व्हीलचेयर उपयोग करने वाले व्यक्तियों के लिए तैयार ‘स्क्रीन एक्टिंग’ से संबंधित एक बुनियादी पाठ्यक्रम- संचालित करेगा।”
कला और फिल्म जगत में सीमाओं को मिटाता इफ्फी
केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री डॉ. एल. मुरुगन ने कहा कि कोविड के बाद इफ्फी का यह 53वां संस्करण अपने जीवंत अवतार में वापस लौट आ जाएगा। उन्होंने कहा, “इफ्फी कला और फिल्म जगत में सीमाओं को मिटा रहा है और विभिन्न फिल्म संस्कृतियों को एक दूसरे के साथ जुड़ने तथा सहयोग करने की संभावनाओं का पता लगाने का अवसर दे रहा है। हमारे प्रधानमंत्री ने इफ्फी को एक ऐसे फिल्म महोत्सव के रूप में वर्णित किया है, जो सिनेमा द्वारा एकजुट किए गए विभिन्न राष्ट्रों व समाजों के प्रतिनिधियों के बीच तालमेल को बढ़ावा देता है। उन्होंने यह भी कहा कि 53वें इफ्फी में वह सब कुछ है जो एक फिल्म प्रेमी को चाहिए- 75 क्रिएटिव यंग माइंड्स, मास्टरक्लासेस, बॉक्स ऑफिस फ्लेवर, फिल्म बाजार और वैश्विक सिनेमा।”
उन्होंने कहा कि सूचना एवं प्रसारण मंत्री सह-निर्माण संबंधी समझौतों को प्रोत्साहन, फिल्मों से जुड़ी सिंगल विंडो सुविधा की सुव्यवस्था, एवीजीसी (एनिमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग और कॉमिक) की विशाल क्षमताओं के दोहन जैसी विभिन्न पहल के माध्यम से आगे बढ़ते हुए भारत को दुनिया के कंटेंट प्रोडक्शन हब के रूप में स्थापित करने की दिशा में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं। मंत्री महोदय ने सत्यजीत रे लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड के लिए चुने जाने पर स्पेनिश निदेशक कार्लोस सौरा को बधाई भी दी। डॉ. एल. मुरुगन ने स्वर्गीय मनोहर पर्रिकर के नेतृत्व में और अब मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के नेतृत्व में इफ्फी की सफलता के लिए गोवा के उल्लेखनीय योगदानों को भी रेखांकित किया।
डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी इंडोर स्टेडियम में मंत्रमुग्ध दर्शकों को संबोधित करते हुए, गोवा के मुख्यमंत्री श्री प्रमोद सावंत ने कहा कि गोवा में विश्वस्तरीय मल्टीप्लेक्स और कन्वेंशन सेंटर का निर्माण अपने अंतिम चरण में है और उम्मीद है कि 2025 तक हम इफ्फी को नए स्थल पर आयोजित करने में समर्थ होंगे। इस महोत्सव में स्थानीय रंग का समावेश करने के प्रयासों का उल्लेख करते हुए, श्री प्रमोद सावंत ने कहा कि इस वर्ष इफ्फी में राज्य सरकार ने गोवा फिल्म समुदाय के लिए विशेष मास्टरक्लास संचालित करने की पहल की है, जिसमें हिंदी और मराठी फिल्म खंडों की प्रसिद्ध फिल्म हस्तियां भाग लेंगी। उन्होंने कहा, “इस वर्ष विशेष रूप से एक गोवा खंड का भी प्रावधान किया गया है। भारतीय पैनोरमा की तीन जूरी सदस्यों वाली एक विशेष जूरी ने छह लघु फिल्मों और एक वृत्तचित्र का चयन किया है। हम फेस्टिवल माइल, एंटरटेनमेंट जोन और हेरिटेज परेड जैसी विभिन्न सहयोगी गतिविधियों के माध्यम से पर्यटकों और गोवा की जनता का ध्यान आकर्षित करने में समर्थ रहे हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि कारवां पूरे गोवा में तैनात किया जाएगा और आम जनता के लिए फिल्मों के प्रदर्शन (स्क्रीनिंग) की व्यवस्था की जाएगी। गोवा के मुख्यमंत्री ने कहा कि इस आयोजन को और अधिक समावेशी बनाने के उद्देश्य से दिव्यांगजनों के लिए भी फिल्मों की विशेष स्क्रीनिंग को संभव बनाया गया है। श्री प्रमोद सावंत ने पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय मनोहर पर्रिकर को भी याद किया जिनके प्रयासों से गोवा इफ्फी का स्थायी आयोजन स्थल बना।
सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए, सूचना और प्रसारण सचिव श्री अपूर्व चंद्रा ने कहा कि इफ्फी भारतीय फिल्म उद्योग के लिए दुनिया के सामने अपनी सर्वश्रेष्ठ कृतियों को प्रदर्शित करने और दुनिया के बाकी हिस्सों से सिनेमा से जुड़ी उत्कृष्ट कार्यप्रणालियों को आमंत्रित करने का एक मंच है। सूचना और प्रसारण सचिव ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का एक विशेष संदेश भी पढ़ा। इस संदेश में कहा गया है, “भारत के सबसे बड़े फिल्म महोत्सव के रूप में, इफ्फी सिनेमा द्वारा एकजुट किए गए विभिन्न देशों और समाजों के प्रतिनिधियों के बीच एक उत्साहवर्द्धक तालमेल को बढ़ावा देता है।”
इस उद्घाटन समारोह में गोवा सरकार के मुख्य सचिव श्री पुनीत कुमार गोयल, राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम के प्रबंध निदेशक श्री रविंदर भाकर तथा अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। मृणाल ठाकुर, वरुण धवन, कैथरीन टेरेसा, सारा अली खान, कार्तिक आर्यन और अमृता खानविलकर जैसी सिने हस्तियों ने भी इस उद्घाटन समारोह की शोभा बढ़ाई।
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