एसडीएम की पिटाई से नायब नाजिर की मौत, योगी के आदेश पर एसडीएम निलंबित, तलाश तेज

समग्र समाचार सेवा

प्रयागराज, 5 अप्रैल। प्रतापगढ़ में नायब नाजिर की मौत के आरोपित निलंबित एसडीएम लालगंज की तलाश में पुलिस ने संभावित ठिकानों पर दबिश दी, हालांकि देर शाम तकत सफलता नहीं मिली। एसडीएम की तलाश में लालगंज थाने की पुलिस के अलावा सर्विलांस व स्वाट की भी टीम को लगाया गया है।

नायब नाजिर की मौत में एसडीएम सहित चार पर है हत्या का मुकदमा

लालगंज तहसील के नायब नाजिर सुनील शर्मा ने एसडीएम लालगंज ज्ञानेंद्र विक्रम सिंह सहित अन्य पर मारपीट का आरोप लगाया था। इस बीच हालत बिगड़ने पर शनिवार को देर रात नायब नाजिर की मौत हो गई थी। इस पर कर्मचारी नेताओं ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया था। इस पर शनिवार की रात ही लालगंज पुलिस ने आरोपित एसडीएम ज्ञानेंद्र विक्रम सिंह और तीन अज्ञात लोगों पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया था।

लखनऊ और सुल्तानपुर में मारा छापा

घटना के बाद से एसडीएम फरार हैं। एसडीएम की तलाश में लालगंज पुलिस के अलावा सर्विलांस व स्वाट टीम लगाई गई है। पुलिस की टीमों ने आरोपित एसडीएम के पैतृक गांव सुल्तानपुर जिले व लखनऊ के वृंदावन कालोनी में दबिश दी, लेकिन सफलता नहीं मिली। पुलिस आरोपित एसडीएम का मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लगाकर ढूंढ़ने का प्रयास कर रही है। हालांकि दबिश सहित अन्य बिंदुओं पर बोलने से पुलिस अफसर बच रहे हैं। इस बारे में एसपी सतपाल अंतिल का कहना है कि मेडिकल व पोस्टमार्टम रिपोर्ट को संकलित किया जा रहा है। तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

एसडीएम आवास पर तैनात रहे तीन होमगार्ड से पूछताछ

इस बीच घटना के दिन एसडीएम के आवास पर तैनात रहे होमगार्डों से पूछताछ हुई है। नायब नाजिर सुनील कुमार लालगंज स्थित सरकारी आवास में रहता था। इसी आवासीय परिसर में एसडीएम ज्ञानेंद्र विक्रम सिंह भी रहते थे। 31 मार्च को सुबह तहसील में पहुंचकर नाजिर ने अधिवक्ताओं व अन्य लोगों को अपने शरीर पर चोट के निशान को दिखाते हुए आरोप लगाया था कि 30 मार्च की रात एसडीएम ज्ञानेंद्र विक्रम सिंह सहित अन्य ने उसे बेरहमी से मारा-पीटा था। कोतवाल कमलेश पाल ने बताया कि घटना की रात एसडीएम के आवास परिसर में होमगार्ड दिनेश, बाबूलाल व रामपाल की ड्यूटी थी, उनसे पूछताछ की जा रही है। मौके पर एक राजस्व कर्मी के होने की भी बात सामने आ रही है।

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