जम्मू-कश्मीर की नई सरकार: उमर अब्दुल्ला बने मुख्यमंत्री, हिंदू नेता बने डिप्टी सीएम; जानिए पूरी कैबिनेट

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,16 अक्टूबर। जम्मू-कश्मीर की नई सरकार ने हाल ही में शपथ ग्रहण किया है, जिसमें उमर अब्दुल्ला ने मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी संभाली है। यह सरकार नए राजनीतिक समीकरणों का प्रतीक मानी जा रही है, खासकर तब जब केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद यह पहली बार सरकार का गठन हुआ है। उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व में इस सरकार ने साम्प्रदायिक संतुलन और राजनीतिक स्थिरता को बनाए रखने के लिए कुछ महत्वपूर्ण फैसले किए हैं, जिसमें एक प्रमुख हिंदू नेता को डिप्टी सीएम का पद सौंपा गया है।

उमर अब्दुल्ला ने ली मुख्यमंत्री पद की शपथ

नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख नेता उमर अब्दुल्ला ने एक बार फिर जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है। यह उनके लिए दूसरी बार है जब वे इस महत्वपूर्ण पद को संभाल रहे हैं। उमर अब्दुल्ला ने शपथ ग्रहण के दौरान शांति, विकास और सौहार्द्र को अपनी प्राथमिकताएं बताया और राज्य के हर क्षेत्र और समुदाय के लिए काम करने की प्रतिबद्धता जताई।

हिंदू नेता बने डिप्टी सीएम

जम्मू-कश्मीर की नई सरकार में साम्प्रदायिक संतुलन बनाए रखने के उद्देश्य से एक हिंदू नेता को उपमुख्यमंत्री (डिप्टी सीएम) के पद पर नियुक्त किया गया है। यह कदम भाजपा और अन्य क्षेत्रीय दलों के साथ साझेदारी का संकेत है, जो राज्य में हिंदू-मुस्लिम एकता को मजबूत करने का प्रयास कर रहा है।

इस बार डिप्टी सीएम का पद रवींद्र रैना को सौंपा गया है, जो कि भाजपा के एक वरिष्ठ नेता हैं। रवींद्र रैना का राजनीतिक अनुभव और जमीनी पकड़ उन्हें इस पद के लिए उपयुक्त बनाता है। उन्होंने जम्मू क्षेत्र में भाजपा का प्रभाव बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है, और डिप्टी सीएम के रूप में उनकी नियुक्ति से जम्मू-कश्मीर की नई सरकार में हिंदू समुदाय का प्रतिनिधित्व भी सुनिश्चित हो गया है।

अन्य प्रमुख मंत्रियों की सूची

उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व में गठित इस सरकार में विभिन्न क्षेत्रों और समुदायों से नेताओं को शामिल किया गया है। यहाँ कुछ प्रमुख मंत्री और उनके विभागों की सूची दी गई है:

  1. अल्ताफ बुखारी – वित्त मंत्री: बुखारी जम्मू-कश्मीर में वित्तीय सुधारों को बढ़ावा देने के लिए जाने जाते हैं और उनके पास राज्य की आर्थिक संरचना को बेहतर करने का अनुभव है।
  2. सज्जाद लोन – शहरी विकास मंत्री: लोन नेशनल कॉन्फ्रेंस के सहयोगी दल पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के नेता हैं, और उनका राजनीतिक प्रभाव खासतौर से कश्मीर घाटी में है।
  3. नरिंदर सिंह – कृषि और ग्रामीण विकास मंत्री: सिंह का अनुभव कृषि क्षेत्र में है और उन्हें राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्यों को तेज करने के लिए जिम्मेदारी सौंपी गई है।
  4. महबूबा मुफ्ती – पर्यटन मंत्री: पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को इस बार पर्यटन विभाग सौंपा गया है, क्योंकि राज्य की अर्थव्यवस्था के लिए पर्यटन एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है, और उन्हें इस क्षेत्र में सुधार लाने की बड़ी जिम्मेदारी दी गई है।

नई सरकार के सामने चुनौतियां और प्राथमिकताएं

जम्मू-कश्मीर की नई सरकार के सामने कई चुनौतियाँ हैं, जिनमें शांति बहाली, विकास कार्यों को तेज करना, रोजगार के अवसर बढ़ाना और आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई शामिल हैं। उमर अब्दुल्ला ने अपने पहले बयान में कहा कि सरकार का मुख्य उद्देश्य राज्य में शांति और समृद्धि को वापस लाना है। इसके साथ ही, हिंदू और मुस्लिम समुदायों के बीच सौहार्द्र को बढ़ावा देना और केंद्र सरकार के साथ बेहतर समन्वय बनाए रखना भी उनकी प्राथमिकताओं में शामिल होगा।

निष्कर्ष

जम्मू-कश्मीर की नई सरकार ने उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व में संतुलन और राजनीतिक स्थिरता के साथ अपनी नई पारी की शुरुआत की है। रवींद्र रैना को डिप्टी सीएम पद देकर गठबंधन ने साम्प्रदायिक समरसता का संदेश दिया है, जबकि अन्य प्रमुख नेताओं को विभिन्न विभागों की जिम्मेदारी देकर सरकार ने विकास के एजेंडे पर काम शुरू किया है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि नई सरकार किस तरह से इन चुनौतियों का सामना करती है और राज्य को किस दिशा में ले जाती है।

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