समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 20 अप्रैल। कोरोना के मामले एक बार फिर देश में बढ़ने शुरू हो गए हैं लेकिन सबसे अधिक चिंता दिल्ली-एनसीआर को लेकर है। देश के दूसरे हिस्सों के मुकाबले दिल्ली-एनसीआर में मामले पिछले कुछ दिनों में तेजी से बढ़े हैं। बात यदि देश की राजधानी दिल्ली की करें तो लगातार दो दिनों से मामले 500 के पार आ रहे हैं। कोरोना मरीजों की संख्या से कहीं अधिक टेंशन पॉजिटिविटी रेट को लेकर है। दिल्ली में यह 7.72 फीसदी पहुंच गई। इन सबके बीच बुधवार 20 अप्रैल को डीडीएमए की महत्वपूर्ण मीटिंग होने वाली है। जिसमें कोई बड़ा फैसला हो सकता है। दूसरे राज्यों के मुकाबले इस बार दिल्ली-एनसीआर में केस क्यों बढ़ रहे हैं। क्या नया वेरिएंट इसकी वजह है जिसको लेकर अभी कुछ भी क्लियर नही है या कोई दूसरी वजह है।
मास्क जरूरी नहीं के बाद इस ट्रेंड को समझिए
पिछले दो महीने के ट्रेंड को देखा जाए तो सबसे ज्यादा नए मामले तीन राज्य दिल्ली, यूपी और हरियाणा से आ रहे हैं। हरियाणा और यूपी राज्य से एनसीआर वाले जिले हैं। दिल्ली में पॉजिटिविटी रेट बढ़कर 7 के पार चला गया है जोकि जनवरी महीने के बाद 1 फीसदी के नीचे चला गया था। यूपी और हरियाणा में ज्यादातर मामले नोएडा, गाजियाबाद और गुरुग्राम से आ रहे हैं। इनमें भी बच्चों की संख्या अधिक है।
कोरोना की बढ़ती टेंशन पर आखिर ऐसा क्यों बोल रहे एक्सपर्ट
राजधानी दिल्ली में 2 अप्रैल को दिल्ली सरकार की ओर मास्क पहनना अनिवार्य है इस नियम को हटा दिया गया और कहा गया कि इसके लिए अब जुर्माना नहीं लिया जाएगा। भीड़-भाड़ वाली जगहों पर इसे पहनने की सिफारिश की गई और इसे लोगों की स्वेच्छा पर छोड़ दिया गया। दिल्ली में जो केस बढ़ रहे हैं और इस नियम को हटाने में एक बात यह दिख रही है कि उसके बाद से कोरोना के मामले तेजी से बढ़े हैं। दूसरे एक्सपर्ट भी इस बात को कह रहे हैं कि कोविड नियमों का पालन न करना और मास्क हटाना देना इसका सीधा परिणाम है मामलों में तेजी।
दूसरे राज्यों और देशों से आने वाले लोगों का क्या कनेक्शन
कई हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि देश की राजधानी दिल्ली और आस-पास के जिलों में कोरोना के मामलों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। इन एक्सपर्ट का कहना है कि दिल्ली चूंकि देश की राजधानी है इसलिए यहां दूसरे राज्यों और देशों से काफी संख्या में लोग आते हैं। टेस्टिंग भी होती है मामले बढ़ रहे हैं। लेकिन इसके पीछे कोरोना का नया वेरिएंट एक्सई है इसको लेकर कुछ भी दावे के साथ नहीं कहा जा सकता है। दिल्ली घनी आबादी वाला राज्य है। सीरो सर्वे में पहले भी यह बात सामने आई थी कि घनी आबादी वाले इलाकों से अधिक मरीज सामने आए थे।
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