नीति आयोग के एआईएम, यूएनडीपी इंडिया ने संयुक्त रूप से भारत में युवाओं के नेतृत्व वाली सामाजिक उद्यमिता और नवाचार में तेजी लाने के लिए यूथ कोःलैब का शुभारंभ किया

नीति आयोग के अटल नवाचार मिशन (एआईएम) और संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी), भारत ने शुक्रवार को सतत विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले युवाओं की पहचान करने के लिए नई पहल, यूथ कोःलैब की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य युवाओं में सामाजिक उद्यमिता और नवाचार को बढ़ावा देना है।

शुभारंभ के अवसर पर नीति के एआईएम और यूएनडीपी भारत के बीच एक आशय पत्र पर हस्ताक्षर किए गए।

यूथ कोःलैब के माध्यम से युवा उद्यमी और अभिनवकर्ता को सरकार, मेंटरों, इन्क्यूबेटरों और निवेशकों से जुड़ने का एक अवसर मिलेगा, जो उन्हें उद्यमी कौशल से लैस करने में मदद करेगा।

इस पहल में पूरे भारत में उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए युवाओं के साथ संवाद के लिए एक श्रृंखला का विभिन्न शहरों जैसे नई दिल्ली, हैदराबाद, बंगलुरु और मुंबई में आयोजन किया जायेगा।

यूएनएसडीएफ के हिस्से के रूप में एआईएम और यूएनडीपी ने नीति आयोग और संयुक्त राष्ट्र, भारत के बीच हस्ताक्षर किए। इस सहयोग से युवा को विभिन्न मुद्दों से संबंधित, काम के भविष्य और यूथ कोःलैब के माध्यम से सतत विकास उद्देश्यों (एसडीजी) के बारे में जागरूकता फैलाई जायेगी।

यूथ कोःलैब के पहले चरण में छह सतत विकास उद्देश्यों (एसडीजी)- एसडीजी 5 (लैंगिक समानता), एसडीजी 6 (स्वच्छ पेयजल और स्वच्छता), एसडीजी 7 (सस्ती एवं स्वच्छ ऊर्जा), एसडीजी 8 (बेहतर काम और आर्थिक विकास), एसडीजी 12 (सतत उपभोग और उत्पादन) और एसडीजी 13 (जलवायु परिवर्तन) पर केन्द्रित होगा।

इस मिशन के निदेशक रामानन रामनाथन ने युवाओं के नेतृत्व वाली उद्यमिता के महत्व पर अपने विचार साझा करते हुए कहा कि युवा उद्यमिता के संभावित लाभ हैं और इसमें सबसे महत्वपूर्ण यह है कि यह देश में रोजगार के बड़े अवसर पैदा करता है।

उन्होंने कहा कि दुनिया की सबसे अधिक युवा आबादी के साथ भारत के लाखों लोग हर साल कार्यबल में शामिल हो रहे हैं, भारत के लिए मजबूत रोजगार और उद्यमिता परितंत्र बनाना महत्वपूर्ण है।

चुनौतियों से उबरने में युवाओं की सहायता के लिए यूएनडीपी और एआईएम, नीति आयोग युवाओं को नवोन्मेषी विकास विचारों के माध्यम से सशक्त बनायेगा।

इस संबंध में यूथ कोःलैब राष्ट्रीय और उप-राष्ट्रीय स्तर पर सामाजिक नवाचार की चुनौतियों का आयोजन करेगा, जहां 18-29 वर्ष के आयु वर्ग के युवाओं को आमंत्रित किया जाएगा और इस क्षेत्र की सबसे बड़ी सामाजिक चुनौतियों से निपटने के लिए प्रस्तावित विचारों और समाधानों को प्रदर्शित करने के लिए स्टार्टअप करेगा।

उन्हें 2020 में यूएनडीपी के क्षेत्रीय केन्द्र में अपने विचारों को रखने का अवसर मिलेगा।

अकांक्षी उद्यमी और नये उद्यमी (तीन वर्ष से कम अनुभव वाले) अपने विचारों को 4 नवंबर 2019 से पहले वेबसाइट http://aimapp2.aim.gov.in/youth2019/entry.php पर प्रस्तुत कर सकते हैं।

चयनित आवेदकों को एक राष्ट्रीय नवाचार चुनौती के लिए आमंत्रित किया जाएगा, जहां प्रत्येक स्टार्ट-अप विजेता को अटल इन्कयूबेशन सेंटर्स पर अपने विचारों को प्रस्तुत करने और मजबूत करने का अवसर मिलेगा।

यूएनडीपी भारत के स्थानीय प्रतिनिधि शोको नोदा ने इसके शुभांरभ पर कहा कि 21वीं सदी की चुनौतियों को पारम्परिक तरीकों से हल नहीं किया जा सकता है

उन्होंने कहा कि क्षेत्र की बड़ी विकास चुनौतियों को हल करने के लिए युवाओं को केंद्र में रखना आवश्यक है। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे भविष्य के कौशल, विशेष रूप से नेतृत्व, सामाजिक नवाचार, उद्यमिता और संचार को सीखने के लिए प्रेरित और उत्साहित है।

यूथ कोःलैब के बारे में उन्होंने कहा कि युवा लोगों के लिए अपने विचारों और संभावनाओं को जानने और एसडीजी पर भारत की प्रगति को बढ़ाने के लिए बड़े पैमाने पर व्यवहार्य समाधान प्रस्तुत करने का एक अभिनव प्लेटफॉर्म है।

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