नितिन गडकरी का बयान: योग्यता की बजाय जातिवाद का सहारा लेने वाले नेताओं पर साधा निशाना

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,12 नवम्बर। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण बयान दिया, जिसमें उन्होंने उन नेताओं पर हमला बोला जो चुनावी लाभ के लिए जातिवाद का इस्तेमाल करते हैं। गडकरी ने कहा कि जो नेता योग्यता के आधार पर चुनावी सफलता हासिल नहीं कर सकते, वे जाति के नाम पर वोट बैंक की राजनीति करने में जुट जाते हैं। उनका कहना था कि इस तरह के नेता समाज को बांटने का काम करते हैं और राजनीति में जातिवाद को बढ़ावा देते हैं, जबकि यह देश और समाज के लिए नुकसानदायक है।

गडकरी का हमला जातिवादियों पर

नितिन गडकरी ने इस बयान में यह भी कहा कि नेताओं को अपनी योग्यता और काम के आधार पर जनता का समर्थन प्राप्त करना चाहिए, न कि जातिवाद की राजनीति करके। उनका मानना है कि देश की प्रगति और विकास के लिए जातिवाद के बजाय समाज के सभी वर्गों के बीच समरसता और एकता की आवश्यकता है। गडकरी ने यह भी स्पष्ट किया कि भाजपा सरकार इस तरह की जातिवाद की राजनीति से दूर रहती है और विकास के आधार पर काम करती है।

गडकरी ने आगे कहा कि भाजपा की सरकार ने हमेशा लोगों के कल्याण के लिए काम किया है और वह किसी भी प्रकार के सामाजिक भेदभाव को बढ़ावा नहीं देती। उन्होंने विशेष रूप से महायुति सरकार की योजनाओं का उल्लेख किया, जिनसे समाज के हर वर्ग को लाभ मिल रहा है।

महायुति सरकार की कल्याणकारी योजनाएं

नितिन गडकरी ने महायुति सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार ने आम जनता के भले के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं, जो गरीब, किसान, और श्रमिक वर्ग के लिए फायदेमंद साबित हो रही हैं। उन्होंने यह भी बताया कि महायुति सरकार के तहत रोजगार, शिक्षा, और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सेवाओं में सुधार किए गए हैं और लोग अब इन योजनाओं से लाभान्वित हो रहे हैं।

गडकरी ने विशेष रूप से सड़क निर्माण और इंफ्रास्ट्रक्चर विकास के क्षेत्रों में सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख किया। उनका कहना था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने देश के इंफ्रास्ट्रक्चर में एक नई क्रांति ला दी है, जिससे आर्थिक विकास को गति मिली है और लाखों लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त हुए हैं।

जातिवाद की राजनीति का खात्मा

नितिन गडकरी ने अपने बयान में यह भी कहा कि भाजपा का उद्देश्य देश में जातिवाद की राजनीति का खात्मा करना है। उनका मानना है कि विकास ही सबसे बड़ा हथियार है, और यही वह रास्ता है जिससे समाज में समानता और समरसता को बढ़ावा मिल सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि भाजपा के शासन में केंद्र और राज्य स्तर पर विकास के कामों को प्राथमिकता दी गई है और इस दौरान किसी भी प्रकार के जातिवाद का इस्तेमाल नहीं किया गया है।

गडकरी ने साफ तौर पर कहा कि भारत को मजबूत बनाने के लिए जातिवाद की राजनीति को खत्म करना होगा और सभी वर्गों को एक साथ जोड़ने की आवश्यकता है। भाजपा का उद्देश्य समाज के हर तबके को समान रूप से लाभ देना है, ताकि सभी लोग विकास की धारा में शामिल हो सकें।

निष्कर्ष

नितिन गडकरी के इस बयान से साफ हो गया कि भाजपा के नेता जातिवाद की राजनीति से दूर रहकर समाज के हर वर्ग को समान अवसर देने की दिशा में काम कर रहे हैं। गडकरी ने विपक्षी नेताओं पर आरोप लगाया है कि वे योग्यता के आधार पर चुनावी जीत हासिल नहीं कर पाते और इसलिए जातिवाद का सहारा लेते हैं। गडकरी का यह बयान उस समय आया है जब देश में चुनावी माहौल गरमाया हुआ है और पार्टियां विभिन्न मुद्दों पर मतदाताओं को लुभाने के लिए प्रचार कर रही हैं।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.