नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा: 30 अक्टूबर को उद्घाटन, उड़ानें जल्द होंगी शुरू
जेवर में बना यह एयरपोर्ट राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के लिए दूसरा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा होगा।
- गौतम बुद्ध नगर के जेवर में बने नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का उद्घाटन 30 अक्टूबर, 2025 को होगा।
- वाणिज्यिक उड़ानें उद्घाटन के 45 दिनों के भीतर शुरू होने की उम्मीद है, बशर्ते नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) से अंतिम मंजूरी मिल जाए।
- यह एयरपोर्ट राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) के लिए दूसरा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा होगा, जो यात्री और कार्गो दोनों सेवाओं पर ध्यान केंद्रित करेगा।
समग्र समाचार सेवा
नोएडा, 18 सितंबर, 2025: उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर में स्थित नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (NIA) का उद्घाटन 30 अक्टूबर, 2025 को होना तय हो गया है। इस भव्य समारोह के बाद, यह हवाई अड्डा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) के लिए एक गेम-चेंजर साबित होगा। हालांकि, उद्घाटन के तुरंत बाद ही वाणिज्यिक उड़ानें शुरू नहीं होंगी। नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अनुसार, उड़ानें कार्यक्रम के 45 दिनों के भीतर शुरू होंगी, जिसके लिए DGCA से अंतिम मंजूरी का इंतजार है। ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी (BCAS) पहले ही एयरसाइड सुरक्षा मंजूरी दे चुका है, जो इस परियोजना के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
यह एयरपोर्ट दिल्ली से लगभग 75 किलोमीटर की दूरी पर है और इसे विशेष रूप से दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर बढ़ते दबाव को कम करने के लिए बनाया गया है। यह न केवल यात्री यातायात को संभालेगा, बल्कि यह कार्गो संचालन के लिए एक रणनीतिक हब भी बनेगा। शुरुआती चरण में, इस हवाई अड्डे की वार्षिक क्षमता 2 करोड़ यात्रियों को संभालने की होगी। इसके साथ ही, यह 10 से अधिक शहरों से क्षेत्रीय कनेक्टिविटी प्रदान करने की योजना पर भी काम कर रहा है। यह परियोजना सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) मॉडल के तहत विकसित की गई है, जिसमें ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल मुख्य रियायतकर्ता है।
नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर और अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। इसका उद्देश्य भारत के एविएशन सेक्टर में एक नया मानक स्थापित करना है। एयरपोर्ट के डिजाइन में स्थिरता और पर्यावरण-हितैषी तकनीकों पर भी जोर दिया गया है। यह न केवल यात्रियों के लिए यात्रा को आसान बनाएगा, बल्कि यह गौतम बुद्ध नगर और आसपास के क्षेत्रों में आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देगा। एयरपोर्ट के निर्माण से हजारों रोजगार के अवसर पैदा हुए हैं और इसके पूरी तरह से चालू होने के बाद और भी अधिक रोजगार सृजित होने की उम्मीद है।
यह एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश सरकार की ‘विकास’ एजेंडे का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह राज्य को देश के बाकी हिस्सों और दुनिया के साथ बेहतर तरीके से जोड़ेगा। यह हवाई अड्डा व्यापार, पर्यटन और निवेश के लिए नए रास्ते खोलेगा। एयरपोर्ट के खुलने से नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) के क्षेत्र में रियल एस्टेट और व्यापारिक गतिविधियों में भी तेजी आने की संभावना है। यह परियोजना भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर विकास की कहानी में एक और सफल अध्याय जोड़ती है, जो देश को एक वैश्विक आर्थिक शक्ति के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
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