समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,18 दिसंबर। पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर भारत में हो रहे तेजी से विकास और बुनियादी ढांचे में सुधारों की सराहना की। मणिपुर के हालात पर उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार सभी गुटों से बातचीत कर रही है और राज्य सरकार के साथ मिलकर समाधान तलाशने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
सिंधिया ने समाचार एजेंसी एएनआई के साथ बातचीत में मणिपुर की स्थिति को जटिल बताया, लेकिन इस धारणा को खारिज किया कि यह समस्या पिछले कुछ वर्षों में बनी है। उन्होंने कहा, “यह स्थिति 25 से 40 सालों से चली आ रही है। यह कहना गलत है कि इसे वर्तमान सरकार ने पैदा किया है। केंद्र और राज्य सरकार इस चुनौती से निपटने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम सभी गुटों से लगातार बात कर रहे हैं और सौहार्दपूर्ण समाधान निकालने का प्रयास कर रहे हैं।”
मंत्री सिंधिया ने बताया कि पिछले 10 वर्षों में पूर्वोत्तर में हिंसा की घटनाओं में लगभग 80 प्रतिशत की कमी आई है। उन्होंने कहा, “यह कहना पूरी तरह अनुचित होगा कि यह क्षेत्र संघर्ष से घिरा है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में इस क्षेत्र ने पहले कभी इतना शांतिपूर्ण समय नहीं देखा। हिंसा की घटनाएं भी पिछले दशक में 80 फीसदी तक कम हुई हैं। साथ ही उग्रवादियों द्वारा हथियार डालने और मुख्यधारा में शामिल होने के मामलों में 70-75 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है।”
उन्होंने पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के प्रयासों को अभूतपूर्व बताते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में जितने शांति समझौते हुए हैं, उतने पहले कभी नहीं हुए। उन्होंने पूर्वोत्तर में बुनियादी ढांचे में सुधारों का उल्लेख करते हुए कहा कि पिछले 10 वर्षों में इस क्षेत्र में लगभग 16,000 किलोमीटर लंबे नेशनल हाइवे बनाए गए हैं। इसके अलावा, रेलवे, एयरपोर्ट और जलमार्गों का तेजी से विस्तार हुआ है।
सिंधिया ने बताया कि पहले जहां पूर्वोत्तर में 10,000 किलोमीटर के नेशनल हाइवे थे, वहीं अब 16,000 किलोमीटर हाइवे हैं। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत 50,000 करोड़ रुपये की लागत से 45,000 किलोमीटर सड़कें बनाई गई हैं। उन्होंने कहा कि रेलवे ट्रैक निर्माण की रफ्तार भी पहले 6.5 किलोमीटर प्रति माह थी, जो अब बढ़कर 19 किलोमीटर प्रति माह हो गई है। पिछले 10 वर्षों में 2,000 किलोमीटर रेलवे ट्रैक बनाए गए हैं।
नागरिक उड्डयन के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल हुई हैं। उन्होंने कहा कि 10 साल पहले इस क्षेत्र में 9 एयरपोर्ट थे, जो अब बढ़कर 17 हो गए हैं। जल परिवहन के क्षेत्र में भी तेजी से विकास हुआ है। पहले केवल एक जलमार्ग था, जबकि अब 20 जलमार्ग संचालित हो रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री ने घोषणा की कि भारत में दूसरा सेमीकंडक्टर फैक्टरी असम में स्थापित किया जाएगा। यह इस क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि होगी। उन्होंने कहा कि यह परियोजना टाटा समूह के सहयोग से शुरू हो रही है और इसमें 27,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जा रहा है।
सिंधिया ने यह भी बताया कि पिछले 6 महीनों में आयोजित तीन रोड शो के जरिए 45,000 करोड़ रुपये के समझौते किए गए हैं। इन निवेशों से पूर्वोत्तर क्षेत्र को भारत का विकास इंजन बनाने का सपना साकार होगा। उन्होंने कहा, “जहां भारत 6.5 से 7.5 प्रतिशत की दर से विकास कर रहा है, वहीं पूर्वोत्तर क्षेत्र 9.3 से 11 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री मोदी का मानना है कि पूर्वोत्तर भारत का विकास इंजन बनेगा, और यह बदलाव अब साफ दिख रहा है।”
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