अब काव्या मारन ने खरीदी हंड्रेड लीग की बड़ी टीम, इन 5 विदेशी लीगों में है इंडियंस की धमक!

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 6 फरवरी।
भारतीय क्रिकेट का प्रभाव अब सिर्फ आईपीएल (IPL) तक सीमित नहीं है, बल्कि दुनिया भर की क्रिकेट लीगों में भारतीय मालिकों की जबरदस्त पकड़ बनती जा रही है। इसी कड़ी में सनराइजर्स हैदराबाद की CEO काव्या मारन ने एक और बड़ा कदम उठाया है। काव्या मारन ने अब इंग्लैंड की ‘हंड्रेड’ (The Hundred) लीग में एक प्रमुख टीम खरीद ली है, जिससे भारतीय निवेशकों का ग्लोबल क्रिकेट पर दबदबा और मजबूत हो गया है।

कौन हैं काव्या मारन और क्यों खास है यह डील?

काव्या मारन, जो सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) की मालिक और सन ग्रुप (Sun Group) से जुड़ी हुई हैं, पहले ही आईपीएल में अपनी टीम के शानदार संचालन के लिए जानी जाती हैं। अब उन्होंने इंग्लैंड की हंड्रेड लीग में टीम खरीदकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय क्रिकेट फ्रेंचाइजी का विस्तार कर दिया है

हंड्रेड लीग इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) द्वारा शुरू की गई एक 100 गेंदों की अनोखी प्रतियोगिता है, जो क्रिकेट में नई ऊर्जा लेकर आई है। भारतीय निवेशकों के इस लीग में प्रवेश से भारतीय क्रिकेट का वैश्विक प्रभाव और अधिक बढ़ेगा

5 विदेशी लीग जहां भारतीय मालिकों की धाक

भारतीय फ्रेंचाइजी मालिक सिर्फ आईपीएल तक सीमित नहीं हैं, बल्कि उन्होंने दुनिया की कई प्रमुख टी20 लीगों में भी निवेश किया है। आइए नजर डालते हैं उन 5 प्रमुख विदेशी लीगों पर, जहां भारतीय मालिकों की पकड़ मजबूत हो चुकी है

1. SA20 (साउथ अफ्रीका टी20 लीग)

साउथ अफ्रीका की इस नई टी20 लीग में लगभग सभी प्रमुख टीमें आईपीएल की फ्रेंचाइजी मालिकों द्वारा खरीदी गई हैं। इसमें शामिल हैं:

  • MI Cape Town (मुंबई इंडियंस मालिकाना हक)
  • Paarl Royals (राजस्थान रॉयल्स मालिकाना हक)
  • Sunrisers Eastern Cape (SRH मालिकाना हक)
  • Pretoria Capitals (दिल्ली कैपिटल्स मालिकाना हक)

2. ILT20 (यूएई इंटरनेशनल लीग टी20)

यूएई की इस नई लीग में भी भारतीय निवेशकों का दबदबा दिखता है।

  • MI Emirates (मुंबई इंडियंस मालिकाना हक)
  • Dubai Capitals (दिल्ली कैपिटल्स मालिकाना हक)
  • Abu Dhabi Knight Riders (कोलकाता नाइट राइडर्स मालिकाना हक)

3. Major League Cricket (MLC) – अमेरिका

अमेरिका में क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई इस टी20 लीग में भी भारतीय कंपनियों का बड़ा निवेश है।

  • MI New York (मुंबई इंडियंस मालिकाना हक)
  • Texas Super Kings (CSK मालिकाना हक)
  • LA Knight Riders (KKR मालिकाना हक)

4. Caribbean Premier League (CPL)

कैरेबियन प्रीमियर लीग में भी भारतीय कंपनियों का प्रभाव बढ़ता जा रहा है।

  • Trinbago Knight Riders (KKR मालिकाना हक)

5. The Hundred (इंग्लैंड की 100-बॉल लीग)

अब काव्या मारन की एंट्री के बाद ‘हंड्रेड’ में भी भारतीय निवेश का दबदबा बढ़ गया है। यह इंग्लैंड की अनोखी लीग है, जिसमें 100 गेंदों का फॉर्मेट होता है, और इसे क्रिकेट के नए युग के रूप में देखा जाता है।

भारतीय क्रिकेट का बढ़ता प्रभाव

भारतीय फ्रेंचाइजी मालिकों का विदेशी लीगों में बढ़ता निवेश न सिर्फ भारत की क्रिकेट महाशक्ति की छवि को मजबूत कर रहा है, बल्कि यह भारतीय ब्रांड्स को ग्लोबल मार्केट में पहचान दिलाने का भी एक शानदार जरिया बन रहा है।

अब जब काव्या मारन ने भी इंग्लैंड की हंड्रेड लीग में टीम खरीदकर भारतीय प्रभाव को और आगे बढ़ाया है, तो यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले समय में भारतीय क्रिकेट का यह वर्चस्व और कितना आगे जाता है!

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