समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 27जुलाई। अब दिल्ली से वाराणसी की यात्रा करने के लिए 10 घंटे का सफर तय नही करना पड़ेगा क्योंकि अब 350 किलोमीटर की रफ्तार से दौड़नेवाली बुलेट ट्रेन चलनेवाली है जो चार घंटे में दिल्ली से बनारस पहुंचा देगी। यह ट्रेन 13 स्टेशनों पर रूकेगी और नोएडा में इसके 2 स्टॉपेज होंगे. रेलवे मंत्रालय ने इसके लिए मंजूरी दे दी है और अब जल्द ही यह ट्रेन यात्रियों को लेकर दौड़ने लगेगी।
दिल्ली-वाराणसी हाईस्पीड रेल परियोजना में सिर्फ गौतमबुद्धनगर जिले में ही 2 स्टेशन होंगे। नोएडा एयरपोर्ट लिमिटेड ने एक साल पहले इस ट्रेन के ठहराव के लिए प्रस्ताव भेजा था, जिसे रेल मंत्रालय से अब मंजूरी मिली है। यमुना अथॉरिटी के सीईओ अरुणवीर सिंह ने बताया कि दुनियाभर से नोएडा इंटरनैशनल एयरपोर्ट आने वाले विमान यात्रियों को हाईस्पीड रेल का फायदा मिलेगा।
सराय काले खां से चलकर इस ट्रेन का पहला ठहराव सेक्टर-148 में होगा. इसके बाद यह नोएडा इंटरनैशनल एयरपोर्ट पर रुकेगी. सराय काले खां से एयरपोर्ट पहुंचने में इसे 21 मिनट लगेंगे।
बुलेट ट्रेन मथुरा, आगरा, इटावा, कानपुर, लखनऊ, प्रयागराज होते हुए वाराणसी तक 816 किमी की दूरी 4 घंटे में तय करेगी। बुलेट ट्रेन का संभावित रूट तय हो गया है। दिल्ली-वाराणसी रूट पर कुल 13 स्टेशन होंगे। इनमें से 12 स्टेशन उत्तर प्रदेश में होंगे, जबकि 13वां दिल्ली में अंडरग्राउंड होगा। यह ट्रेन 330 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से दौड़ेगी और इसकी अधिकतम रफ्तार 350 किमी प्रति घंटा और औसतन रफ्तार 250 किमी प्रति घंटा होगी.
सराय काले खां, नोएडा के सेक्टर-148 और नोएडा एयरपोर्ट के बाद बुलेट ट्रेन मथुरा, आगरा, इटावा, कानपुर, लखनऊ, रायबरेली, प्रतापगढ़, प्रयागराज, भदोही होते हुए वाराणसी तक का सफर तय करेगी। वाराणसी से दिल्ली के बीच जहां अभी ट्रेनों को 10-12 घंटे लग जाते हैं, वहीं बुलेट ट्रेन से यह सफर महज 4 घंटे में पूरा हो जाएगा।
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