इन्सिडेट रिस्पांस सिस्टम (आईआरएस) के नामित नोडल अधिकारियों का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम

समग्र समाचार सेवा
उत्तरकाशी, 18 जून। इन्सिडेट रिस्पांस सिस्टम (आईआरएस) के नामित नोडल अधिकारियों को आपदा की तैयारियों को लेकर वर्चुअल माध्यम से एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया।

विशेषज्ञ राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण श्री बी.बी.गणनायक द्वारा प्रस्तुतिकरण के माध्यम से आई.आर.एस के नोडल अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया। तथा आपदा के दौरान प्रत्येक नोडल अधिकारियों की भूमिका व उत्तरदायित्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि आपदा के समय जिले में विभिन्न विभागों के प्रमुखों को अलग-अलग भूमिकायें निभानी होती है। प्रभावित क्षेत्र में त्वरित गति से पहुंचकर प्रभावित व्यक्तियों को बचाना है और उन्हें राहत उपलब्ध कराना होता है। उन्होंने आपदा के दौरान स्टेजिंग एरिया के महत्व को बताते हुए कहा कि स्टेजिगं एरिया ऐसा क्षेत्र है जहाँ संसाधनों को इकट्ठा किया जाता है। जिसमें भोजन,वाहन और अन्य सामाग्रियां एवं खाने पीने की वस्तुयें एक ही स्थान पर एकत्र की जाती हैं। उन्होंने बताया कि संसाधनों के तत्काल प्रभावी और तुरन्त नियोजन के लिये स्टेजिगं एरिया प्रभावित स्थल के निकट किसी उपयुक्त स्थान पर स्थापित किया जाता है। आपदा की परिस्थितियों से निपटने और विभिन्न कार्यो को पूरा करने के लिए रिस्पांस समय जितना कम होगा जान-माल का नुकसान उतना ही कम होगा। श्री गणनायक द्वारा रिस्पॉन्सिबल ऑफिसर, इंसीडेंट कमाण्डर, लाईजनिंग ऑफिसर,ऑपरेशन सैक्शन, प्लानिंग सैक्शन, लोजिस्टिक सैक्शन के कार्यों तथा विभिन्न प्रारूपों के बारे में विस्तृत जानकारियां दी गई।

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