ऑपरेशन शिवशक्ति से दहले आतंकी ठिकाने: जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों का बड़ा एक्शन

समग्र समाचार सेवा
श्रीनगर, 30 जुलाई: जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ चलाए जा रहे अभियानों में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है। ‘ऑपरेशन महादेव’ के बाद अब ‘ऑपरेशन शिवशक्ति’ के तहत बीते 48 घंटों में चार सफल अभियानों में कई आतंकियों को मार गिराया गया है और बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किए गए हैं। भारत की यह आक्रामक रणनीति अब आतंक के मंसूबों पर निर्णायक चोट करती दिख रही है।

 ‘ऑपरेशन शिवशक्ति’ की ताज़ा कार्रवाई

बुधवार को पुंछ के देवागर सेक्टर में दो आतंकी घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे जिन्हें सुरक्षा बलों ने मौके पर ही ढेर कर दिया। ये आतंकी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े हुए थे और इनके पास से तीन हथियार और भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद किया गया।

नगरोटा में आतंकी मददगार पकड़ा गया

जम्मू के नगरोटा इलाके में पुलिस ने अजान हमीद गाजी नाम के एक आतंकी सहयोगी को गिरफ्तार किया है। वह श्रीनगर निवासी है और अपनी टोयोटा गाड़ी से तीन तुर्की और चाइनीज मेड पिस्तौल लेकर कश्मीर घाटी की ओर जा रहा था। पुलिस ने नगरोटा नाके पर चेकिंग के दौरान पिस्तौल बरामद की जो कार की अगली सीट के नीचे छुपाई गई थी। शुरुआती जांच में पता चला है कि ये हथियार टारगेटेड किलिंग के लिए भेजे जा रहे थे।

कुपवाड़ा में भारी मात्रा में विस्फोटक जब्त

सुरक्षाबलों ने कुपवाड़ा में भी अभियान चलाकर बड़ी मात्रा में असलहा और बारूद बरामद किया है। यह क्षेत्र घुसपैठ का प्रमुख मार्ग रहा है और यहां से अक्सर आतंकी सामग्री पकड़ी जाती रही है।

ऑपरेशन महादेव में भी बड़ी कामयाबी

इससे पहले श्रीनगर के दाचीघाम इलाके में ‘ऑपरेशन महादेव’ के तहत तीन आतंकियों को ढेर किया गया था। इन आतंकियों में एक 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का मास्टरमाइंड भी था, जिसमें 26 निर्दोष पर्यटकों की जान गई थी।

भारत ने 7 मई को इसके जवाब में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाकर PoK और पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की थी।

आतंकी आंकड़ों पर नजर

  • PoK में सक्रिय आतंकी कैंप: लगभग 40
  • कुल आतंकी संख्या: 110–130 (PoK), 135–140 (J&K में)
    • जम्मू: 60–65
    • कश्मीर: 70–75
    • इनमें 115 पाकिस्तानी
  • 2025 में मारे गए आतंकी: 75
    • सीमा पार से घुसपैठ के प्रयास में: 17
    • घाटी के भीतर: 26
  • स्थानीय युवाओं की भर्ती: केवल 4 (2025 में)

यह आंकड़े यह दर्शाते हैं कि आतंकी नेटवर्क की भर्ती क्षमता बेहद घट चुकी है और सुरक्षा बलों की निगरानी और कार्रवाई से पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद करारा जवाब पा रहा है।

भारत की कड़ी चेतावनी

भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि अब आतंकवाद को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सुरक्षाबलों की आक्रामक नीति और तेजी से हो रहे ऑपरेशन यह दिखाते हैं कि आतंक का समर्थन करने वालों को अब कोई सुरक्षित पनाह नहीं मिलने वाली।

‘ऑपरेशन महादेव’ और ‘ऑपरेशन शिवशक्ति’ ने यह संदेश दिया है कि भारत अब रक्षात्मक नहीं बल्कि आक्रामक रणनीति अपना रहा है। आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए चलाए जा रहे यह अभियान भारत की संप्रभुता और सुरक्षा के प्रति ज़ीरो टॉलरेंस नीति को दर्शाते हैं।

 

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