जम्मू -कश्मीर में ऑपरेशन त्रिनेत्र जो आतंकियों के खात्मे के लिए भारतीय सेना चला रही है, आइये जाने इसके बारे में
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 06 मई। जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के सफाए के लिए सेना ऑपरेशन त्रिनेत्र चला रही है। यह ऑपरेशन भारतीय सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस संयुक्त रूप से चला रही है। इसके तहत राजौरी और बारामुला में दो आतंकियों को मारा गया है। शुक्रवार को आंतकी हमले में शहीद हुए सेना के पांच जवान शहीद हो गए थे। इसके जवाब में सेना ने ऑपरेशन त्रिनेत्र लॉन्च कर दिया। सुरक्षा बल रजौरी, पुंछ समेत रियासी और आसपास के इलाकों में सर्च ऑपरेशन कर रहे हैं। इस रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जम्मू पहुंचे हैं। ऐसा पहली बार नहीं है जब भारतीय सेना ने आंतकियों के खात्मे के लिए ऑपरेशन त्रिनेत्र चलाया है। आखिर ऑपरेशन त्रिनेत्र का मतलब क्या होता है, आइए बताते हैं।
ऑपरेशन त्रिनेत्र का अर्थ
त्रिनेत्र शब्द का अर्थ होता है ‘तीन आंखें’ जो कि हिंदू धर्म में देवी दुर्गा के एक रूप को दर्शाता है। इस ऑपरेशन में आतंकियों पर सेना संयुक्त ऑपरेशन चलाकर प्रहार कर रही है। भारतीय सेना पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन चला रही है। जहां भी आतंकियों के छिपे होने की संभावना है वहां सुरक्षा बल छापेमारी कर रहे हैं। दरअसल राजौरी के कोटरंका का केसरी हिल का इलाका काफी खतरनाक है। यहां कटीली झाड़ियां और बड़े-बड़े पत्थरों के बोल्डर हैं। इस इलाके में आतंकियों को छिपने की जगह मिल जाती है। यहां 12 से ज्यादा गुफाएं हैं। लेकिन अब सुरक्षाबल अलर्ट हैं और चप्पे चप्पे पर नजर बनाए हुए हैं।
सेना ने जवाब में शुरू किया ऑपरेशन त्रिनेत्र
जम्मू-कश्मीर में चल रहे ऑपरेशन त्रिनेत्र में अब तक दो आतंकियों को ढेर किया जा चुका है। एक रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि शुक्रवार देर रात करीब एक बजकर 15 मिनट पर सुरक्षा बलों को आतंकवादियों के ठिकाने का पता चला, जिसके बाद दोनों ओर से गोलीबारी शुरू हो गई और अंतिम सूचना मिलने तक गोलीबारी जारी थी। अधिकारियों ने बताया कि इलाके में कम से कम दो आतंकवादियों के छिपे होने की आशंका है।
रक्षा मंत्री पहुंचे जम्मू-कश्मीर
सेना के उत्तरी कमान ने एक ट्वीट करके बताया, ‘ऑपरेशन त्रिनेत्र जारी है और उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी मौके पर मौजूद हैं। वह राजौरी के कांडी में जारी अभियान की संचालनगत स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं, जहां आतंकवादियों के साथ फिर से मुठभेड़ शुरू हो गई है।’ ट्वीट में कहा गया है, ‘उन्हें मौके पर मौजूद कमांडरों ने अभियान के सभी पहलुओं से अवगत कराया।’ इस बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जम्मू-कश्मीर पहुंचे हैं, वे राजौरी का दौरा करेंगे, जहां आतंकवादियों द्वारा किए गए विस्फोट में सेना के पांच जवान शहीद हो गए और एक मेजर रैंक के अधिकारी घायल हो गए। रक्षा मंत्री के साथ सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे भी होंगे। इस दौरान, उन्हें कांडी वन क्षेत्र में चलाए जा रहे अभियान के बारे में जानकारी भी दी जाएगी।
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