समग्र समाचार सेवा
लखनऊ, 25 फरवरी। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने कहा है कि यूपी चुनाव में महंगाई, गरीबी और बेरोजगारी जैसे मुद्दे हावी हो गए हैं। उन्होंने इसे शुभ संकेत बताते हुए कहा है कि विरोधी पार्टियों की दाल नहीं गल रही है। मायवती ने यह भी कहा है कि उनकी पार्टी जनहित के मुद्दों पर चुनाव लड़ रही है। उन्होंने कहा कि वह 2007 से 2012 की तरह अच्छी कानून व्यवस्था और रोजगार की उचित व्यवस्था से अच्छे दिन लाना चाहती हैं।
सपा-भाजपा को लिया निशाने पर
बसपा प्रमुख ने शुक्रवार को दो ट्वीट के जरिए अपनी बात कही। उन्होंने पहले ट्वीट में लिखा, ”यूपी विधानसभा आमचुनाव के दौरान बढ़ती महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, द्वेषपूर्ण राजनीति, लचर कानून-व्यवस्था, रोजगार के अभाव में पलायन की मजबूरी व आवारा पशु आदि ज्वलन्त मुद्दे लोगों के दिल-दिमाग पर हावी होने से विरोधी पार्टियों की दाल यहां सही से गल नहीं पा रही है। शुभ संकेत।”
अपनी सरकार की तारीफ की
एक अन्य ट्वीट में मायावती ने लिखा, ”जबकि बीएसपी इन्हीं आमजनहित व कल्याण के खास मुद्दों पर यह चुनाव लड़ रही है ताकि सही नीयत व नीति से काम करके यूपी में सन 2007 से 2012 की तरह विशेषकर अच्छी कानून-व्यवस्था व रोजी-रोजगार की उचित व्यवस्था करके लोगों के थोड़े अच्छे दिन लाए जा सकें, जिस पर ही लोगों को भरोसा।”
2017 में बसपा का रहा था निराशाजनक प्रदर्शन
गौरतलब है कि मायावती की पार्टी पिछले एक दशक से यूपी की सत्ता से बाहर है। 2017 के विधानसभा चुनाव में बसपा को महज 19 सीटों से संतोष करना पड़ा था। 2019 लोकसभा चुनाव में बसपा ने सपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ा और 10 लोकसभा सीटों पर कब्जा किया था। इस चुनाव में बसपा अकेले मैदान में है।
Comments are closed.