हमारी सरकार उद्योग हितैषी है: डॉ. मनसुख मंडाविया
केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री डॉ मनसुख मांडविया ने नई दिल्ली में "विजन 2030: रसायन और पेट्रोरसायन से भारत निर्माण" विषयवस्तु के साथ इंडिया केम- 2022 के 12वें संस्करण का उद्घाटन किया
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 3नवंबर। केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने बुधवार को नई दिल्ली के प्रगति मैदान में 12वीं द्विवार्षिक अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी और सम्मेलन- इंडिया केम 2022 का उद्घाटन किया। इस अवसर पर केन्द्रीय रसायन और उर्वरक व नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री श्री भगवंत खुबा भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा कि आज भारत प्रगति कर रहा है और सरकार की ओर से समग्र दृष्टिकोण के साथ उद्योग के अनुकूल वातावरण का निर्माण किया जा रहा है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि हमारी सरकार गरीब और किसान के लिए है, लेकिन यह उद्योग हितैषी भी है। उन्होंने आगे कहा कि अगर कोई देश अपने लोगों की जरूरतों को पूरा करना चाहता है, रोजगार उत्पन्न करना चाहता है व अंतरराष्ट्रीय बाजार में अपनी पैंठ बनाना चाहता है, तो औद्योगिक विकास जरूरी है और औद्योगिक विकास के लिए एक इकोसिस्टम का निर्माण करना होगा। मंत्री ने सरकार की विशेषता को रेखांकित किया। डॉ. मंडाविया ने कहा कि इस सरकार की विशेषता है कि यह ‘टोकन’ में नहीं, बल्कि ‘टोटल’ में सोचती है।
इसके अलावा डॉ. मांडविया ने महामारी के दौरान कोविड टीके के निर्माण में वैज्ञानिकों और उद्योगों की भूमिका की भी सराहना की। ‘आत्मनिर्भर भारत’ का उल्लेख करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इसका मतलब यह नहीं है कि हम कुछ भी आयात नहीं करेंगे, बल्कि इसका मतलब है कि राष्ट्र की महत्वपूर्ण जरूरतों को इसकी ओर से खुद पूरा किया जाना चाहिए।
केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री ने भारतीय रसायन और पेट्रोरसायन उद्योग की विभिन्न उपलब्धियों को रेखांकित किया, जो वैश्विक स्तर पर एक प्रमुख क्षेत्र बन गया है। इसके अलावा उन्होंने उद्योग के लिए दीर्घकालिक नीति समर्थन, निवेश के साथ-साथ निर्यात प्रोत्साहन के लिए एक रोडमैप बनाने की जरूरत का भी सुझाव दिया।
इस कार्यक्रम को श्री भगवंत खुबा ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि साफ तौर पर इसका प्रमाण है कि भारत एक बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था है और भारत में निवेश करना लाभदायक है। इसके अलावा मंत्री यह भी कहा कि किसी भी देश के औद्योगिक क्षेत्र के लिए सरकार, नेतृत्व और नेतृत्व की निर्णय लेने की क्षमता महत्वपूर्ण होती है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के मजबूत नेतृत्व और निर्णय लेने की क्षमताओं की सराहना की। श्री खुबा ने कहा कि पिछले 8 वर्षों में एक स्थिर शासन, मजबूत नेतृत्व और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की निर्णय लेने की क्षमता के कारण विश्व और निवेशकों ने भारत में अधिक विश्वास दिखाना शुरू कर दिया है।
इस अवसर पर रसायन और पेट्रोरसायन विभाग के सचिव श्री अरुण बरोका, फिक्की पेट्रोकेमिकल्स समिति के अध्यक्ष श्री प्रभा दास, मित्तल एनर्जी लिमिटेड के एमडी व सीईओ श्री निखिल मेस्वानी, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक, मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी, उद्योग जगत के प्रतिनिधि और राजनयिक भी उपस्थित थे।
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