हमारी पार्टी ने हमेशा से तेलंगाना राज्य की स्थापना का समर्थन किया था- अमित शाह

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह तेलंगाना स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में नई दिल्ली में आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 3जून। केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह तेलंगाना स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में आज नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर केन्द्रीय पर्यटन,संस्कृति एवं उत्तर-पूर्व मामलों के मंत्री श्री जी.किशन रेड्डी, विदेश एवं संस्कृति राज्य मंत्री सुश्री मीनाक्षी लेखी,संस्कृति राज्य मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल और रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री श्री भगवंत खुबा सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

अपने संबोधन में केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि तेलंगाना की स्थापना का एक संघर्षपूर्ण इतिहास रहा है। सालों तक तेलंगाना के युवाओं ने संघर्ष किया,बलिदान दिए और अंततोगत्वा 2 जून 2014 को भारत का सबसे युवा राज्य अस्तित्व में आया। श्री अमित शाह ने कहा कि जो भारत को नहीं समझ सकते वो भारत की कल्पना नहीं कर सकते। भारत में हर राज्य की संस्कृति,भाषा और वेशभूषा अलग होने के बावजूद सबकी आत्मा एक है और वही आत्मा भारत को जोड़कर रखती है। भारत ने ख़ूबसूरती के साथ विविधता में एकता के मंत्र को आत्मसात करके सांस्कृतिक एकता से भारत की एकात्मता का रास्ता तय किया है।
श्री अमित शाह ने कहा कि तेलंगाना राज्य की मांग के लिए सालों तक संघर्ष होता रहा और 1200 से ज़्यादा युवाओं ने अपने जीवन का बलिदान दिया। हमारी पार्टी ने हमेशा से तेलंगाना राज्य की स्थापना का समर्थन किया था। 2004 में वादा करने के बाद भी 2014 तक तेलंगाना की मांग को ठुकराया गया और जब चुनाव आए तब जाकर तेलंगाना की रचना की। इसके बाद भी काम करने की पद्धति और विचार प्रदर्शित होते हैं। अटल जी ने भी छत्तीसगढ़,झारखंड और उत्तराखंड बनाया और उनके समय उत्तर प्रदेश,मध्य प्रदेश और बिहार का बंटवारा हुआ और तीन राज्य बने,लेकिन कहीं कोई झगड़ा हुआ और आज भी कोई विवाद नहीं है। पिछली सरकार ने बंटवारा इस प्रकार किया कि मन भी अलग हो गए और राज्यों के बीच में कटुता की बहुत बड़ी खाई पैदा हो गई। लेकिन हम इससे बाहर आए और पूरे देश की एकता और अखंडता को तेलंगाना के विकास के माध्यम से भारत के विकास के सूत्र को आत्मसात करते हुए एक महान तेलंगाना की रचना करने के लिए हम सब अपने आप को समर्पित करें।

केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि तेलंगाना के कई लोगों ने तेलंगाना और देश को निज़ाम से मुक्त कराने के लिए लंबा संघर्ष किया। आज पूरा देश सरदार पटेल का ऋणी है क्योंकि अगर वे ना होते तो शायद भारत का नक़्शा ऐसा ना होता। न केवल तेलंगाना,कर्नाटक और महाराष्ट्र बल्कि पूरा देश सरदार पटेल का ऋणी है कि उन्होंने निज़ाम के शासन से मुक्ति दिलाई। उन्होंने कहा कि भविष्य में हैदराबाद विमोचन दिवस अवश्य मनाया जाएगा। तेलंगाना की संस्कृति, नृत्य, संगीत,इतिहास,वेशभूषा और खान-पान समग्र भारत की संस्कृति के लिए गौरवशाली है। अनेक ऐसे तीर्थ हैं जो समग्र भारत के लिए आकर्षण का केन्द्र हैं।

अमित शाह ने कहा कि केन्द्र में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में सरकार केन्द्र ने किसी भी राज्य के साथ सौतेला व्यवहार नहीं किया और हर राज्य के विकास के लिए मोदी जी के नेतृत्व में हम कई कामों की शुरूआत करते हैं। हम उस सूत्र में विश्वास करते हैं कि राज्यों के विकास से ही देश का विकास हो सकता है। वर्ष 2014-15 से वर्ष 2021-22 तक 2,52,202 करोड़ रूपए नरेन्द्र मोदी जी ने तेलंगाना के विकास के लिए ख़र्च किए हैं। उन्होंने कहा कि अगर राज्य सरकार ने योजनाओं के मामले में सहयोग किया होता तो ये आंकड़ा साढ़े तीन लाख करोड़ तक पहुंच जाता। श्री शाह ने कहा कि केंद्र सरकार ने नो बैकवर्ड डिस्ट्रिक्ट के लिए 1800 करोड़ रूपए,डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड में से ट्राइबल ज़िलों के विकास के लिए 3300 करोड़ रूपए, रामागुंडम फर्टिलाइज़र फ़ैक्ट्री के लिए 6400 करोड़ रूपए और एम्स तेलंगाना के लिए 1200 करोड़ रूपए दिये। ईएसआईसी मेडिकल हॉस्पिटल सनतनगर के लिए 1200 करोड़ रूपए, जल जीवन मिशन के लिए 2500 करोड़ रूपए, पिछड़ा वर्ग के कल्याण के लिए 2500 करोड़ रूपए, हैदराबाद में एनआईपीईआर के लिए 300 करोड़ रूपए और 52 लाख लाभार्थियों को मुद्रा लोन के लिए 43000 करोड़ रूपए दिये गए। साथ ही अमृत योजना के तहत 8000 करोड़ रूपए, हैदराबाद मेट्रो के लिए 661 करोड़ रूपए, रेलवे के लिए 31281 करोड़ रूपए, रीजनल रिंग रोड के लिए 8000 करोड़ रूपए और सर्व शिक्षा अभियान के लिए 1300 करोड़ रूपए दिये। हमने कभी तेलंगाना के साथ सौतेला व्यवहार नहीं किया।

गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में पूरा देश आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहा है,लेकिन तेलंगाना सरकार से अपेक्षित सहयोग नहीं मिल रहा है। आज़ादी का अमृत महोत्सव मां भारती और भारत के भविष्य को संवारने का कार्यक्रम है, भारत के स्वतंत्रता सेनानियों को श्रृद्धांजलि देने और देश के गौरवपूर्ण अतीत को नमन करने का महोत्सव है। उन्होने कहा कि सभी राज्यों का विकास अलग-अलग रास्तों से मिलकर बारत के विकास का नेश्नल हाईवे बनाकर भारत माता को विश्व में सर्वोच्च स्थान पर बिठाने का काम करने वाला है।

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