समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,19 दिसंबर। भारतीय शेयर बाजार ने 19 दिसंबर को बड़ी गिरावट दर्ज की, जिससे निवेशकों के बीच हड़कंप मच गया। सेंसेक्स 1100 अंकों की भारी गिरावट के साथ बंद हुआ, जबकि निफ्टी ने भी महत्वपूर्ण स्तरों को तोड़ दिया। वैश्विक बाजारों से नकारात्मक संकेतों, अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों में बढ़ोतरी की आशंका और घरेलू चिंताओं के चलते बाजार में यह गिरावट देखने को मिली।
गिरावट के मुख्य कारण
- वैश्विक बाजारों का दबाव:
अमेरिकी और एशियाई बाजारों में गिरावट का असर भारतीय बाजार पर भी पड़ा। अमेरिका में मंदी की आशंका और फेड की सख्त मौद्रिक नीति के कारण निवेशकों की धारणा कमजोर हुई। - विदेशी निवेशकों की बिकवाली:
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने भारी मात्रा में शेयरों की बिकवाली की, जिससे बाजार में दबाव बढ़ा। - घरेलू कारण:
भारतीय बाजार में महंगाई और वृद्धि दर से जुड़े नए आंकड़ों ने भी निवेशकों को चिंतित किया।
सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट
- सेंसेक्स: यह 1100 अंकों की गिरावट के साथ 65,000 के स्तर के करीब बंद हुआ।
- निफ्टी: निफ्टी 350 अंकों की गिरावट के साथ 19,300 के नीचे आ गया।
इन प्रमुख स्टॉक्स में सबसे बड़ी गिरावट
इस भारी गिरावट के दौरान कुछ प्रमुख स्टॉक्स ने सबसे अधिक नुकसान झेला:
- अडानी एंटरप्राइजेज: 7% की गिरावट के साथ बुरी तरह प्रभावित।
- एचडीएफसी बैंक: 5% गिरावट।
- इंफोसिस: 4% तक कमजोर हुआ।
- रिलायंस इंडस्ट्रीज: 3% की गिरावट।
- टाटा मोटर्स: 6% तक लुढ़का।
- आईसीआईसीआई बैंक: 4% गिरा।
- एचसीएल टेक: 3% तक नुकसान।
- भारती एयरटेल: 5% गिरावट।
- मारुति सुजुकी: 4% कमजोर।
- टीसीएस: 2% तक फिसला।
निवेशकों को हुआ भारी नुकसान
इस गिरावट ने निवेशकों को तगड़ा झटका दिया।
- कुल मिलाकर लगभग 3 लाख करोड़ रुपये का मार्केट कैप स्वाहा हो गया।
- रिटेल और छोटे निवेशकों ने सबसे ज्यादा नुकसान झेला।
क्या करें निवेशक?
- घबराएं नहीं:
बाजार में अस्थिरता दीर्घकालिक निवेश का हिस्सा है। घबराकर अपने निवेश न बेचें। - गुणवत्तापूर्ण स्टॉक्स पर ध्यान दें:
मजबूत फंडामेंटल वाले शेयरों में निवेश बनाए रखें। - विविधता रखें:
अपने पोर्टफोलियो को डाइवर्सिफाई करें और एक ही सेक्टर पर निर्भर न रहें। - विशेषज्ञ से परामर्श लें:
अगर असमंजस में हैं, तो वित्तीय सलाहकार से मार्गदर्शन लें।
आगे की संभावनाएं
विश्लेषकों का मानना है कि बाजार में यह गिरावट अस्थायी हो सकती है।
- अगले कुछ दिनों में वैश्विक घटनाक्रम और घरेलू आर्थिक डेटा बाजार को प्रभावित करेंगे।
- दीर्घकालिक निवेशकों के लिए यह गिरावट खरीदारी का अवसर भी साबित हो सकती है।
निष्कर्ष
शेयर बाजार में 1100 अंकों की इस भारी गिरावट ने निवेशकों को झटका दिया है, लेकिन समझदारी और धैर्य के साथ निवेश रणनीति अपनाने की जरूरत है। बाजार की मौजूदा परिस्थितियां चुनौतीपूर्ण हैं, लेकिन इतिहास गवाह है कि दीर्घकालिक निवेशकों को ऐसे समय में अच्छे मौके मिलते हैं।
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