‘ साक्षी के कत्ल और साहिल के धर्म पर ओवैसी बोले :देश में कोई धार्मिक ध्रुवीकरण नहीं हो रहा है

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 02जून। फायरब्रांड सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने दावा किया कि देश में कोई धार्मिक ध्रुवीकरण नहीं हो रहा है. अपने बयान का मतलब समझाते हुए ओवैसी ने कहा, “ध्रुवीकरण तब होता है जब दो बराबर वाले पक्ष होते हैं, हकीकत ये है कि एक बहुसंख्यक नफरत का एजेंडा चलाया जा रहा है है जिसे भाजपा बढ़ावा दे रही है. इसने मुसलमानों को पहले से कहीं अधिक अलग-थलग और हाशिए पर डाल दिया है.’

लव जिहाद और साक्षी हत्याकांड पर ओवैसी का बयान
दिल्ली में हुई साक्षी की हत्या और लव जिहाद से जुड़े सवाल पर जवाब देते हुए ओवैसी ने कहा, ‘आप लव जिहाद की बात करते हैं, इसी राज्य (केरल) का एक केस सुप्रीम कोर्ट में गया था, सारी थ्योरीज धरी की धरी रह गई और केस ही गलत साबित हो गया. क्या मुझे पूरे हिंदू समुदाय को बदनाम करना चाहिए क्योंकि नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी को मारा था? क्या मुझे उस पूरे समुदाय को बदनाम करना चाहिए जिनके लोगों ने इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की हत्या की थी? किसी भी तरह की हिंसा की आलोचना होनी चाहिए. जो दिल्ली में उस लड़की के साथ हुआ वह घोर निंदनीय है. मैंने भी वो वीडियो देखा, मैं बहुत दुखी हुआ. लेकिन इसे धार्मिक रंग देना, या किसी भी घटना को धार्मिक रंग देना बिल्कुल गलत है.’

साक्षी के मर्डर पर ओवैसी ने कहा, ‘महिलाओं के खिलाफ जो जुल्म होता है उसकी निंदा करनी चाहिए. अगर आप इसे एंगल देंगे तो फिर आजमगढ़ में प्रिंस ने जो सिर काटा था उसे क्या कहेंगे. मजहब का एंगल तब होता जब एक पीएम मुस्लिमों के खिलाफ बनाई गई हेट फिल्म का प्रचार करते हैं. हम हर हिंसा की निंदा करते हैं. देश चलेगा कानून के हिसाब से. जो इस देश को बांटना चाहते हैं उनके खिलाफ डर फैलाइए.’

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