ओवैसी का बिहार में दांव: “हम 4 नहीं 24 जीतेंगे” — वक्फ एक्ट को बताया काला कानून, नीतीश-मोदी पर निशाना

समग्र समाचार सेवा
पटना, 6 अक्टूबर: बिहार विधानसभा चुनाव की सरगर्मी तेज़ हो चुकी है और हर राजनीतिक दल ने मैदान संभाल लिया है। इसी बीच, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी चुनावी रणभेरी बजा दी है। ओवैसी इस बार पहले से कहीं ज़्यादा जोश में हैं और उनका नारा है —

“हम 4 नहीं, 24 जीतेंगे।”

सीमांचल के गद्दारों पर बरसे ओवैसी

बहादुरगढ़ में आयोजित एक जनसभा में ओवैसी ने राजद (RJD) पर तीखा हमला बोला। उन्होंने उन विधायकों पर निशाना साधा जो 2020 के चुनाव में AIMIM के टिकट पर जीते थे लेकिन बाद में राजद में शामिल हो गए
ओवैसी ने कहा,

“जिन लोगों को लगता था कि वक्फ एक्ट तोड़ने से वे कमजोर हो जाएंगे, उन्हें बता दूं — वक्फ एक्ट का जवाब 24 तारीख को दिया जाएगा।”

उन्होंने इस एक्ट को काला कानून बताते हुए भाजपा, नीतीश कुमार, चिराग पासवान और उपेंद्र कुशवाहा पर जमकर हमला किया।

“हम अपनी मस्जिदें नहीं छोड़ेंगे” — ओवैसी

सभा में ओवैसी ने कहा,

“हम पीएम मोदी से कहना चाहते हैं कि वक्फ एक्ट बनाकर आप सोचते हैं कि मस्जिदें, दरगाहें और कब्रिस्तान छीन लोगे — तो यह बहुत बड़ी गलती है। हम अपनी मस्जिदें नहीं छोड़ेंगे, अपनी दरगाहें नहीं छोड़ेंगे।”

उन्होंने दावा किया कि यह एक्ट अल्पसंख्यकों की संपत्तियों पर कब्ज़ा करने का रास्ता खोलता है। ओवैसी ने आगे कहा,

“नीतीश कुमार, मोदी, चिराग पासवान और कुशवाहा साहब ने मिलकर ऐसा गंदा कानून बनाया है जिसके ज़रिए वे हमारी ज़मीनें हड़पना चाहते हैं। लेकिन हम चुप नहीं बैठेंगे।

संसद में फाड़ा कानून — ओवैसी की दहाड़

अपने भाषण में ओवैसी ने संसद में दिए अपने पुराने बयान का ज़िक्र किया। उन्होंने कहा,

“ईश्वर ने मुझे मौका दिया और मैं संसद में आपकी आवाज़ बनकर बोला। मैंने कहा — सुनो मोदी, अमित शाह! हम अपनी मस्जिद का सौदा नहीं करेंगे… और वहीं संसद में मैंने उस काले कानून को फाड़ दिया।”

ओवैसी का यह बयान सभा में मौजूद समर्थकों ने ज़ोरदार नारों और तालियों से स्वागत किया।

मुस्लिम बहुल सीटों पर फोकस, सीमांचल बना AIMIM का गढ़

हालांकि ओवैसी ने दावा किया है कि उनकी पार्टी बिहार की सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, लेकिन जानकारों का कहना है कि उनका मुख्य फोकस मुस्लिम बहुल सीटों और सीमांचल क्षेत्र पर है।
2020 के विधानसभा चुनाव में AIMIM ने सीमांचल की पाँच सीटें जीती थीं — अमौर, जोकीहाट, किशनगंज, बायसी और अररिया। लेकिन बाद में इनमें से पाँचों विधायक राजद में चले गए।

ओवैसी ने उन्हें “गद्दार” कहा और कहा,

“पिछली बार आपने हमें पाँच सीटें दी थीं, लेकिन इस बार हम 24 सीटें जीतकर दिखाएंगे। सीमांचल के लोग जान चुके हैं कि नीतीश और तेजस्वी उनके विकास को रोकना चाहते हैं।”

AIMIM की चुनावी रणनीति

AIMIM ने सीमांचल और मुस्लिम बहुल इलाकों में कई रैलियों की योजना बनाई है। पार्टी ने दावा किया है कि इस बार वह स्थानीय मुद्दों — जैसे सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार — पर चुनाव लड़ेगी।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि ओवैसी का यह आक्रामक रुख राजद और जद(यू) दोनों के वोट बैंक में सेंध लगा सकता है, खासकर किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार और अररिया जिलों में।

 

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