पाकिस्तान सरकार ने एससीओ शिखर बैठक के दौरान इस्लामाबाद में सुरक्षा के लिए सेना तैनात करने का निर्णय लिया

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,5 अक्टूबर। पाकिस्तान सरकार ने आगामी एससीओ (शांगहाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन) शिखर बैठक के दौरान राजधानी इस्लामाबाद में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सेना तैनात करने का फैसला लिया है। यह बैठक 15-16 अक्टूबर को होने वाली है, जिसमें कई देशों के प्रमुख नेताओं की उपस्थिति अपेक्षित है।

पाकिस्तानी अधिकारियों के अनुसार, सुरक्षा के दृष्टिकोण से यह निर्णय लिया गया है ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके। सरकार ने कहा कि इस महत्वपूर्ण शिखर बैठक के दौरान किसी भी प्रकार की सुरक्षा चिंता को गंभीरता से लिया जाएगा और सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी अतिथि सुरक्षित रहें।

इस्लामाबाद में सेना की तैनाती के साथ-साथ, पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों को भी उच्च सतर्कता पर रखा जाएगा। स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा उपायों को और सख्त करने की योजना बनाई है, जिसमें विभिन्न सुरक्षा चेकपॉइंट्स और निगरानी कैमरों का उपयोग शामिल होगा।

एससीओ शिखर बैठक एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय मंच है, जिसमें चीन, रूस, भारत, पाकिस्तान और अन्य सदस्य देशों के नेता शामिल होंगे। इस बैठक के दौरान विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जाएगी, जिनमें क्षेत्रीय सुरक्षा, आर्थिक सहयोग और आतंकवाद से निपटने के उपाय शामिल हैं।

पाकिस्तान के लिए यह बैठक एक अवसर है, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी छवि को सुधारने और सहयोगी देशों के साथ संबंधों को मजबूत करने का प्रयास कर रहा है। सरकार ने बैठक की सफलता के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया है।

इस बीच, स्थानीय निवासियों में सुरक्षा उपायों को लेकर चिंता भी व्यक्त की जा रही है। कई लोग यह महसूस कर रहे हैं कि सेना की तैनाती से इलाके में तनाव का माहौल उत्पन्न हो सकता है। हालांकि, सरकार ने नागरिकों को आश्वासन दिया है कि यह तैनाती केवल सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए है और इसका आम जनता पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा।

इस्लामाबाद में होने वाली एससीओ शिखर बैठक पाकिस्तान के लिए महत्वपूर्ण है और इस अवसर का लाभ उठाने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए, पाकिस्तान ने यह कदम उठाया है ताकि सभी प्रतिभागियों को एक सुरक्षित और सफल शिखर बैठक का अनुभव मिल सके।

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