पाकिस्तान: SCO समिट से पहले शहबाज सरकार को मिली राहत; इमरान की पीटीआई ने विरोध वापस लिया, जानें विपक्ष की शर्तें

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,15 अक्टूबर। शंघाई सहयोग संगठन (SCO) समिट से पहले पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार को एक महत्वपूर्ण राहत मिली है। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) ने सरकार के खिलाफ अपना विरोध अस्थायी रूप से वापस ले लिया है। हालांकि, विपक्ष ने इस कदम के साथ कुछ शर्तें भी रखी हैं, जिन्हें पूरा करने की उम्मीद जताई जा रही है।

पीटीआई का विरोध वापस लेना

पाकिस्तान में हालिया समय में राजनीतिक अस्थिरता और विरोध प्रदर्शन ने सरकार के लिए कई चुनौतियाँ खड़ी की थीं। इमरान खान की पीटीआई पार्टी, जो शहबाज शरीफ की सरकार का मुख्य विपक्ष है, लगातार सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रही थी। लेकिन SCO समिट से ठीक पहले, पीटीआई ने अपना विरोध वापस लेने का निर्णय लिया है, जिससे सरकार को अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी स्थिति को संभालने का मौका मिला है।

पीटीआई का यह कदम पाकिस्तान में अंतरराष्ट्रीय कूटनीति के महत्व को देखते हुए उठाया गया है। SCO समिट, जिसमें पाकिस्तान एक महत्वपूर्ण सदस्य है, में भाग लेने से पहले सरकार और विपक्ष के बीच अस्थायी सुलह से देश के अंदरूनी हालात को शांत करने की कोशिश की जा रही है।

विपक्ष की शर्तें

हालांकि, पीटीआई ने अपना विरोध वापस लिया है, लेकिन इसके साथ कुछ शर्तें भी सामने रखी गई हैं। विपक्ष की मांग है कि सरकार चुनावी सुधारों पर गंभीरता से काम करे और स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव की गारंटी दे। इसके अलावा, पीटीआई ने यह भी शर्त रखी है कि उन्हें राजनीतिक गतिविधियों में बाधा न डाली जाए और उनके नेताओं के खिलाफ कानूनी मामलों को निष्पक्ष रूप से देखा जाए।

इमरान खान के नेतृत्व वाली पीटीआई ने सरकार पर आरोप लगाया है कि उनके कार्यकाल में लोकतांत्रिक संस्थाओं का दमन हो रहा है और विपक्ष की आवाज को दबाया जा रहा है। इसीलिए, उन्होंने शर्त रखी है कि सरकार विपक्षी नेताओं पर लगाए गए झूठे मामलों को बंद करे और राजनीति में निष्पक्षता बनाए रखे।

सरकार की प्रतिक्रिया

शहबाज शरीफ की सरकार ने पीटीआई द्वारा विरोध वापस लेने का स्वागत किया है। सरकार के प्रवक्ताओं का कहना है कि विपक्ष की शर्तों पर विचार किया जाएगा और राजनीतिक सुधारों के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। शहबाज शरीफ ने इस मौके को सकारात्मक संकेत के रूप में लिया है और उम्मीद जताई है कि यह सुलह पाकिस्तान के राजनीतिक माहौल को स्थिर करने में मददगार साबित होगी।

अंतरराष्ट्रीय संदर्भ में समिट की महत्ता

SCO समिट पाकिस्तान के लिए एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय आयोजन है, जिसमें चीन, रूस, भारत और अन्य मध्य एशियाई देशों के नेता भाग लेते हैं। इस समिट में भागीदारी से पहले पाकिस्तान को अपनी घरेलू राजनीति को स्थिर करना बेहद जरूरी था। पीटीआई द्वारा विरोध वापस लिए जाने से शहबाज सरकार को अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपने एजेंडे को बिना किसी घरेलू दबाव के प्रस्तुत करने का अवसर मिलेगा।

इस समिट के दौरान सुरक्षा, आर्थिक सहयोग, आतंकवाद से निपटने और क्षेत्रीय स्थिरता जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी, और पाकिस्तान के लिए यह मौका है कि वह अपनी भूमिका को और मजबूत करे।

निष्कर्ष

SCO समिट से पहले इमरान खान की पीटीआई द्वारा विरोध वापस लिए जाने से शहबाज शरीफ की सरकार को एक महत्वपूर्ण राहत मिली है। विपक्ष ने हालांकि शर्तों के साथ यह कदम उठाया है, जिससे साफ होता है कि राजनीतिक स्थिरता के लिए दोनों पक्षों को मिलकर काम करना होगा। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार और विपक्ष के बीच इन शर्तों पर क्या सहमति बनती है और पाकिस्तान में राजनीतिक सुधार किस दिशा में जाते हैं।

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