जीजी न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली,13 मई । भारत की रक्षा क्षमता में एक और ऐतिहासिक अध्याय जुड़ गया है। ‘आकाशतीर’ — भारत का पूरी तरह से स्वदेशी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI)-आधारित एयर डिफेंस सिस्टम — ने अपनी पहली बड़ी तैनाती में जो करिश्मा दिखाया है, उसने पाकिस्तान की नींद उड़ा दी है।
पाकिस्तान के आसमान में हलचल मचाने की जो भी कोशिशें हो रही थीं, उन्हें आकाशतीर ने न सिर्फ समय रहते ट्रैक किया, बल्कि AI तकनीक के जरिए सटीक पहचान, फ्रेंड या फो (Friend or Foe) विश्लेषण और लाइटनिंग स्पीड रेस्पॉन्स से तुरंत निष्क्रिय भी कर दिया।
‘आकाशतीर’ सिर्फ एक डिफेंस सिस्टम नहीं, बल्कि एक क्रांतिकारी युद्धनीति है। यह भारत के रक्षा अनुसंधान संस्थान (DRDO) द्वारा विकसित एक अगली पीढ़ी की प्रणाली है, जो AI की मदद से ड्रोन, मिसाइल और अज्ञात हवाई वस्तुओं की गतिविधियों पर चौकस निगरानी रखती है। इसकी खूबी यह है कि ये मानव हस्तक्षेप के बिना ही सेकंडों में फैसला लेकर प्रतिक्रिया देता है।
पिछले सप्ताह जब पाकिस्तान की ओर से सीमावर्ती क्षेत्र में संदिग्ध हवाई गतिविधियां देखी गईं, तब ‘आकाशतीर’ ने अपने पहले ही मिशन में दुश्मन की चाल को नाकाम कर दिया। न तो PAK रडार को चेतावनी मिली, न ही कोई जवाबी तैयारी हो पाई — और भारतीय सिस्टम ने खामोशी से, पर पूरी धार के साथ, खतरे को हवा में ही खत्म कर दिया।
इस घटना के बाद पाकिस्तानी सैन्य खेमों में भय और भ्रम की स्थिति बन गई है। खुफिया रिपोर्टों के मुताबिक, पाकिस्तान की सेना और ISI में “आकाशतीर अलर्ट” जैसे शब्द प्रचलन में आ गए हैं।
“अब कोई भी नापाक नजर उठाने से पहले सौ बार सोचे – आकाशतीर सब देख रहा है!”
भारत ने जिस तरह से तकनीक और आत्मनिर्भरता को मिलाकर ‘आकाशतीर’ को विकसित किया है, उसने दुनिया को साफ संदेश दिया है कि अब भारत डिफेंस सेक्टर में टेक्नोलॉजी सुपरपावर बनने की ओर बढ़ रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह सिस्टम भारत के रणनीतिक आत्मनिर्भरता मिशन का प्रतीक है और आने वाले समय में इससे चीन और अन्य पड़ोसी देशों को भी स्पष्ट संदेश मिलेगा।
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