समग्र समाचार सेवा
सूरजपुर, 13अप्रैल। रविवार 10 अप्रैल 2022 को पण्डो जनजाति समाज ने धुमधाम से सुश्री अनुसुईया उइके जी राज्यपाल छत्तीसगढ़ का जन्म दिवस राष्ट्रपति भवन पण्डोनगर में मनाया । छत्तीसगढ़ के राज्यपाल महामहिम सुश्री अनुसूईया उइके जी सरल स्वभाव विलक्षण प्रतिभा के धनी है उन्होंने अपने कुशाग्र वृद्धि के कारण पण्डो जनजाति के दिलों में बस गए जो पण्डो व विशेष पिछड़ी जनजातियों ने कभी भी राजभवन का दरवाजा तक नहीं देखा था उन पण्डो, पहाड़ी कोरवा, बैगा, कमार,अबुझमाड़िया, बिरहोर, भुंजिया जनजाति के प्रतिनिधि मंडल पहली बार राजभवन गये तब महामहिम राज्यपाल महोदया ने अपने पुरे प्रोटोकॉल का कार्यक्रम को छोड़कर बीना पूर्व अपॉइंटमेंट के उन्हें अन्दर लाने के लिये अपने राजभवन में पदस्थ अधिकारियों को निर्देश दिये और पण्डो व राज्य के सभी विशेष पिछड़ी जनजातियों के प्रतिनिधि मण्डल से उनके समस्याओ के बारे में 1 घण्टे समय निकाल कर उनकी पूरी हाल – चाल एवं आने का कारण पूछ कर चर्चा की, और उनके समस्याओं का समाधान के लिए मुख्य मंत्री से चर्चा करने बोलीं। पण्डो व विशेष पिछड़ी जनजाति जनजाति समाज जब कभी भी राजभवन राज्यपाल से मिलने गाये उन्हें कभी भी नहीं कहा गया कि आप पूर्व एपाइमेंनट लिए है या नहीं उन्हें तुरन्त बुलावा भेजकर राज्यपाल महोदया से मिलाये जातें हैं ।
महामहिम राज्यपाल महोदया माता के समान हाल – चाल पूछते हुए आने कारण पूछतीं थीं और उसके समधान का रास्ता बतातीं हैं यह गुण एक माता का था इसलिए राज्य के समस्त विशेष पिछड़ी जनजाति व पण्डो समाज उन्हें उनके व्यवहार कुशलता के लिए ” नान्हदाई” समान से सम्मानित किया है l पण्डो जनजाति समाज उनसे मिलने मे भय मुक्त रहते थे इनके पूर्व हम विशेष पिछड़ी जनजाति व पण्डो जनजाति समाज राजभवन कभी पहुंच हीं नहीं पाये । पण्डो जनजाति समाज के समस्या का समाधान हुआ या नहीं हुआ इसकी बात नहीं है आदर सत्कार मान सम्मान के साथ हमारे बातो एवं समस्याओं को सुनने की बात है ।
दया, करुगा साक्षात् ममतामयी मूर्ति स्वरूप सुश्री अनुसूईया उइके ज़ी का 10 अप्रैल 2022 से हमेशा उनके बहु प्रतिभा गुणी के कारण जन्म दिवस नान्हदाई के रूप में मनाने का निर्णय पण्डो व विशेष पिछड़ी जनजाति समाज ने लिया है ।
पण्डो जनजाति समाज प्रतिनिधि मण्डल महामहिम राज्यपाल महोदय के द्वारा कार्यक्रम में जहाँ कहीं भी जाती हैं वहां हमारे पण्डो व समस्त विशेष पिछड़ी जनजाति समाज के प्रतिनिधि मण्डल से परिवार के व्यक्ति की तरह बात करतीं हैं और उनके समस्याओं को जान कर पूछतीं हैं समाधान हुआ या नहीं , रही व्यवहार उन के दिलों में घर कर गया जिस कारण विशेष पिछड़ी जनजाति समाज ने उन्हें कई तरह से सम्मानित करने का निर्णय लिया है।
राष्ट्रपति भवन पण्डोनगर सूरजपुर में प्रत्येक वर्ष 10 अप्रैल को महामहिम राज्यपाल महोदया जी का जन्म दिवस समारोह मनाया जायेगा
1952 में तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद पण्डोनगर के राष्ट्रपति भवन आये थे, इनके बाद छत्तीसगढ़ की राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके यहां आने वाली दूसरी बड़ी शख्सियत हैं। उनके प्रति अपनी कृतज्ञता दिखाते हुए पण्डो व विशेष पिछड़ी जनजाति समाज ने हर वर्ष उनका जन्म दिवस मनाने का निर्णय लिया है और आज रविवार को पहली बार राष्ट्रपति भवन पण्डोनगर में महामहिम राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके जी का जन्म दिवस के रूप में धूमधाम परंपरागत पण्डो कर्मा नृत्य , सेईला नृत्य कर मनाया गया।
जिस पीढ़ा में बैठीं थीं राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके, रखेंगे सुरक्षित
राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके जब राष्ट्रपति भवन पण्डोनगर में आई थीं तब उन्हें यहां एक पीढ़ा (मचिया) में बैठाया गया था, अब उस पीढ़ा को उसी स्थान पर हमेशा सुरक्षित रखा जायेगा।
जानकारी देते हुए प्रदेश अध्यक्ष उदय पण्डो ने बताया कि राज्यपाल जी का दौरा हमारे विशेष पिछड़ी जनजाति समाज के लिए ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण था , महामहिम राज्यपाल महोदया जी के द्वारा परंपरागत ढ़िबरी (अंधेरा भगाने वाला लाइट जो मिट्टी तेल से जलता है यह अब विलुप्त हो रहा है) अपने हाथों में रखीं हुईं थीं उसे भी राष्ट्रपति भवन में संजोए कर रखा जायेगा।
महामहिम राज्यपाल महोदया जी के द्वारा एक फलदार आम का पेड़ लगाया गया है, विशेष पिछड़ी जनजाति परिवार इस फलदार आम पेड़ को संरक्षित कर महामहिम राज्यपाल महोदया जी के द्वारा लगाए गए पौधा को उनके चिन्ह के रूप में रखेंगे।
हम उनकी हर याद को राष्ट्रपति भवन में संजोकर रखेंगे।
इस लिए जिस पीढ़ा में बैठीं थीं उसे सुरक्षित उसी स्थान पर रखेंगे। उन से जुड़ी फोटोग्राफ व अन्य चीजें भी राष्ट्रपति भवन में म्यूजियम की तरह सुरक्षित रखी जाएंगी।
विशेष पिछड़ी जनजाति परिवार अपने अराध्य देवी-देवताओं का किया पूजा, महामहिम राज्यपाल महोदया सुश्री अनुसुईया उइके जी के लंबे उम्र एवं उज्जवल भविष्य कामना..
महामहिम राज्यपाल महोदया जी के जन्म दिवस पर पण्डो व विशेष पिछड़ी जनजाति समाज अपने अराध्य देवी-देवताओं का परंपरागत रूप से पूजा कर महामहिम राज्यपाल महोदया सुश्री अनुसुईया उइके जी के लंबे उम्र एवं उज्जवल भविष्य की कामना किए।
इस कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष उदय पण्डो , प्रदेश सचिव देवचंद राम पण्डो, राजाराम पण्डो संयोजक, आगरसाय पण्डो सरपंच, बनारसी पण्डो, नोहरसाय पण्डो, शिवनंदन पण्डो, बृजेश भानी पण्डो, पवन साय पण्डो, मोहर लाल पण्डो, रामराज पण्डो, शीतल पण्डो, विश्वनाथ पण्डो, उदल पण्डो, धनीराम पण्डो, परमाराम पण्डो, दिनेश पण्डो, शिवकुमार पण्डो,शिवबालक पण्डो, प्यासो बाई पण्डो, अमृता पण्डो, तारा पण्डो, प्रमिला पण्डो , हिरामति पण्डो , भगत राम पण्डो, रमेश्वरी पण्डो, रामचंद्र पण्डो, ठुरचु पण्डो, रामकुमार पण्डो, हृदय, मनबहाल, आंनद पंडा, सुखनंदन, अहिबरन, भुनेश्वर, करिमन, ठाकुर, अनुप , मंगल, आलम, सखा दास कोटवार अन्य लोग काफी संख्या में उपस्थित थे।
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