संसद की कार्यवाही आज फिर होगी शुरू, विपक्ष और सरकार के बीच तनातनी जारी

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,12 दिसंबर।

संसद के मानसून सत्र में हंगामा थमने का नाम नहीं ले रहा है। अध्यक्ष जगदीप धनखड़ के खिलाफ विपक्ष द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने के बाद बुधवार को लोकसभा और राज्यसभा दोनों को स्थगित कर दिया गया था। आज, कार्यवाही एक बार फिर शुरू होने की उम्मीद है, लेकिन दोनों सदनों में विवाद और विरोध के चलते सामान्य कामकाज मुश्किल हो सकता है।

राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नेतृत्व कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने किया। खड़गे ने आरोप लगाया कि धनखड़ उच्च सदन में व्यवधान का कारण बने और उनके कार्यों ने भारत की गरिमा को ठेस पहुंचाई। खड़गे ने स्पष्ट किया कि यह कदम “व्यक्तिगत लड़ाई” नहीं है बल्कि लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं की रक्षा के लिए जरूरी था।

इसके साथ ही विपक्ष इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज शेखर यादव के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने की भी तैयारी कर रहा है। इन घटनाक्रमों ने संसद के भीतर तनाव को और बढ़ा दिया है।

संसद के बाहर और अंदर दोनों जगह विपक्षी दलों ने प्रदर्शन तेज कर दिया है। कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों के सांसदों ने अडाणी समूह के खिलाफ आरोपों को लेकर सरकार से जवाब मांगा। वहीं, भाजपा सदस्यों ने कांग्रेस और विदेशी निवेशक जॉर्ज सोरोस के कथित लिंक को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा।

संसद परिसर में लगाए गए पोस्टरों ने विवाद को और भड़काया। पोस्टरों पर लिखा था, “सोरोस से तेरा रिश्ता क्या है? सोनिया जवाब दें।” इसके साथ ही, पोस्टरों पर लिखा गया “ये रिश्ता क्या कहलाता है” ने दोनों पक्षों के बीच तकरार को और बढ़ा दिया।

सरकार ने आज के लिए लोकसभा और राज्यसभा में तीन महत्वपूर्ण विधेयकों को चर्चा और पारित करने के लिए सूचीबद्ध किया है। इनमें आपदा प्रबंधन (संशोधन) विधेयक, 2024 और रेलवे (संशोधन) विधेयक शामिल हैं। बुधवार को लोकसभा ने रेलवे (संशोधन) विधेयक को पारित कर दिया था, लेकिन अन्य विधेयकों पर चर्चा हंगामे के कारण पूरी नहीं हो पाई।

राज्यसभा में भी बुधवार को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा कांग्रेस और जॉर्ज सोरोस के कथित लिंक पर चर्चा की मांग के बाद भारी व्यवधान देखा गया। वहीं, एआईटीसी सांसद कल्याण बनर्जी ने कोविड-19 महामारी के प्रति केंद्र सरकार की प्रतिक्रिया पर सवाल उठाए, जिससे सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।

कांग्रेस ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से शिकायत की है कि भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने राहुल गांधी के खिलाफ “अपमानजनक टिप्पणियां” की हैं। पार्टी ने इन टिप्पणियों को हटाने की मांग की है। राहुल गांधी ने खुद बुधवार को अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात की और सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलाने की कांग्रेस की मंशा को व्यक्त किया। उन्होंने अपील की कि उनके खिलाफ की गई “अपमानजनक टिप्पणियों” को रिकॉर्ड से हटाया जाए।

कांग्रेस ने यह भी संकेत दिया है कि अगर अध्यक्ष इस मुद्दे पर उचित निर्णय लेते हैं, तो पार्टी विधायी कार्य में भाग लेने को तैयार है।

लोकसभा और राज्यसभा दोनों में सरकार और विपक्ष के बीच की गहरी खाई को पाटने की कोशिशें फिलहाल नाकाफी साबित हो रही हैं। जहां एक ओर विपक्ष अडाणी विवाद, सोरोस लिंक, और अन्य मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश कर रहा है, वहीं सरकार इन विरोधों को विपक्ष की साजिश करार दे रही है।

आज संसद की कार्यवाही शुरू होगी, लेकिन बीते दिनों के घटनाक्रम को देखते हुए हंगामे और व्यवधान की संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता।

 

 

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