परशोत्‍तम रुपाला और सांसद जीवीएल नरसिम्हा राव ने भारतीय मात्स्यिकी सर्वेक्षण, विशाखापत्तनम में नवनिर्मित समुद्री संग्रहालय का किया उद्घाटन

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 27सितंबर। मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री परशोत्‍तम रूपाला और राज्यसभा सांसद जीवीएल नरसिंह राव ने भारतीय मात्स्यिकी सर्वेक्षण, विशाखापत्तनम में नवनिर्मित समुद्री संग्रहालय का उद्घाटन किया, जहां 250 से अधिक संरक्षित नमूने रखे गए थे। संग्रहालय में सभी नमूने आधुनिक तकनीक (जैसे क्यूआर कोडिंग) के साथ प्रदर्शित किए गए थे, जिसमें केवल एक क्लिक के साथ पूरी जानकारी प्राप्त की जा सकती थी और यह विज्ञान के छात्रों, अनुसंधानकर्ताओं और आम जनता के लिए बहुत उपयोगी है।

भारतीय मात्स्यिकी सर्वेक्षण, मुंबई के महानिदेशक डॉ. आर. जयभास्करन और एफएसआई विशाखापत्तनम के एमएमई/कार्यालय प्रमुख डी. भामी रेड्डी ने भारतीय मात्स्यिकी सर्वेक्षण के विशाखापत्तनम बेस पर परशोत्‍तम रूपाला और जीवीएल नरसिम्हा राव का स्वागत किया। प्रारंभ में केंद्रीय मंत्री ने मत्स्य पालन विभाग के अधीनस्थ कार्यालयों अर्थात भारतीय मत्स्य सर्वेक्षण (एफएसआई), केंद्रीय मात्स्यिकी समुद्री और इंजीनियरिंग प्रशिक्षण संस्थान (सीआईएफनेट) और राष्ट्रीय मात्स्यिकी पोस्ट हार्वेस्ट टेक्नोलॉजी एंड ट्रेनिंग संस्थान (एनआईएफपीएचटीटी) की गतिविधियों की समीक्षा की। बैठक में तीनों विभागों के प्रमुखों के साथ कार्यालय प्रमुख उपस्थित थे। उन्होंने सभी तीन संस्थानों के अधिकारियों के साथ बातचीत की और चर्चा किए गए मुद्दों को तुरंत मंत्रालय को भेजने का निर्देश दिया।

इसके बाद, परशोत्‍तम रूपाला ने सम्मेलन हॉल, एफएसआई, विशाखापत्तनम में मत्‍स्‍य पालन उद्योग, समुद्री खाद्य निर्यातक संघों, हैचरी मालिकों, उद्यमियों के कई प्रतिनिधियों और राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ चर्चा की, जहां 40 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया और दुनिया भर में मछली उत्पादों के निर्यात के लिए अपनी कठिनाइयों के बारे में बताया। सी फूड एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष ने उद्योग को निरंतर समर्थन देने के लिए सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया। भारतीय मात्स्यिकी सर्वेक्षण के महानिदेशक डॉ. आर. जयभास्करन, विशाखापत्तनम बेस के कार्यालय प्रमुख डी. भामी रेड्डी, सिफनेट, कोच्चि के निदेशक एम हबीबुला और एनआईएफपीएचटीटी के निदेशक, सीएस, डॉ. शाइन कुमार ने परशोत्‍तम रूपाला को सम्‍मानित किया।

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