समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,18 नवम्बर। आर्थिक विकास के लिए किसी भी देश को विदेशी निवेश (Foreign Investment) की जरूरत होती है। यह निवेश न केवल देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करता है, बल्कि रोजगार के अवसर और विकास के नए रास्ते भी खोलता है। भारत में विदेशी निवेश तेजी से बढ़ रहा है, और इसमें मुख्य रूप से FPI (Foreign Portfolio Investment) और FII (Foreign Institutional Investors) की भूमिका अहम है। आइए, इन दोनों को समझें और इनके फायदे और जोखिमों पर चर्चा करें।
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