समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 22जुलाई। इजराइली स्पाइवेयर पेगासस से कांग्रेस नेताओं समेत अन्य की जासूसी के विरोध में निकले कांग्रेस के राजभवन मार्च को पुलिस ने रोक दिया है। इस दौरान कांग्रेस नेताओं और पुलिस के बीच नोकझोंक भी हुई। काफी देर तक वहां अफरातफरी की स्थिति रही। पुलिस ने उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया। इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष डा. मदन मोहन झा के नेतृत्व में पांच सदस्यीय टीम ज्ञापन सौंपने के लिए राजभवन गई। वहां राष्ट्रपति के नाम का ज्ञापन सौंपा। इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की गई।
कांग्रेस जासूसी मुद्दे पर लगातार गृहमंत्री से इस्तीफे की मांग कर रही है। पटना में आयोजित इस विरोध मार्च के दौरान पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा कि राहुल गांधी की जासूसी कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आज पूरे देश का लोकतंत्र खतरे में है और इस मामले में स्वतंत्र जांच होनी चाहिए। विरोध प्रदर्शन के बाद कांग्रेस की 5 सदस्यीय टीम ने राजभवन में जाकर राषट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा और जासूसी मामले में राष्ट्रपति से निष्पक्ष जांच की मांग रखी।
मदन मोहन झा ने इस दौरान पेगासस जासूसी मामले को लेकर पत्रकारों से बातचीत के दौरान बताया कि जिस तरह से केंद्र की मोदी सरकार ने न सिर्फ अपने नेताओं बल्कि न्यायापालिका के जजों, मीडियाकर्मियों, विपक्ष के नेताओं की फोन टैपिंग कर जासूसी का काम कराया है, वह लोकतंत्र के लिए शर्मनाक है।
इसके लिए केंद्र सरकार को पूरी तरह से जिम्मेदारी लेनी होगी।
Comments are closed.