लोग अब अच्छे व सशक्त भारत का सपना देखने लगेः सुनील आंबेकर

समग्र समाचार सेवा

नई दिल्ली, 26 अप्रैल। प्रोफेसर व माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकार एवं संचार विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति बृज किशोर कुठियाला द्वारा लिखित पुस्तक ‘भारत 2047 सामूहिक संकल्पना’ का विमोचन मंगलवार को दिल्ली के इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र में किया गया। इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर, पंचनन्द शोध संस्थान के उपाध्यक्ष डा. अजय कुमार व प्रोफेसर कुठियाला समेत कई हस्तियां मौजूद रहीं। कार्यक्रम की अध्यक्षता अजय कुमार ने की। इस पुस्तक को प्रभात प्रकाशन में प्रकाशित किया है। इस अवसर प्रकाशक प्रभात कुमार ने सबका धन्यवाद ज्ञापन किया ।

इस दौरान मुख्य वक्ता सुनील आंबेकर ने कहा कि यह अच्छी बात है कि देशवासी अच्छे और सशक्त भारत का सपना देख रहे हैं। 2047 का भारत कैसा होगा विषय पर उन्होंने कहा कि देश के समग्र उत्थान के लिए अपनी सोच अपने अनुभवों को साथ रखने की जरूरत है। उन्होंने इस दौरान 2047 के भारत के लिए बहुत काम करने की जरूरत पर जोर दिया।

समय के हिसाब से सबकुछ बदल रहा

आंबेकर ने कहा कि देश में मौजूदा हालात सुखद हैं। उन्होंने पिछली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज से 25 साल पहले हालात कुछ और थे। कालेज की बात का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उस सयम का दौर कुछ और था। आज का युवा देश की तरक्की के प्रति सजग है। उन्होंने कहा कि मौजूदा स्थिति में लोगों में राष्ट्र के निर्माण के प्रति आकांक्षाएं बदली हैं।

ये वैचारिक परिवर्तन का दौर है

आंबेकर ने आगे कहा कि ये वैचारिक परिवर्तन का दौर है। देश की तरक्की में युवाओं का योगदान बढ़ा है। उन्होंने युवाओं की एक पहचान को उजागर करते हुए कहा कि जब देश को लेकर युवा को गुस्सा आ जाए तो हमें समझ जाना चाहिए कि वह देश से मानसिक व वैचारिक स्तर पर से जुड़ चुका है।

नई तकनीक को लेकर चीन को किया याद

आंबेकर ने अपनी चीनी यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि चीन ने कई साल पहले कहा था कि भारत से डर लगता है। उन्होंने कहा कि भारत आत्मनिर्भर सिद्धांत के तहत चीन से सर्वश्रेष्ठ है। उन्होंने तकनीक पर जोर देते हुए कहा कि पूरी दुनिया के सामने चुनौतियां हैं। भारत के सामने भी हजार तरह की कठिनाईयां हैं लेकिन हमें इन सब से मिलकर पार पाना होगा।

एक जिला एक उत्पाद की बात कही

आंबेकर ने भारत को आत्मनिर्भर बनाने की ओर उत्तर प्रदेश के बढ़ते कदम का उदाहरण देते हुए कहा कि देशभर के सभी राज्यों के प्रत्येक जिले में ‘एक उत्पाद एक जिला’ नीति पर विचार करना चाहिए। जैसा की उत्तर प्रदेश में हो रहा है। उन्होंने कहा कि जहां साधन हो वहां एक जिला दो या तीन उत्पाद भी हो सकता है। उन्होंने कहा कि ऐसा करने से आत्मनिर्भर भारत मिशन को मजबूती मिलेगी।

देश को राष्ट्रीय चरित्र वाले लोगों की जरूरत पड़ेगी

उन्होंने कहा कि देश को आने वाले समय में राष्ट्रीय चरित्र वाले लोगों की जरूरत पड़ने वाली है। जिनके पास इतिहास की समझ और देश को प्रगति के रास्ते पर ले जाने की क्षमता हो। देश की जीडीपी के सुधार के लिए प्रत्येक क्षेत्र की तरक्की आवश्यक है। देश की आर्थिक स्थित को मजबूत बनाए रखने के लिए खुले दिमाग से सोचने की जरूरत है। हमें विचारों में तमाम मदभेद होने के बावजूद भी एक साथ मिलकर आम सहमति का रास्ता अपनाना होगा।

न्यायप्रणाली को लेकर क्या कहा

आंबेकर ने कहा कि न्यायालय के कांसेप्ट को बदलना होगा। आज केवल 10 फीसदी मामलों का निपटारा न्यायालय में हो रहा है। बाकी 90 फीसदी मामले आपस में सेटिंग से हल किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसका उल्टा होना जरूरी है। साथ ही उन्होंने कहा कि सुरक्षा और राष्ट्रीय एकता भी जरूरी है।

धर्म को लेकर कही ये बात

देशभर में अजान और हनुमान चालीसा पर मचे घमासान के बीच आंबेकर ने धर्म को लेकर कहा कि धर्म को लेकर देश के अंदर कई भ्रम हैं हम सभी को मिलकर इन भ्रमों को दूर करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हम सभी को इस मुद्दे पर विचार करने का आवश्यकता है।

भारत एक दिन विश्व गुरु बनेगा

आंबेकर ने कहा कि भारत की ताकत का लोहा दुनिया मान रही है। एक समय ऐसा आएगा जब भारत फिर से विश्व गुरु बनेगा। उन्होंने कहा कि भारत की संस्कृति को गहराई से समझाने और समझने की जरूरत है। साथ ही उन्होंने कहा कि सोशल डाइमेंशन के लिए काम करना जरूरी है।

पिछले 70 सालों में सबकुछ गलत नहीं हुआ

आंबेकर ने कहा कि पिछली सरकारों के कार्यकाल में सभी कामों को गलत ठहराना सही नहीं है। उन्होंने कहा कि लेकिन अभी तक समानता के लिए संघर्ष नहीं हो पाया। उन्होंने कहा कि माननीय हेडगेवार ने भी सहमति व सामंजस्य की बात कही थी। उन्होंने कहा कि हम विकास की ओर अग्रसर हैं हमें मिलकर देश को मजबूत बनाने की आवश्यकता है।

बता दें कि कार्यक्रम की विषय प्रस्तुति प्रो कुठीयाला ने तथा संचालन प्रो कृष्ण चंद्र पांडेय में किया। इस अवसर पर मेजर जनरल(रिटायर्ड) डॉक्टर राजन कोचर , लेजनरल वी॰के॰ चतुर्वेदी, डॉक्टर ओपी यादव, कुमार राकेश सहित कई वक्ताओं ने भी 2047 के परिप्रेक्ष्य अपने अपने विचार व्यक्त किए। सभा के अंत में प्रश्न काल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने कई सवालों के संतोषजनक जवाब दिए।

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