बिना मास्क के घूम रहे लोग, भारी संख्या में पर्यटन स्थलों पर हो रही भीड़ को देखकर बोले पीएम मोदी- जल्द आएगी कोरोना की तीसरी लहर

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 13जुलाई। पीएम मोदी ने कोरोना वायरस के संक्रमण की स्थिति को देखते हुए आज पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कोरोना के ताजा हालातों की जानकारी ली। इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हुई इस बैठक में पीएम मोदी ने कोरोना के हालात पर चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा कि-लोग बिना फेस मास्क के घूमते दिखाई दे रहे हैं। भारी संख्या में पर्यटन स्थलों पर भीड़ हो रही है ये बिल्कुल गलत बात है। अभी तीसरी लहर की आशंका है और लोगों की लापरवाही इस तरह एक बार फिर भारी पड़ सकती है। अगर ऐसा ही चलता रहा तो कोरोना की सीतरी लहर जल्द ही आएगी और भयानक रूप में आएगी।

टूरिस्ट प्लेस पर उमड़ी भीड़ को देख पीएम मोदी ने जताई चिन्ता और कहा कि ‘कुछ लोग तीसरी लहर आने से पहले एन्जॉय करना चाहते हैं, ये गलत है’ पीएम ने कहा कि-ये सही है कि कोरोना की वजह से टूरिज्म, व्यापार-कारोबार बहुत प्रभावित हुआ है, लेकिन आज मैं बहुत जोर देकर कहूंगा कि हिल स्टेशंस में, मार्केट्स में बिना मास्क पहने, भारी भीड़ उमड़ना ठीक नहीं है।

पीएम ने मु्ख्यमंत्रियों से कहा कि केंद्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे ‘सबको वैक्सीन-मुफ्त वैक्सीन’ अभियान की नॉर्थ ईस्ट में भी उतनी ही अहमियत है. तीसरी लहर से मुकाबले के लिए हमें वैक्सीनेशन की प्रक्रिया तेज़ करते रहना है।

पीएम ने कहा कि- अभी हमें कोरोना वायरस के हर वेरिएंट पर भी नज़र रखनी होगी। म्यूटेशन के बाद ये कितना परेशान करने वाला होगा, इस बारे में एक्सपर्ट्स लगातार स्टडी कर रहे हैं और ऐसे में प्रिवेंशन और ट्रीटमेंट बहुत जरूरी है।

समीक्षा बैठक के बाद पीएम ने कहा- नॉर्थ ईस्ट में कोरोना वायरस के बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं, माइक्रो लेवल पर नजर रखने की जरूरत है।

यह समझना जरूरी है कि तीसरी लहर अपने आप नहीं आएगी। कई बार लोग पूछते हैं कि तीसरी लहर से निपटने की आपकी क्या तैयारी है। आज हमें यह सोचने की जरूरत है कि तीसरी लहर को कैसे रोकना है। कोरोना ऐसी चीज है, जो खुद नहीं आती है। इसलिए सावधानी बरतने की जरूरत है।’
कोरोना के अलग-अलग वेरिएंट से पैदा हुए खतरे को लेकर पीएम ने कहा कि हमें कोविड के प्रत्येक स्वरूप पर नजर रखने की जरूरत है, ऐसी बदलती परिस्थितियों में रोकथाम और उपचार बेहद महत्वपूर्ण हैं।

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