पीयूष गोयल का इज़राइल दौरा: रणनीतिक व्यापार और तकनीकी साझेदारी को नई दिशा मिलने की उम्मीद
उच्च स्तरीय व्यापार, तकनीक और निवेश वार्ता का होगा प्रमुख एजेंडा
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पीयूष गोयल 20–22 नवंबर तक इज़राइल के आधिकारिक दौरे पर रहेंगे, उद्देश्य व्यापार, तकनीक और निवेश सहयोग को मजबूत करना है।
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भारत से 60-सदस्यीय व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल भी जाएगा, जो B2B मीटिंग्स और संयुक्त प्रोजेक्ट्स पर चर्चा करेगा।
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कृषि, जल, रक्षा, साइबर सुरक्षा, लाइफ साइंसेज़ और उभरती तकनीकों में साझेदारी प्रमुख एजेंडा रहेगा।
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भारत–इज़राइल मुक्त व्यापार समझौते (FTA) की प्रगति की समीक्षा और CEO फोरम की उच्च-स्तरीय बैठक भी आयोजित होगी।
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 19 नवंबर: केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल 20 से 22 नवंबर के बीच इज़राइल की आधिकारिक यात्रा पर जा रहे हैं। यह दौरा इज़राइल के अर्थव्यवस्था एवं उद्योग मंत्री नीर बरकत के विशेष निमंत्रण पर हो रहा है और भारत–इज़राइल के रणनीतिक व आर्थिक संबंधों को मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
इस यात्रा में सीआईआई, फिक्की, एसोचैम और स्टार्ट-अप इंडिया के प्रतिनिधियों सहित 60-सदस्यीय व्यापारिक दल भी शामिल होगा, जो दोनों देशों के उद्योग जगत के बीच नए सहयोग और निवेश के अवसरों की तलाश करेगा।
उच्च स्तरीय बैठकें और प्रमुख एजेंडा
तेल अवीव में पीयूष गोयल कई महत्वपूर्ण मंत्रियों और शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात करेंगे। चर्चाओं का फोकस इन विषयों पर रहेगा:
- व्यापार और निवेश सहयोग को बढ़ाना
- कृषि, जल प्रबंधन, रक्षा, उभरती प्रौद्योगिकियों और लाइफ साइंसेज़ में साझेदारी
- उन्नत विनिर्माण और बुनियादी ढांचे में संयुक्त परियोजनाओं की संभावनाएँ
- स्टार्ट-अप सेक्टर में साझा नवाचार और साझेदारी
- प्रस्तावित भारत–इज़राइल FTA पर प्रगति समीक्षा
बिजनेस फोरम और CEO मीटिंग्स
गोयल भारत–इज़राइल व्यापार फोरम में हिस्सा लेंगे, जिसमें उद्घाटन, समापन सत्र, तकनीकी कार्यशालाएँ और B2B मीटिंग्स होंगी। इसी दौरान दोनों देशों के उद्योगपतियों की भागीदारी वाला चौथा उच्च-स्तरीय सीईओ फोरम भी आयोजित होगा।
वे इज़राइल की प्रमुख कंपनियों—विशेषकर कृषि तकनीक, विलवणीकरण, कचरा जल प्रबंधन, साइबर सुरक्षा, स्मार्ट परिवहन और इंफ्रास्ट्रक्चर—के शीर्ष नेतृत्व से भी मिलेंगे।
नवाचार केंद्रों का दौरा और भारतीय समुदाय से मुलाकात
गोयल इज़राइल के प्रमुख अनुसंधान एवं नवाचार केंद्रों का भी दौरा करेंगे ताकि देश के हाई-टेक इकोसिस्टम की समझ और सहयोग के अवसर बढ़ सकें। भारतीय समुदाय और भारतीय मूल के उद्योग जगत के नेताओं से मुलाकात भी कार्यक्रम का हिस्सा है।
दौरे का महत्व
इस यात्रा से भारत–इज़राइल के बीच दीर्घकालिक आर्थिक साझेदारी को नई दिशा मिलने, निवेश बढ़ने और सामरिक क्षेत्रों में सहयोग तेज होने की उम्मीद है।
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