केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग तथा रेल मंत्री श्री पीयूष गोयल थाइलैंड के बैंकांक में 11-12 अक्टूबर, 2019 को होने वाली 9वीं क्षेत्रीय विस्तृत आर्थिक साझेदारी (आरसीईपी) की अंतर-सत्र मंत्री स्तरीय बैठक में भाग लेंगे। बैंकाक में 4 नवम्बर, 2019 को होने वाली नेताओं की तीसरी शिखर बैठक के पहले यह अंतिम मंत्री स्तरीय बैठक होगी। भारत के प्रधानमंत्री के इस बैठक में शामिल होने की आशा है। 9वीं अंतर-सत्र मंत्री स्तरीय बैठक उस समय हो रही है जब नवम्बर, 2019 में आरसीईपी के समापन की घोषणा की जाएगी।
आरसीईपी के लिए विशेषज्ञ स्तर पर 28वें दौर की वार्ता 19-27 सितंबर, 2019 को वियतनाम के दा नांग में समाप्त हुई थी। इस दौर में व्यापार वार्ता समिति की बैठक हुई, जिसमें वस्तु व्यापार, सेवा व्यापार तथा निवेश में बाजार पहुंच के संबंध में वार्ता में वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया था। 28वें दौर की वार्ता में स्रोत के नियम, बौद्धिक संपदा तथा इलेक्ट्रॉनिक वाणिज्य जैसे अन्य क्षेत्रों पर भी विचार-विमर्श किया गया था। 25 अध्यायों में से 21 अध्याय समाप्त हो चुके हैं। निवेश इलेक्ट्रॉनिक वाणिज्य, स्रोत के नियम तथा व्यापार समाधानों पर महत्वपूर्ण अध्याय अभी पूरे होने हैं।
अक्टूबर में मंत्री स्तरीय दौर में इन विषयों पर मंत्रियों का निर्देश हासिल किया जाएगा। भाग लेने वाले देशों के मंत्री बैंकाक में 4 नवम्बर को होने वाली नेताओं की तीसरी शिखर बैठक की तैयारियों पर भी चर्चा करेंगे।
वाणिज्य और उद्योग मंत्री जापान, सिंगापुर, चीन, ऑस्ट्रेलिया तथा न्यूजीलैंड के अपने समकक्ष मंत्रियों से बैंकाक में द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगे। महत्वपूर्ण बैंकाक मंत्री स्तरीय बैठक की तैयारी के लिए वाणिज्यमंत्री ने भारतीय उद्योग से व्यापक विचार-विमर्श किया था ताकि भारत की स्थिति तय की जा सके और उद्योग जगत की चिंताओं और संवेदनाओं पर विचार किया जा सके। वाणिज्य और उद्योग मंत्री ने अधिकारियों के स्तर पर अनेक अंतर-मंत्रालय बैठकों की अध्यक्षता की और महत्वपूर्ण मंत्रालयों के मंत्रियों से भी बातचीत की।
दक्षिणपूर्व एशियाई देशों के संघ (आसियान) का 6 साझेदारो के साथ मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) है। ये साझेदार हैं – चीन जनवादी गणराज्य (एसीएफटीए), कोरिया गणराज्य (एकेएफटीए), जापान (एजेसीईपी), भारत (एआईएफटीए) तथा आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड (एएएनजेडएफटीए)।
सभी पक्षों में संबंधों को व्यापक बनाने तथा आर्थिक संपर्कों में उनकी भागीदारी बढ़ाने, व्यापार और निवेश जैसी गतिविधियों को बढ़ाने और विकास को कम करने में योगदान के लिए इस क्षेत्र के देशों के 16 आर्थिक मंत्रियों ने अगस्त, 2012 में क्षेत्रीय विस्तृत आर्थिक साझेदारी वार्ता में निर्देशक सिद्धांतों और उद्देश्यों को अपनी स्वीकृति दी।
आरसीईपी वार्ता का प्रारंभ आसियान के 10 सदस्य देशों (ब्रुनेई दारेसलाम, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस पीडीआर, मलेशिया, म्यामार, फिलिपिंस, सिंगापुर, थाइलैंड और वियतनाम) तथा 7 आसियान एफटीए साझेदगारों आस्ट्रेलिया, चीन, भारत, जापान, कोरिया गणराज्य तथा न्यूजीलैंड ने किया था।
आरसीईपी वार्ता प्रारंभ करने का उद्देश्य आसियान के सदस्य देशों तथा आसियान के एफटीए साझेदारों के बीच आधुनिक, व्यापक, उच्च गुणवत्ता संपन्न तथा परस्पर लाभकारी आर्थिक साझेदारी समझौता करना है। आरसीईपी वार्ता 2013 के प्रारंभ में शुरू हुई थी।
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