भारत-मालदीव: 60 साल के राजनयिक संबंध

पीएम मोदी और राष्ट्रपति मुइज़्ज़ू ने विशेष स्मारक डाक टिकट जारी किए।

समग्र समाचार सेवा
माले, 26 जुलाई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मालदीव गणराज्य के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज़्ज़ू ने 25 जुलाई को भारत और मालदीव के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 60वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में संयुक्त रूप से स्मारक डाक टिकट जारी किए। यह पहल दोनों देशों के बीच गहरे और ऐतिहासिक संबंधों का प्रतीक है।

सांस्कृतिक विरासत का प्रदर्शन
नए जारी किए गए डाक टिकट दोनों देशों की महत्वपूर्ण पारंपरिक नौकाओं को दर्शाते हुए सदियों पुराने द्विपक्षीय संबंधों को खूबसूरती से प्रदर्शित करते हैं। एक टिकट भारतीय नाव ‘उरु’ को दर्शाता है, जो केरल के बेपोर के ऐतिहासिक नावगाहों में सावधानीपूर्वक हाथ से बनाई गई एक बड़ी लकड़ी की धौनी है। दूसरा टिकट पारंपरिक मालदीवियन मछली पकड़ने वाली नाव ‘वधू धोनी’ को प्रदर्शित करता है, जो रीफ और तटीय मछली पकड़ने के लिए अपने उपयोग के लिए प्रसिद्ध है। दोनों प्रकार के जहाज सदियों से हिंद महासागर व्यापार के अभिन्न अंग रहे हैं, जो क्षेत्र की समृद्ध समुद्री विरासत को दर्शाते हैं और द्वीपीय जीवन तथा महासागर के बीच घनिष्ठ संबंध को रेखांकित करते हैं।

भारत को 1965 में मालदीव की स्वतंत्रता के बाद उसके साथ राजनयिक संबंध स्थापित करने वाले पहले देशों में से एक होने का गौरव प्राप्त है। इन स्मारक डाक टिकटों का विमोचन भारत और मालदीव के बीच स्थायी मित्रता और ऐतिहासिक सौहार्द का एक शक्तिशाली प्रमाण है, जो उनके संबंधों को परिभाषित करता रहेगा।

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