समग्र समाचार सेवा
हांसलपुर (गुजरात), 26 अगस्त –प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को गुजरात के हांसलपुर स्थित मारुति सुज़ुकी के अत्याधुनिक प्लांट से कंपनी की पहली पूरी तरह भारत में बनी इलेक्ट्रिक एसयूवी – ई-विटारा (e-Vitara) को हरी झंडी दिखाकर देश को समर्पित किया। यह भारत की इलेक्ट्रिक मोबिलिटी यात्रा का ऐतिहासिक पड़ाव माना जा रहा है।
इस अवसर पर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और भारत में जापान के राजदूत केइची ओनो भी मौजूद रहे। समारोह के दौरान पीएम मोदी ने टोशिबा, डेंसो और सुज़ुकी (TDSG) के संयुक्त उपक्रम से बने लिथियम-आयन बैटरी इलेक्ट्रोड प्लांट का भी उद्घाटन किया, जिसे भारत की ईवी इंडस्ट्री के लिए गेमचेंजर माना जा रहा है।
आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बड़ा कदम
पीएम मोदी ने इसे “भारत की आत्मनिर्भरता की यात्रा का एक विशेष दिन” बताते हुए कहा कि अब भारत में बने इलेक्ट्रिक एसयूवी न केवल घरेलू बाजार को बल्कि 100 से अधिक देशों को सप्लाई की जाएंगी। शुरुआती शिपमेंट यूनाइटेड किंगडम भेजा जाएगा।
ई-विटारा का निर्माण टोयोटा और मारुति द्वारा संयुक्त रूप से विकसित 40PL डेडिकेटेड ईवी प्लेटफॉर्म पर किया गया है। इस प्लेटफॉर्म पर टोयोटा भी अपनी इलेक्ट्रिक एसयूवी अर्बन क्रूज़र ईवी लॉन्च करेगी।
पावरफुल बैटरी ऑप्शन और ग्लोबल डिज़ाइन
मारुति सुज़ुकी ई-विटारा दो बैटरी विकल्पों के साथ उपलब्ध होगी –
49kWh बैटरी पैक
61kWh बैटरी पैक (डुअल मोटर ऑलग्रिप-e AWD सेटअप के साथ)
कंपनी का कहना है कि भारतीय वेरिएंट की विस्तृत जानकारी और आधिकारिक लॉन्च की तारीख जल्द घोषित की जाएगी। अनुमान है कि कार की शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत लगभग ₹20 लाख होगी।
इस कीमत पर यह कार भारतीय बाजार में पहले से मौजूद और आने वाले इलेक्ट्रिक एसयूवी मॉडलों से सीधे मुकाबले में होगी, जिनमें महिंद्रा BE6, हुंडई क्रेटा ईवी और एमजी ZS ईवी शामिल हैं।
वैश्विक मंच पर भारत की पहचान
ई-विटारा का पहला अनावरण 2024 के अंत में यूरोप में किया गया था और 2025 की शुरुआत में इसे भारत में भारत मोबिलिटी शो के दौरान प्रदर्शित किया गया। अब हांसलपुर से इसका निर्माण और निर्यात शुरू होना भारत की वैश्विक ईवी इंडस्ट्री में बढ़ती ताकत को दर्शाता है।
बैटरी इलेक्ट्रोड फैक्ट्री के उद्घाटन को भारत की ईवी सप्लाई चेन में एक क्रांतिकारी कदम माना जा रहा है। इससे भारत केवल इलेक्ट्रिक वाहनों की असेंबली नहीं बल्कि बैटरी के आवश्यक कंपोनेंट्स का भी घरेलू स्तर पर उत्पादन कर सकेगा।
निष्कर्ष
मारुति सुज़ुकी ई-विटारा का शुभारंभ न केवल भारतीय ऑटोमोबाइल सेक्टर के लिए बल्कि देश की वैश्विक पहचान और आत्मनिर्भरता अभियान के लिए भी मील का पत्थर है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत तेजी से उस दिशा में बढ़ रहा है जहाँ वह सिर्फ अपने नागरिकों की आवश्यकताओं को पूरा नहीं करेगा, बल्कि दुनिया को भी मेड-इन-इंडिया इलेक्ट्रिक गाड़ियों का विकल्प देगा।
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