वैटिकन सिटी में पीएम मोदी ने पोप फ्रांसिस से की मुलाकात, 20 मिनट की बैठक के बाद दिया भारत आने का न्यौता

समग्र समाचार सेवा
वैटिकन सिटी, 30अक्टूबर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज सुबह यहां वेटिकन सिटी पहुंच कर ईसाइयों के सर्वोच्च धर्मगुरू पोप फ्रांसिस से मुलाकात की। मोदी स्थानीय समयानुसार करीब साढ़े आठ बजे वेटिकन के प्रांगण में पहुंचे जहां वेटिकन के वरिष्ठ अधिकारियों से उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। मोदी के साथ आये प्रतिनिधिमंडल विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी शामिल थे। मोदी सबसे पहले पोप से एकांत में मिले और फिर प्रतिनिधिमंडल स्तर की बैठक में शामिल हुए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पोप फ्रांसिस के बीच बैठक 20 मिनट के बजाय एक घंटे तक चली। प्रधानमंत्री मोदी ने पोप फ्रांसिस को भारत की यात्रा के लिये आमंत्रित किया। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी, पोप फ्रांसिस ने धरती को बेहतर बनाने के उद्देश्य से जलवायु परिवर्तन से लड़ने और गरीबी को दूर करने जैसे कई मुद्दों पर चर्चा की।

उन्होंने कोविड, सामान्य वैश्विक परिदृश्य और शांति एवं स्थिरता बरकरार रखने समेत विभिन्न मुद्दों पर बात की. प्रधानमंत्री मोदी और कैथोलिक चर्च के प्रमुख पोप फ्रांसिस के बीच आमने-सामने यह पहली बैठक थी. मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं, जिनसे फ्रांसिस ने 2013 में पोप बनने के बाद मुलाकात की है।

वैटिकन में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और विदेश मंत्री एस जयशंकर भी मोदी के साथ मौजूद थे। प्रधानमंत्री ने वैटिकन सिटी के विदेश मंत्री कार्डिनल पिएत्रो पारोलिन से भी मुलाकात की। ऐतिहासिक बैठक से पहले विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने शुक्रवार को कहा था कि प्रधानमंत्री की पोप के साथ अलग से बैठक होगी।
रोम में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान उन्होंने कहा, ‘वह पोप से व्यक्तिगत मुलाकात करेंगे.’ श्रृंगला ने कहा था, ‘कल, प्रधानमंत्री परम पावन पोप फ्रांसिस से वैटिकन सिटी में भेंट करेंगे, और उसके बाद वह जी 20 सत्रों में भाग लेंगे, जहां वह और भी द्विपक्षीय बैठकें करेंगे। हम आपको जानकारी देते रहेंगे।’ उन्होंने कहा था कि बैठक के बाद प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हो सकती है। श्रृंगला ने बताया था कि वैटिकन ने वार्ता के लिए कोई एजेंडा तय नहीं किया ।
मोदी सर्वोच्च धर्मगुरू से मिलने वाले पांचवे भारतीय प्रधानमंत्री हैं। इससे पहले पंडित जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी, इंद्र कुमार गुजराल और अटल बिहारी वाजपेयी पोप से मिल चुके हैं। 1999 में वाजपेयी ने पोप जॉन पॉल द्वितीय से मुलाकात की थी। पोप का वर्ष 2016-17 में भारत एवं बंगलादेश की यात्रा का कार्यक्रम था लेकिन किन्हीं कारणों से उनकी यात्रा नहीं हो पाई थी।

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