प्रधानमंत्री मोदी ने NDTV वर्ल्ड समिट 2025 में भारत को “अजेय” बताते हुए वैश्विक मंच पर आत्मनिर्भर भारत की छवि पेश की
भारत आज रुकने वाला नहीं, 140 करोड़ देशवासी पूरी गति से आगे बढ़ेंगे : पीएम
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भारत आज आत्मनिर्भर और आत्मविश्वास से भरा हुआ है, चिप्स से लेकर शिप्स तक
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बीते 11 वर्षों में हर जोखिम को सुधार, हर सुधार को स्थिरता और हर स्थिरता को क्रांति में बदला गया
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भारत डिजिटल संप्रभुता के क्षेत्र में शीर्ष पाँच देशों में शामिल, घरेलू 4G स्टैक का गौरव
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देश की युवा पीढ़ी के भविष्य और सुरक्षा के लिए माओवादी आतंक और नक्सलवाद पर पूर्ण नियंत्रण
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 18 अक्टूबर: प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार, 17 अक्टूबर 2025 को नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित NDTV वर्ल्ड समिट 2025 में प्रभावशाली भाषण दिया। सम्मेलन का विषय था “Unstoppable Bharat – अजेय भारत”।
अजेय भारत की नई गति
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “भारत आज रुकने के मूड में नहीं है। न हम रुकेंगे, न थमेंगे। 140 करोड़ देशवासी मिलकर पूरी रफ्तार से आगे बढ़ेंगे।” उन्होंने कहा कि जब दुनिया अनेक चुनौतियों और अवरोधों से गुजर रही है, तब भारत की विकास गति और उत्साह पर चर्चा स्वाभाविक है।
प्रधानमंत्री ने याद दिलाया कि 2014 से पहले भारत Fragile Five में गिना जाता था, जबकि आज यह दुनिया की शीर्ष पांच अर्थव्यवस्थाओं में शामिल है। उन्होंने कहा, “चिप्स से लेकर शिप्स तक भारत आज आत्मनिर्भर है।”
चुनौतियों से सुधार तक
मोदी ने कहा कि बीते 11 वर्षों में भारत ने “हर जोखिम को सुधार, हर सुधार को स्थिरता, और हर स्थिरता को क्रांति” में बदल दिया है। उन्होंने नीति निर्माण और क्रियान्वयन में लोकतांत्रिक प्रक्रिया को मजबूत करने का भी जिक्र किया।
आतंकवाद और माओवादी हिंसा पर सख्त रुख
प्रधानमंत्री ने कहा, “आज का भारत चुपचाप आतंक नहीं झेलता, बल्कि दुश्मन को उसी की भाषा में जवाब देता है।” उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख करते हुए कहा कि यह आधुनिक भारत की निर्णायक नीति का प्रतीक है। उन्होंने माओवादी हिंसा को “युवा पीढ़ी के साथ सबसे बड़ा अन्याय और पाप” बताया और कहा कि देश जल्द ही नक्सलवाद और माओवादी हिंसा से मुक्त होगा।
विश्व में भारत की साख
प्रधानमंत्री ने कहा, “पूरी दुनिया आज भारत को विश्वसनीय, जिम्मेदार और लचीले साझेदार के रूप में देखती है। जहां दुनिया को अनिश्चितता का भय है, वहीं भारत उसे नए अवसरों का द्वार मानता है।”
डिजिटल और आत्मनिर्भर भारत
प्रधानमंत्री ने गर्व से कहा कि भारत उन शीर्ष पांच देशों में शामिल है, जिनके पास अपनी स्वदेशी 4G तकनीक स्टैक है। यह तकनीकी आत्मनिर्भरता और डिजिटल संप्रभुता का प्रतीक है।
विकास और गरिमा की यात्रा
मोदी ने अपने भाषण का समापन इन शब्दों से किया:
“विकसित भारत की यात्रा सिर्फ विकास की यात्रा नहीं है। यह वह यात्रा है, जहां विकास और गरिमा साथ-साथ चलते हैं, जहां गति भी हो और संवेदना भी।”
सम्मेलन में श्रीलंका की प्रधानमंत्री हरिणी अमरसूर्या, यूनाइटेड किंगडम के पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, और ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी एबॉट भी उपस्थित थे।
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