समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 13दिसंबर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2001 के संसद हमले के दौरान शहीद हुए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की है।
अपने एक ट्वीट में, प्रधानमंत्री ने कहा;
“मैं 2001 के संसद हमले के दौरान शहीद हुए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। हम उनकी सेवा, बहादुरी और बलिदान को कभी नहीं भूलेंगे।”
Paid homage to those who were martyred during the 2001 Parliament attack. We will never forget their service, bravery and sacrifice. pic.twitter.com/uI5SrtW2xQ
— Narendra Modi (@narendramodi) December 13, 2022
बता दें कि 13 दिसंबर 2001 को एक सफेद एंबेसडर कार में आए पांच आतंकवादियों ने लोकतंत्र के सबसे बड़े मंदिर संसद भवन पर आतंकी हमले को अंजाम दिया था। आज संसद भवन हमले की 21वीं बरसी है। 21 साल बाद भी संसद पर हुए आतंकी हमले की यादें ताज हैं। इस हमले में दिल्ली पुलिस के पांच जवान, सीआरपीएफ की एक महिला कांस्टेबल और संसद के दो गार्ड समेत कुल 9 लोग शहीद हुए थे। जबकि पांचों आतंकी भी मारे गए थे।
दरअसल, 13 दिसंबर 2001 की सुबह संसद में शीतकालीन सत्र चल रहा था। उस दिन संसद में ज्यादातर सांसद मौजूद थे और संसद के दोनों सदनों में ताबूत घोटाला को लेकर सदस्यों द्वारा हंगामा किया जा रहा था। तभी करीब 11 बजकर 29 मिनट पर एक सफेद एंबेसडर कार संसद भवन की ओर तेजी से आई और मेन एंट्रेंस पर लगे बैरिकेड को तोड़ते हुए अंदर घुस गई। बता दें कि सफेद एंबेसडर कार पर गृह मंत्रालय का स्टीकर भी लगा था।
सफेद एंबेसडर कार में सवार जैश के पांचों आतंकियों ने एके-47 से गोलियों चलानी शुरू कर दी। गोलियों की आवाज सुन संसद परिसर में मौजूद सुरक्षा बल मुस्तैद हो गए। आनन-फानन में सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत मोर्चा संभाला और संसद के एंट्री का गेट बंद कर दिया। करीब 45 मिनट तक संसद में गोलियों की आवाज सुनाई देती रही। आमने-सामने की मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने सभी आतंकियों को मार गिराया। हालांकि, इस हमले में दिल्ली पुलिस के पांच जवान, सीआरपीएफ की एक महिला कांस्टेबल और संसद के दो गार्ड समेत कुल 9 लोग शहीद हो गए।
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