पीएम मोदी और रामफोसा: ‘ग्लोबल साउथ’ के लिए एकजुट
प्रधानमंत्री मोदी ने दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति को धन्यवाद दिया, मजबूत संबंधों पर दिया जोर।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने 75वें जन्मदिन पर दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा द्वारा दी गई शुभकामनाओं के लिए उनका आभार व्यक्त किया।
- दोनों नेताओं ने ‘ग्लोबल साउथ’ के हितों को आगे बढ़ाने के लिए अपनी साझा प्रतिबद्धता दोहराई।
- यह संवाद दोनों देशों के बीच व्यापार, रक्षा, और नवीकरणीय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में बढ़ती साझेदारी को दर्शाता है।
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 18 सितंबर, 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने 75वें जन्मदिन पर दुनिया भर से मिले शुभकामना संदेशों के जवाब में, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा का विशेष रूप से आभार व्यक्त किया है। रामफोसा ने पीएम मोदी को उनके जन्मदिन की बधाई दी थी, जिसके जवाब में पीएम मोदी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट के माध्यम से उनका धन्यवाद किया। इस संवाद में, दोनों नेताओं ने न केवल व्यक्तिगत सौहार्द का प्रदर्शन किया, बल्कि भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच मजबूत होती साझेदारी को भी रेखांकित किया। पीएम मोदी ने अपने संदेश में विशेष रूप से ‘ग्लोबल साउथ’ (विकासशील देशों) के हितों के लिए मिलकर काम करने की अपनी साझा प्रतिबद्धता को दोहराया।
भारत और दक्षिण अफ्रीका दोनों ही ‘ग्लोबल साउथ’ के प्रमुख और प्रभावशाली देश हैं। दोनों लगातार वैश्विक मंचों पर इन देशों की चिंताओं और आकांक्षाओं को मुखर रूप से प्रस्तुत करते रहे हैं। वे समावेशी विकास, न्यायसंगत व्यापार प्रणालियों और उभरती हुई तकनीकों पर सहयोग को बढ़ावा देने की वकालत करते हैं। यह साझेदारी दर्शाती है कि कैसे दो प्रमुख विकासशील अर्थव्यवस्थाएं मिलकर वैश्विक शासन में एक संतुलित और अधिक प्रतिनिधित्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं।
यह संवाद ऐसे समय में हुआ है जब भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच द्विपक्षीय संबंध लगातार मजबूत हो रहे हैं। दोनों देश कई बहुपक्षीय मंचों पर करीबी भागीदार हैं, जिनमें BRICS (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका), जी20 और भारत-अफ्रीका मंच शामिल हैं। BRICS में दोनों की सदस्यता विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह मंच पश्चिमी देशों के प्रभुत्व वाले संस्थानों के समानांतर एक वैकल्पिक आर्थिक और राजनीतिक व्यवस्था प्रदान करता है।
हाल के वर्षों में, दोनों देशों ने व्यापार, रक्षा सहयोग, नवीकरणीय ऊर्जा और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के क्षेत्रों में अपनी साझेदारी को और गहरा किया है। दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंध तेजी से बढ़ रहे हैं और रणनीतिक सहयोग भी मजबूत हो रहा है। भारत के ‘मेक इन इंडिया’ और दक्षिण अफ्रीका के ‘आर्थिक सुधार’ कार्यक्रमों के तहत दोनों देशों ने कई संयुक्त परियोजनाओं को बढ़ावा दिया है, जिससे दोनों अर्थव्यवस्थाओं को लाभ मिला है।
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति रामफोसा के बीच यह सद्भावनापूर्ण संवाद दोनों देशों के बीच संबंधों की गर्मजोशी को फिर से पुष्ट करता है। यह दिखाता है कि कैसे व्यक्तिगत सम्मान और राजनयिक संबंध एक-दूसरे से जुड़े होते हैं। यह संवाद न केवल दोनों नेताओं के बीच आपसी सम्मान को दर्शाता है, बल्कि यह भी साबित करता है कि भारत और दक्षिण अफ्रीका जैसे देश मिलकर वैश्विक मंच पर एक सकारात्मक और प्रभावशाली बदलाव ला सकते हैं। उनकी भागीदारी से एक ऐसी दुनिया का निर्माण करने की उम्मीद है जहां विकासशील देशों की आवाज को सुना जाए और उनके हितों को उचित सम्मान मिले।
यह सिर्फ एक जन्मदिन की बधाई नहीं थी, बल्कि यह ‘ग्लोबल साउथ’ के दो प्रमुख राष्ट्रों के बीच एक महत्वपूर्ण राजनयिक संकेत भी था, जो यह दर्शाता है कि वे एक साथ खड़े हैं और मिलकर एक अधिक न्यायपूर्ण विश्व व्यवस्था के लिए काम करेंगे।
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