लोकसभा में बोले प्रधानमंत्री मोदी, विभाजन कांग्रेस के डीएनए में

समग्र समाचार सेवा

नई दिल्ली, 7 फरवरी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण के लिए धन्यवाद प्रस्ताव पर संसद में हुई बहस का जवाब देते हुए विपक्ष पर खूब बरसे। उन्होंने खासकर कांग्रेस को एक-एक राज्य में लंबे समय से मिल रही हार का हवाला देकर अहंकारी बताया। उन्होंने कहा शायरी भरे अंदाज में कहा कि वो जब दिन को रात कहे, तो तुरंत मान जाओ.. नहीं मानोगे तो, वो दिन में नकाब ओढ़ लेंगे… जरूरत हुई तो हकीकत को थोड़ा-बहुत मरोड़ लेंगे… वो मगरूर है खुद की समझ पर बेइंतहा… इन्हें आइना मत दिखाओ, वो आइने को भी तोड़ देंगे।

विपक्ष पर जमकर बरसे मोदी

ये वो लाइनें हैं जो प्रधानमंत्री ने संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जवाब देते हुए विपक्ष पर तंज कसने के लिए इस्तेमाल कीं। मोदी सोमवार शाम 5.30 बजे लोकसभा में बोलने खड़े हुए। उन्होंने स्वर कोकिला लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि दी। मोदी ने कहा कि उन्होंने देश को एक सूत्र में बांधा। उनके गीतों ने पूरे देश को प्रेरित किया।’ इसके बाद मोदी के निशाने पर विपक्ष और खासतौर पर कांग्रेस रही।

कांग्रेस टुकड़े-टुकड़े गैंग का लीडर

मोदी ने कहा कि कांग्रेस विभाजन की राजनीति करती है। कांग्रेस टुकड़े-टुकड़े गैंग का लीडर बन गई है। यह कांग्रेस की परंपरा है, जो अंग्रेजों से विरासत में मिली है। इसके बाद मोदी ने विष्णुपुराण से संस्कृत का यह श्लोक पढ़ा- मोदी ने कहा कि देश में तमिल सेंटिमेंट को आग लगाने की कोशिश की गई, लेकिन जब सीडीएस रावत का पार्थिव शरीर रास्ते से निकल रहा था, उस वक्त तमिल भाई-बहन वीर वडक्कम-वीर वडक्कम का नारा लगा रहे थे।

राष्ट्र हमारे लिए जीवित आस्था

संसद में संविधान का अपमान किया गया। कांग्रेस ये अपमान क्यों कर रही है। प्रधानमंत्री ने इस दौरान पंडित नेहरू का एक कोट पढ़कर सुनाया। इसमें कहा गया कि संविधान में राष्ट्र नहीं है, यह कहकर अपमान किया गया। राष्ट्र कोई सरकार की व्यवस्था नहीं, राष्ट्र हमारे लिए जीवित आस्था है। मैं आपसे फिर कहता हूं.. कि आजाद हिंदुस्तान है.. आजाद हिंदुस्तान की सालगिरह हम मनाते हैं लेकिन आजादी के साथ जिम्मेदारी होती है..जिम्मेदारी खाली हुकूमत की नहीं.. जिम्मेदारी हर एक आजाद शख्स की होती है.. अगर आप उसे महसूस नहीं करते.. आप आजादी के मायने नहीं समझे .. तो आप आजादी को बचा नहीं सकते हैं।

बिना नाम लिए राहुल गांधी पर साधा निशाना

प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में नाम लिए बिना राहुल गांधी को भी जवाब दिया। मोदी ने कहा- देश के उद्यमियों को कोरोना वैरिएंट कहना ठीक नहीं है। दरअसल राहुल ने बुधवार को कहा था कि देश की अर्थव्यवस्था में डबल ए वैरिएंट फैल रहा है। डबल ए यानी अंबानी और अडाणी। उन्होंने कहा था कि दो हिन्दुस्तान बन रहे हैं, एक अमीरों का हिन्दुस्तान और दूसरा गरीबों का हिन्दुस्तान, इन दो हिन्दुस्तानों के बीच में खाई बढ़ती जा रही है। जब प्रधानमंत्री मोदी लोकसभा में बोल रहे थे, उस समय कांग्रेस सांसद राहुल गांधी सदन में मौजूद नहीं थे। इस पर मोदी ने तंज कसते हुए कहा- कुछ लोग बोलकर भाग जाते हैं, झेलना इन बेचारों को पड़ता है।

लॉकडाउन में कांग्रेस ने मजदूरों को डराया

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘देश में जब लॉकडाउन का पालन किया जा रहा था, सारे एक्सपर्ट कह रहे थे कि जो जहां हैं वहीं रहें, तब कांग्रेस के लोगों ने मुंबई के रेलवे स्टेशन पर मजदूरों को फ्री में टिकट दिया। लोगों से कहा कि तुम यूपी और बिहार के हो, जाओ वहां कोरोना फैलाओ। कांग्रेस ने ऐसा करके बड़ा पाप किया।’ मोदी ने कहा- दिल्ली में ऐसी सरकार है, जिसने कोरोना के दौरान माइक बांध कर ऐलान करवाया कि मजदूर अपने-अपने घर लौट जाएं।

केजरीवाल को भी निशाने पर लिया

प्रधानमंत्री ने कहा कि दिल्ली में ऐसी सरकार है, जिसने माइक बांध कर ऐलान करवाया कि सभी मजदूर घर जाएं। यूपी, उत्तराखंड, पंजाब में लोग कांग्रेस के पाप के कारण कोरोना की चपेट में आए। प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते दो साल से पूरी दुनिया 100 साल का सबसे बड़ा वैश्विक महामारी का संकट झेल रही है। इस कोरोना को भी दलगत राजनीति के लिए प्रयोग किया गया, ये मानवता के लिए सही नहीं है। मोदी ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि उल्टी टोपी क्यों पहन रहे हैं। प्रधानमंत्री के बयान इस पर सदन में विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया।

आलोचना जीवंत लोकतंत्र का आभूषण

मोदी ने कहा कि हम सब संस्कार से, व्यवहार से लोकतंत्र के लिए प्रतिबद्ध लोग हैं और आज से नहीं, सदियों से हैं। ये भी सही है कि आलोचना जीवंत लोकतंत्र का आभूषण है, लेकिन अंध विरोध लोकतंत्र का अनादर है।’ विपक्ष के हंगामे पर मोदी ने कहा- आलोचना जीवंत लोकतंत्र का आभूषण है, लेकिन अंध विरोध लोकतंत्र का अनादर है। विपक्ष के हंगामे पर मोदी ने कहा- आलोचना जीवंत लोकतंत्र का आभूषण है, लेकिन अंध विरोध लोकतंत्र का अनादर है।

अधीर पर कसा तंज, लगे ठहाके

प्रधानमंत्री के भाषण के दौरान कांग्रेस की तरफ से टोका-टोकी शुरू हुई, तो लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने उन्हें रोका। इस पर पीएम ने चुटकी लेते हुए कहा, ‘दादा उम्र के इस पड़ाव पर भी बचपन का मजा लेते हैं।’ इसके बाद दोबारा टोके जाने पर वे कांग्रेस लीडर अधीर रंजन चौधरी से बोले- आपने अपना CR सुधार लिया है। इस सत्र से आपको कोई नहीं निकालेगा। मैं आपको गारंटी देता हूं। इसके बाद वे अधीर रंजन चौधरी से बोले- ये एक पल मेरे बिना नहीं बीता पाते, इसके जवाब में अधीर रंजन ने कहा- मोदी प्रधानमंत्री हैं, इसलिए उन्हें याद किया जाता है।

महंगाई पर नेहरू का भाषण याद दिलाया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में एक बार पंडित नेहरू को याद किया। उन्होंने कहा कि महंगाई पर नेहरू जी ने लाल किले पर से कहा था कि कभी-कभी कोरिया में लड़ाई भी हमें प्रभावित करती है। इसके चलते वस्तुओं की कीमतें बढ़ जाती है और यह हमारे नियंत्रण से भी बाहर हो जाती है। अगर अमेरिका में भी कुछ हो जाता है, तो वस्तुओं की कीमतें बढ़ जाती है। ये उस वक्त कहा गया था जब ग्लोबलाइजेशन नहीं था।

प्रधानंत्री के भाषण के कुछ महत्वपूर्ण बिंदु

–    इतिहास इस बात का गवाह है कि सेकेंड वर्ल्ड वार के बाद दुनियाभर में बदलाव आया। मैं साफ देख रहा हूं कि कोरोनाकाल के बाद विश्व नई व्यवस्था की ओर आगे बढ़ रहा है। यह एक टर्निंग पॉइंट है। इसे गंवाना ठीक नहीं। मुख्य धारा की लडाई में हमें खुद को कम नहीं आंकना चाहिए।

–    गरीबों के लिए रहने का घर हो, इसके लिए हमने प्रधानमंत्री आवास योजना को गति दी। आज गरीब भी लखपति की श्रेणी में है। देश के गांव खुले में शौच से मुक्त हो गए है। इस बारे में जानकर सभी देशवासियों को खुशी होगी। जनता के बीच जब लोग जाते हैं, तो सरकार का काम दिखता है। लेकिन कुछ लोगों की सुई अभी तक 2014 पर ही टिकी हुई है।

–    आजादी के इतने साल बाद गरीब के घर में रोशनी होती है, तो उसकी खुशियां देश की खुशियों को ताकत देती हैं। गरीब के घर में गैस का कनेक्शन हो, धुएं वाले चूल्हे से मुक्ति हो, तो उसका आनंद कुछ और ही होता है।

–    तमिलनाडु में 60 साल, पश्चिम बंगाल में 50 साल, ओडिशा में 27 साल और त्रिपुरा में 34 साल से कांग्रेस की सरकार नहीं बन पाई। इतने चुनाव हारने के बाद आपके अहंकार में कोई बदलाव नहीं आया है। कांग्रेस ने मन बना लिया है कि 100 साल तक सत्ता में नहीं आना है।

–    मेड इन इंडिया कोरोना वैक्सीन दुनिया में सबसे प्रभावी है, इसकी बदौलत भारत 100% वैक्सीनेशन की ओर बढ़ रहा है। अगर हम लोकल के लिए वोकल होने की बात कर रहे हैं तो क्या हम महात्मा गांधी के सपनों को पूरा नहीं कर रहे हैं? फिर विपक्ष द्वारा इसका मजाक क्यों उड़ाया जा रहा था? हमने योग और फिट इंडिया की बात की, लेकिन विपक्ष ने भी इसका मजाक उड़ाया।

–    भारत आयात पर निर्भर है और कोरोना की वजह से सप्लाई चेन चरमरा गई, लेकिन सरकार ने किसानों को दिक्कत नहीं होने दी। इसका इंतजाम किया कि कोरोनाकाल में इस देश में किसी को भूखा न रहना पड़े। 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन उपलब्ध कराया और आज भी करा रहे हैं।

–    अगर गरीबी से मुक्ति चाहिए, तो छोटे किसानों को मजबूत बनाना होगा। ग्रामीण अर्थव्यस्था को सही करना है, तो छोटे किसानों को मजबूत करना होगा।

–    देश में एक ऐसा समुदाय है, जो आज भी गुलामी की मानसिकता में जी रहा है। उसे 19वीं सदी की मानसिकता और 20वीं सदी का कानून ही सही लगता है।मैं कहना चाहूंगा कि 19वीं सदी की मानसिकता और 20वीं सदी के कानून से 21वीं सदी की इच्छा पूर्ण नहीं की जा सकती हैा

–    पीएम मुद्रा योजना के तहत लाखों मां-बहनों को लाभ मिला है। 2014 से पहले 500 स्टार्टअप थे अब 60,000 स्टार्टअप केंद्र हैं। इनमें से कई यूनिकॉर्न लेवल पर पहुंच गए हैं। उद्यमी लोगों को कुछ लोग कोरोना का वैरिएंट बोल रहे हैं। अधीर की ओर इशारा करते हुए कहा- अंदर बोलिए, पार्टी को नुकसान हो रहा है।

–    मेक इन इंडिया हो नहीं सकता, ऐसा कहकर देश का मजाक उड़ाया गया। दरअसल मेक इन इंडिया मतलब है- कमीशन के रास्ते बंद, तिजोड़ी भरने का रास्ता बंद, भ्रष्टाचार करने का रास्ता बंद।

–    प्रधानमंत्री ने कहा कि जो इतिहास से सबक नहीं लेते हैं, वो इतिहास में खो जाते है। नेहरु-इंदिरा की सरकार को कांग्रेसी ही कहते थे कि इसे टाटा-बिरला चला रहे हैं। अब पंचिंग बैग बदल गया है। आदत नहीं बदली है।

–    चिदंबरम जी इन दिनों इकॉनोमी पर अखबारों में लेख लिखते हैं, लेकिन जब वे सरकार में थे तो कहते थे- सरकार के पास कोई अलादीन का चिराग नहीं है, जो महंगाई कम कर दे।

–    देश में आज कांग्रेस की सरकार होती तो आप लोग महंगाई को कोरोना के खाते में डालकर निकल जाते। हमारी सरकार इसके प्रति संवेदनशील है। आज अमेरिका सहित कई देशों में 7 फीसदी महंगाई है।

–    कांग्रेस 71 साल से गरीबी हटाओ का नारा देकर जीतती रही। अब 40 साल में कांग्रेस ने नया नारा दे दिया, लेकिन देश की जनता इतनी जागरूक है कि कांग्रेस को 44 सीटों पर ही समेट दिया।

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